सोयाबीन की किस्में/प्रजाति (वर्ष) एवं उपयुक्त राज्य
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विशेषताएं
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VL SOYA 89 (2019)
हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड
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सोयाबीन की यह प्रजाति 2019 में विकसित की गई है| यह किस्म 111 से 120 दिन में पककर तैयार हो जाती है | इसका उत्पादन 25 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है |
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VL SOYA 201 (2016)
उत्तराखंड
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यह किस्म 113 से 120 दिन में पककर तैयार हो जाती है | इस प्रजाति के सोयाबीन की उपज 18 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है |
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VL SOYA 77 (2016)
उत्तराखंड
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यह किस्म 113 से 120 दिन में पककर तैयार हो जाती है | इस प्रजाति के सोयाबीन की उपज 23 क्विंटल प्रति हैक्टेयर होता है |
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VL SOYA 65 (2010)
उत्तराखंड
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यह किस्म 118 से 125 दिन में पककर तैयार हो जाती है | इस प्रजाति की उपज 20 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है
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VL SOYA 63 (2008)
हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड
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यह किस्म 125 से 132 दिन में पककर तैयार हो जाती है | इस प्रजाति के सोयाबीन का उपज 30 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है |
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NRC 128 (2021)
पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर–पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिमी बिहार
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यह प्रजाति 118 दिनों में पककर तैयार हो जाती है | इस प्रजाति के सोयाबीन का उत्पादन 20 क्विंटल प्रति हैक्टेयर हैं |
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PS–1477 (2017)
उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड
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यह प्रजाति 113 से 120 दिनों में पककर तैयार हो जाती है | सोयाबीन की इस प्रजाति का उत्पादन क्षमता 27 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है
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PS-1521 (2017)
उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर – पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिमी बिहार
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यह प्रजाति 112 से 115 दिनों में पककर तैयार हो जाती है | इसकी उत्पादन क्षमता 32 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है |
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PS 1480 (2017)
उत्तराखंड
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यह प्रजाति 123 से 126 दिनों में पककर तैयार हो जाती है | इस प्रजाति की उत्पादन क्षमता 25 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है |
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SL 958 (2015 )
पंजाब
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यह प्रजाति 135 से 145 दिनों में पककर तैयार हो जाती है | इस प्रजाति की उत्पादन क्षमता 23 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है |
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PUSA 12 (2015)
पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तराखंड, बिहार, उत्तरप्रदेश
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यह प्रजाति 124 से 131 दिनों में पककर तैयार हो जाती है | इस प्रजाति की उत्पादन क्षमता 25 क्विंटल प्रति क्विंटल है |
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PS 1368 (2013)
उत्तराखंड
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यह प्रजाति 117 से 125 दिनों में पककर तैयार हो जाती है | सोयाबीन की इस प्रजाति का उत्पादन क्षमता 23 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है |
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PS 1225 (2009)
पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर – पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिमी बिहार
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यह प्रजाति वर्ष 122 – 127 दिनों में पककर तैयार हो जाती है | इस प्रजाति की उत्पादन क्षमता 30 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है |
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PS 1347(2008)
पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर – पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिमी बिहार
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सोयाबीन की यह प्रजाति वर्ष 2008 में विकसित किया गया था | यह प्रजाति 120 से 125 दिनों में पककर तैयार हो जाती है | इस प्रजाति की उत्पादन क्षमता 31 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है |
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MACS 1460 (2021)
कर्णाटक, आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु, केरला, दक्षिणी महाराष्ट्रा
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यह प्रजाति 96 से 97 दिनों में पककर तैयार हो जाती है | सोयाबीन की इस प्रजाति का उत्पादन क्षमता 28 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है |
