किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए सरकार उद्यानिकी फसलों खासकर फल और फूलों की खेती को बढ़ावा दे रही है। इस कड़ी में उत्तर बिहार के किसान गेंदा फूल की खेती कर आत्मनिर्भर होंगे। उद्यानिकी विभाग बिहार की ओर से 805 हेक्टेयर क्षेत्र में गेंदा लगाने का लक्ष्य रखा गया है। किसानों को गेंदा की खेती के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से सरकार इसकी खेती के लिए अनुदान भी दे रही है।
गेंदा फूल की खेती को बढ़ावा देने के लिए समस्तीपुर के अलावा मुजफ्फरपुर, पश्चिम चम्पारण, दरभंगा, मधुबनी व पूर्वी चम्पारण जिले को शामिल किया गया है। विभागीय रिपोर्ट के अनुसार पहले जिले में बहुत कम मात्रा में गेंदा फूल की खेती हो रही थी। इसको लेकर वर्ष 2023-24 में मात्र 6 हेक्टेयर का लक्ष्य दिया गया था। विभाग की ओर से किसानों को जागरूक करने के बाद इसमें इजाफा हुआ है। जिसको लेकर इस बार समस्तीपुर जिले में 180 हेक्टेयर में खेती करने का लक्ष्य रखा गया है।
गेंदा फूल की खेती के लिए अनुदान देगी सरकार
किसानों को गेंदा की खेती करने के लिए प्रोत्साहित करने हेतु सरकार द्वारा अनुदान दिया जा रहा है। इसमें अब तक 1167 आवेदकों ने योजना का लाभ लेने के लिए पोर्टल पर आवेदन किया है। उद्यान विभाग की ओर से किसानों से ऑनलाइन आवेदन लिए जा रहे हैं। इसके बाद किसानों को अनुदानित दर पर गेंदा फूल के पौधे उपलब्ध कराये जाएँगे। प्रति हेक्टेयर इकाई लागत 40 हजार रुपये पर किसानों 70 फीसदी तक का अनुदान दिया जाएगा। यानि प्रति हेक्टेयर किसानों को 28 हजार रुपये का अनुदान दिया जाएगा। अनुदान राशि में से ही किसानों को गेंदा के पौधे किसानों को उपलब्ध कराये जाएँगे।
उद्यान विभाग के सहायक निदेशक प्रशांत कुमार ने बताया कि योजना का लाभ लेने के लिए इच्छुक किसान डीबीटी पोर्टल पर पंजीकृत कराकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। उन्हें योजना का लाभ पहले आओ पहले पाओ के आधार पर दिया जाएगा। एक किसान अधिकतम 50 डिसमिल से एक हेक्टेयर तक जमीन पर इसकी खेती करने के लिए आवेदन कर सकते हैं।