डीजल अनुदान योजना में अब ज्यादा पैसा दिया जाएगा
खरीफ, 2019 में अनियमित मानसून / सूखे / अल्पवृष्टि की जैसी स्थिति में फसलों के अधिक से अधिक उत्पादन करने के लिए डीजल चालित पम्पसेट से फसलों की सिंचाई के लिए 50 रूपये प्रति लीटर डीजल अनुदान देने का प्रावधान किया गया है , जिसे बढ़ाकर अब 60 रूपये प्रति लीटर करने की करवाई की जा रही है | किसानों को मिलने वाले अनुदान में विलंब को देखते हुये तीसरे कृषि रोड मैप में ऑनलाइन समयबद्ध अनुदान भुगतान की व्यवस्था की गई है | डीजल अनुदान की प्रक्रिया पूर्व के वर्षों में जटिल रहने के कारण समय से अनुदान नहीं मिलने की शिकायत किसानों की रही है | जिसके कारण डीजल अनुदान के लिए आवेदन देने से लेकर अनुदान वितरण तक की प्रक्रिया को ऑनलाइन किया गया है | सभी आवेदन करने के 25 दिनों के अन्दर ही डीजल अनुदान देने की व्यवस्था की गई है | इसे और सरलीकरण करने के विभाग प्रयासरत है |
पिछले वर्ष की भ्रान्ति खरीफ फसलों के एक एकड़ क्षेत्र में एक सिंचाई के लिए 10 लीटर डीजल खपत अनुमान के अनुसार प्रति एकड़ प्रति सिंचाई की दर से अनुदान होगा | एक किसान को धान का बिचड़ा बचाने एवं जुट फसल की 2 सिंचाई के प्रति एकड़ की दर से तथा धान, मक्का अन्य खरीफ फसलों के अन्तर्गत दलहनी , तेलाहनी, मौसमी सब्जी, औषधीय एवं सुगन्धित पौधे हेतु एक ही खेत के लिए अधिकतम 3 सिंचाई के लिए प्रति एकड़ की दर से डीजल पर अनुदान का भुगतान किया जायेगा |
यह अनुदान सभी प्रकार के किसानों को देय होगा | अनुदान की राशि पंचायत क्षेत्र के किसानों के अतिरिक्त नगर निकाय क्षेत्र के किसानों को भी देय होगा | नाबार्ड फेज 8 में निर्मित राजकीय नलकूप जो किसानों / किसान समिति के द्वारा परिचलित किए जाते हैं उनके द्वारा भी डीजल क्रय कर सिंचाई करने पर अनुदान का लाभ दिया जा सकेगा |
अब तक 86,00,816 किसनों ने अपना डीजल अनुदान ऑनलाइन पंजीकरण कराया है | साथ ही बिहार राज्य के 4,08,147 किसानों द्वारा अब तक खरीफ में डीजल अनुदान के लिए आवेदन किया गया है | आवेदन करने की सिलसिला अभी जारी है | इस योजना की पूरी जानकारी इस प्रकार है :-
डीजल अनुदान योजना किस राज्य के लिए है ?
योजना पिछले कई वर्षों से बिहार राज्य में चलाया जा रही है | इस योजना का लाभ केवल बिहार के किसान उठा सकते हैं |
दुसरे खेत में खेती करने वाले किसान को लाभ कैसे मिलेगा ?
वैसे किसान, जो दुसरे की जमीन पर खेती करते हैं, उन्हें प्रमाणित / सत्यापित करने के लिए उनके वार्ड सदस्य एवं कृषि समन्वयक / किसान सलाहकार के द्वारा संयुक्त रूप से उनकी पहचान की व्यवस्था होगी सत्यापित करते समय यह ध्यान रखा जायेगा कि वास्तविक खेती करने वाले जोतदार को ही डीजल अनुदान का लाभ मिले |
डीजल योजना का लाभ कैसे प्राप्त करें ?
इस योजना का लाभ ऑनलाइन पंजीकृत किसानों को ही दिया जायेगा | इसके लिए किसान को DBT बिहार में पंजीयन करना जरुरी है | जिससे अनुदान का पैसा सीधे किसान के खाते में पहुँच सके |
पैसा कितने दिनों में दे दिया जायेगा ?
इस बार बिहार सरकार ने यह दावा किया है की आवेदन के 25 दिन के अन्दर में ही सभी किसानों को डीजल अनुदान का पैसा दे दिया जायेगा लेकिन सरकार इससे भी वेहतर करने में लगा हुआ है |