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NRC 132 (2021)
कर्णाटक, आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु, केरला, दक्षिणी महाराष्ट्रा
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यह प्रजाति 101 से 106 दिनों में पककर तैयार हो जाती है | सोयाबीन की इस प्रजाति की उत्पादन क्षमता 27 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है |
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NRC 147 (2021)
पूर्वी एवं दक्षिणी राज्य
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यह प्रजाति 96 से 97 दिनों में पककर तैयार हो जाती है | इस प्रजाति का उत्पादन क्षमता 28 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है |
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RSC 11–07 (2021)
पूर्वी एवं दक्षिणी राज्य
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यह प्रजाति 101 से 106 दिनों में पककर तैयार हो जाती है | सोयाबीन की इस प्रजाति का उत्पादन क्षमता 27 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है |
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DSB 34 (2018)
कर्णाटक, आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु, केरला, दक्षिणी महाराष्ट्रा
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यह प्रजाति 101 से 106 दिनों में पककर तैयार हो जाती है | इस प्रजाति की उत्पादन क्षमता 27 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है |
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MAUS 612 (2018)
महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश और दक्षिण भारतीय राज्य
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यह प्रजाति 93 से 98 दिनों में पककर तैयार हो जाती है | इस प्रजाति की उत्पादन क्षमता 28 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है |
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BASAR (2018)
तेलंगाना
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यह प्रजाति 105 से 115 दिनों में पककर तैयार हो जाती है | इस प्रजाति की उत्पादन क्षमता 32 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है |
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MACS 1281 (2016)
कर्णाटक, आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु, केरला, दक्षिणी महाराष्ट्रा
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यह प्रजाति 90 से 100 दिनों में पककर तैयार हो जाती है | इस प्रजाति की उत्पादन क्षमता 28 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है |
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KDS 344 (2021) फुले अग्रणी
महाराष्ट्रा एवं दक्षिणी राज्य
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यह प्रजाति 93 से 95 दिनों में पककर तैयार हो जाती है | इस प्रजाति की उत्पादन क्षमता 28 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है |
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DSB 21 (2015)
महाराष्ट्रा एवं दक्षिणी राज्य
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यह प्रजाति 90 से 95 दिनों में पककर तैयार हो जाती है | इस प्रजाति की उत्पादन क्षमता 30 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है |
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MAUS 162 (2014)
महाराष्ट्रा
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यह प्रजाति 100 से 103 दिनों में पककर तैयार हो जाती है | इस प्रजाति की उत्पादन क्षमता 30 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है |
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MACS 1188 (2013)
महारष्ट्र, कर्नाटका, आँध्रप्रदेश, तमिलनाडु
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यह प्रजाति 101 से 103 दिनों में पककर तैयार हो जाती है | इस प्रजाति की उत्पादन क्षमता 25 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है |
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MAUS 158 (2010)
कर्णाटक, आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु, केरला, दक्षिणी महाराष्ट्रा
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यह प्रजाति 93 से 98 दिनों में पककर तैयार हो जाती है | इस प्रजाति की उत्पादन क्षमता 22 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है |
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MACS 1407 (2021)
पश्चिमी बंगाल, उड़ीसा, असम, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, त्रिपुरा, मेघालय, झारखण्ड, पूर्वी बिहार
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यह प्रजाति 99 से 107 दिनों में पककर तैयार हो जाती है | इस प्रजाति की उत्पादन क्षमता 32 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है |
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NRC 136 (2021)
पश्चिमी बंगाल, उड़ीसा, असम, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, त्रिपुरा, मेघालय, झारखण्ड, पूर्वी बिहार
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यह प्रजाति 107 दिनों में पककर तैयार हो जाती है | इस प्रजाति की उत्पादन क्षमता 31 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है |
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NRCSL 1 (2021)
पश्चिमी बंगाल, उड़ीसा, असम, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, त्रिपुरा, मेघालय, झारखण्ड, पूर्वी बिहार
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यह प्रजाति 107 दिनों में पककर तैयार हो जाती है | इस प्रजाति की उत्पादन क्षमता 25 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है |
