मछली पालन पर सब्सिडी हेतु ऑनलाइन आवेदन
किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने तथा मछली क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के साथ निर्यात को बढ़ाने के लिए प्रधान मंत्री के द्वारा नीली क्रांति की शुरुआत की गई है | इसका उद्देश्य देश की मत्स्य पालन की क्षमता के एकीकृत विकास के लिए एक सक्षम वातावरण बनाना, स्थिरता, जैव – सुरक्षा और पर्यावरण संबंधित चिंताओं को ध्यान में रखते हुए मछुआरों और मत्स्य किसानों की आय की स्थिति में पर्याप्त सुधार करना है | बिहार सरकार ने इस योजना के तहत प्रदेश के ईच्छुक किसानों से आवेदन माँगा है इसके तहत जो किसान भाई मछली पालन पर सब्सिडी चाहते हैं आवेदन कर सकते हैं | जिसका फार्म आनलाईन भरा जा रहा है | इसकी पूरी जानकारी किसान समाधान लेकर आया है |
मछली पालन योजना किस राज्य के लिए है ?
यह योजना केंद्र तथा राज्य सरकार के द्वारा चलाइ जा रही है लेकिन अभी यह आवेदन केवल बिहार राज्य के किसनों के लिए है |
मिशन
- नीली क्रांति मिशन योजना का गठन देश के अंतर्देशीय और समुद्री मत्स्य पालन की पूरी क्षमता के दोहन के लिए इसे एक पेशेवर आधुनिक विश्व स्तरीय उधोग के रूप में विकसित करना है |
- देश के मछुआरों और मत्स्य किसानों की आय को दुगना करना सुनिश्चित करना है |
- मछली पकड़ने के उधोग की स्थिरता को सक्षम करने के लिए जैव सुरक्षा और पर्यावरण संबंधित चिंताओं का समाधान सुनिश्चित करना है |
उद्देश्य
- अंतर्देशीय और समुद्री क्षेत्र दोनों में देश की कुल मछली की क्षमता को पूरी तरह से टैप करने और 2020 तक उत्पादन को तिन गुना करने के लिए |
- नई तकनीकों और प्रक्रियाओं पर विशेष ध्यान देने के साथ मत्स्य उधोग को एक आधुनिक उधोग के रूप में बदलना |
- ई – कामर्स और अन्य प्रौधोगिकियों और वैश्विक सर्वोतम नवाचारों शीत उत्पादकता और बेहतर विपणन के बाद के बुनियादी ढांचे को बढ़ाने पर विशेष ध्यान देने के साथ मछुआरों को मत्स्य किसानों की आय को दुगना करना | आय बढ़ाने में मछुआरों और मछली किसानों की समावेशी भागीदारी सुनिश्चित करना |
- सहकारी, उत्पादक कंपनियों और अन्य संरचनाओं और अन्य संरचनाओं में संस्थागत तंत्र के माध्यम से फिशर और मत्स्य किसानों को लाभ के प्रवाह पर धयन देने के साथ 2020 तक निर्यात आय को तिगुना करना |
- देश की खाध और पोषण सुरक्षा को बढ़ाना |
मछली के लिए कितने योजनाओं का लाभ प्राप्त कर सकते हैं ?
मत्स्य पालन तथा विक्री से संबंधित 9 योजनाओं का लाभ प्राप्त कर सकते हैं | यह सभी योजना इस प्रकार है |
- जलकर / तालाब में मत्स्य पालन
- मत्स्य बीज उत्पादन / विक्रेता
- मत्स्य दवा एवं रसायन के विक्रेता
- मत्स्य बीज हैचरी के मालिक (मत्स्य बीज उत्पादन)
- फीड मील मालिक (फीड उत्पादन) / विक्रेता
- मछली के खुदरा विक्रेता
- मछली के थोक विक्रेता
- अलंकारी मछली का उत्पादन / विक्री एवं एकेरियम निर्माण
- मत्स्य पालन / विपणन से संबंधित उपकरण के विक्रेता
मछली पालन के लिए कितनी सब्सिडी दी जाएगी
इस सभी योजना में सब्सिडी अलग – अलग है | इसके लिए योजना तथा लागत को देखा जायेगा लेकिन सभी योजना पर 50 प्रतिशत की सब्सिडी दिया जा रहा है जी लगभग 50 हजार से 20 लाख रुपये तक की सब्सिडी दिया जा रहा है |
इसका आवेदन कहाँ से करें ?
इसका आवेदन किसान भाई ऑनलाइन कर सकतेहै जिसका लिंक दिया जा रहा है | इसके लिए ईच्छुक किसान आज ही आवेदन करें |