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RSC 10-46 (2021)
पश्चिमी बंगाल, उड़ीसा, असम, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, त्रिपुरा, मेघालय, झारखण्ड, पूर्वी बिहार
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यह प्रजाति 98 से 103 दिनों में पककर तैयार हो जाती है | इस प्रजाति की उत्पादन क्षमता 25 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है |
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AMS 2014-1 (2021)
पश्चिमी बंगाल, उड़ीसा, असम, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, त्रिपुरा, मेघालय, झारखण्ड, पूर्वी बिहार
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यह प्रजाति 100 से 105 दिनों में पककर तैयार हो जाती है | इस प्रजाति की उत्पादन क्षमता 24 से 32 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है |
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JS 20-116 (2019)
पश्चिमी बंगाल, उड़ीसा, असम, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, त्रिपुरा, मेघालय, झारखण्ड, पूर्वी बिहार
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यह प्रजाति 95 से 106 दिनों में पककर तैयार हो जाती है | इस प्रजाति की उत्पादन क्षमता 25 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है |
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RKS 113 (2018)
असम, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, उत्तर पूर्वी राज्य
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यह प्रजाति 100 से 102 दिनों में पककर तैयार हो जाती है | इस प्रजाति की उत्पादन क्षमता 19 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है |
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KS 103 (2018)
महाराष्ट्रा, आँध्रप्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु, कर्नाटका
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यह प्रजाति 89 से 94 दिनों में पककर तैयार हो जाती है | इस प्रजाति की उत्पादन क्षमता 30 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है |
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CGSOYA 1 (2018)
छत्तीसगढ़
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यह प्रजाति 95 से 100 दिनों में पककर तैयार हो जाती है | इस प्रजाति की उत्पादन क्षमता 28 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है |
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JS 97-52 (2008)
मध्य एवं उत्तर पूर्वी राज्य
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यह प्रजाति 99 से 109 दिनों में पककर तैयार हो जाती है | इस प्रजाति की उत्पादन क्षमता 25 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है |
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RKS 18 (2007)
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यह प्रजाति 95 से 100 दिनों में पककर तैयार हो जाती है | इस प्रजाति की उत्पादन क्षमता 26 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है |
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RAUS 5 (2007)
छत्तीसगढ़,
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यह प्रजाति 96 से 104 दिनों में पककर तैयार हो जाती है | इस प्रजाति की उत्पादन क्षमता 25 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है |
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MACS 1520 (2021)
मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, गुजरात, बुंदेलखंड, उत्तर-पश्चिमी महाराष्ट्र
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यह प्रजाति 98 से 102 दिनों में पककर तैयार हो जाती है | इस प्रजाति की उत्पादन क्षमता 29 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है |
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NRC 130 (2021)
मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, गुजरात, बुंदेलखंड, उत्तर-पश्चिमी महाराष्ट्र
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यह प्रजाति 92 दिनों में पककर तैयार हो जाती है | इस प्रजाति की उत्पादन क्षमता 30 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है |
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RSC 10-52 (2021)
मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, गुजरात, बुंदेलखंड, उत्तर-पश्चिमी महाराष्ट्र
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यह प्रजाति 99 से 103 दिनों में पककर तैयार हो जाती है | इस प्रजाति की उत्पादन क्षमता 26 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है |
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AMS-MB-5-18 (2021)
मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, गुजरात, बुंदेलखंड, उत्तर-पश्चिमी महाराष्ट्र
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यह प्रजाति 98 से 102 दिनों में पककर तैयार हो जाती है | इस प्रजाति की उत्पादन क्षमता 25 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है |
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JS 20-94 (2019)
मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, गुजरात, बुंदेलखंड, उत्तर-पश्चिमी महाराष्ट्र
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यह प्रजाति 98 से 100 दिनों में पककर तैयार हो जाती है | इस प्रजाति की उत्पादन क्षमता 27 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है |
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JS 20-98 (2018)
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यह प्रजाति 96 से 101 दिनों में पककर तैयार हो जाती है | इस प्रजाति की उत्पादन क्षमता 23 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है |
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NRC 127 (2018)
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यह प्रजाति 100 से 104 दिनों में पककर तैयार हो जाती है | इस प्रजाति की उत्पादन क्षमता 22 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है |
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RVS 2002-4 (2017)
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यह प्रजाति 92 से 97 दिनों में पककर तैयार हो जाती है | इस प्रजाति की उत्पादन क्षमता 22 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है |
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RVS-18 (2007)
मध्य प्रदेश
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यह प्रजाति 92 से 97 दिनों में पककर तैयार हो जाती है | इस प्रजाति की उत्पादन क्षमता 24 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है |
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JS 20-69
मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, गुजरात, बुंदेलखंड, उत्तर-पश्चिमी महाराष्ट्र
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यह प्रजाति 91 से 97 दिनों में पककर तैयार हो जाती है | इस प्रजाति की उत्पादन क्षमता 23 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है |
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NRC-86 (2015)
मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, गुजरात, बुंदेलखंड, उत्तर-पश्चिमी महाराष्ट्र
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यह प्रजाति 95 से 100 दिनों में पककर तैयार हो जाती है | इस प्रजाति की उत्पादन क्षमता 24 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है |
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JS 20-34 (2014)
मध्यप्रदेश, महाराष्ट्रा, राजस्थान, उत्तरप्रदेश
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यह प्रजाति 86 से 88 दिनों में पककर तैयार हो जाती है | इस प्रजाति की उत्पादन क्षमता 22 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है |
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JS 20 – 29 (2014)
मध्यप्रदेश, महाराष्ट्रा, राजस्थान, उत्तरप्रदेश
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यह प्रजाति 93 से 96 दिनों में पककर तैयार हो जाती है | इस प्रजाति की उत्पादन क्षमता 24 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है |
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RVS 2001-4 (2014) (राज विजय सोयाबीन)
मध्यप्रदेश
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यह प्रजाति 101 से 105 दिनों में पककर तैयार हो जाती है | इस प्रजाति की उत्पादन क्षमता 28 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है |
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RKS 45 (2013)
राजस्थान
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यह प्रजाति 98 से 100 दिनों में पककर तैयार हो जाती है | इस प्रजाति की उत्पादन क्षमता 28 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है |
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RKS 24 (2011)
राजस्थान
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यह प्रजाति 95 से 98 दिनों में पककर तैयार हो जाती है | इस प्रजाति की उत्पादन क्षमता 35 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है |
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JS 97–52 (2008)
मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, गुजरात, बुंदेलखंड, उत्तर-पश्चिमी महाराष्ट्र
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यह प्रजाति 100 से 106 दिनों में पककर तैयार हो जाती है | इस प्रजाति की उत्पादन क्षमता 25 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है |
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JS 95-60 (2007)
मध्यप्रदेश, गुजरात, बुंदेलखंड, उत्तर-पश्चिमी महाराष्ट्र
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यह प्रजाति 85 से 89 दिनों में पककर तैयार हो जाती है | इस प्रजाति की उत्पादन क्षमता 23 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है |
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JS 93-05 (2021)
मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, गुजरात, बुंदेलखंड, उत्तर-पश्चिमी महाराष्ट्र
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यह प्रजाति 90 – 96 दिनों में पककर तैयार हो जाती है | इस प्रजाति की उत्पादन क्षमता 24 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है |
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NRC 37 (2001) अहिल्या 4
मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान,
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यह प्रजाति 99 से 105 दिनों में पककर तैयार हो जाती है | इस प्रजाति की उत्पादन क्षमता 30 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है |
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JS 335 (1994)
मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान
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यह प्रजाति 96 से 102 दिनों में पककर तैयार हो जाती है | इस प्रजाति की उत्पादन क्षमता 30 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है |
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