मौसम चेतावनी: 29 से 31 मई के दौरान इन जिलों में हो सकती है बारिश एवं ओलावृष्टि

Weather Update: 29 से 31 मई के लिए मौसम का पूर्वानुमान

देश में इस वर्ष लगातार आ रहे पश्चिमी विक्षोभ ने नौतपे में पड़ने वाली तपिश एवं लू से तो राहत दी है परंतु तेज हवा-आंधी एवं बारिश ओलावृष्टि से आमजन को परेशानी का सामना भी करना पड़ रहा है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग IMD के अनुसार देश में एक बार फिर से पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है जिसके चलते 31 मई तक देश के उत्तर भारतीय राज्यों में अधिकांश जिलों में तेज हवाओं के साथ बारिश एवं ओलावृष्टि हो सकती है। 

मौसम विभाग के अनुसार अभी देश में एक परिसंचरण तंत्र दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान व आसपास के क्षेत्रों के ऊपर बना हुआ है। साथ ही एक टर्फ़ लाइन राज्य से होकर उत्तर प्रदेश तक बनी हुई है। वहीं एक परिसंचरण तंत्र छत्तीसगढ़ से तमिलनाडु तक बना हुआ है जिसके प्रभाव से जम्मू कश्मीर, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, झारखंड राज्यों के अधिकांश जिलों में आंधी बारिश के साथ ही कुछ स्थानों पर ओला वृष्टि हो सकती है। 

मध्यप्रदेश के इन जिलों में हो सकती है बारिश एवं ओला वृष्टि

भारतीय मौसम विभाग के भोपाल केंद्र के द्वारा जारी चेतावनी के अनुसार 29 से 31 मई के दौरान मध्यप्रदेश के भोपाल, विदिशा, रायसेन, सिहोर, राजगढ़, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर-मालवा, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोक नगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, शयोपुर कला, सिंगरौली, सीधी, रीवा, सतना, अनुपपुर, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, सिवनी, मंडला, बालाघाट, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़ एवं निवाड़ी ज़िलों में अनेक स्थानों पर तेज हवाओं के साथ गरज चमक एवं हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है। साथ ही कुछ स्थानों पर ओला वृष्टि भी हो सकती है।

राजस्थान के इन जिलों में हो सकती है बारिश एवं ओलावृष्टि 

भारतीय मौसम विभाग के जयपुर केंद्र के द्वारा जारी चेतावनी के अनुसार 29 से 31 मई के दौरान राजस्थान के अजमेर, अलवर, भरतपुर, भीलवाड़ा, बूंदी, चित्तौरगढ़, दौसा, धौलपुर, डूंगरपुर, जयपुर, झुंझुंनू, करौली, कोटा, प्रतापगढ़, राजसमंद, सवाई माधोपुर, सीकर, सिरोही, टोंक, उदयपुर,  बाड़मेर, बीकानेर, चूरु, हनुमानगढ़, जैसलमेर, जलौर, जोधपुर नागौर, पाली एवं श्री गंगानगर ज़िलों में अधिकांश स्थानों पर तेज हवाओं के साथ गरज चमक एवं हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है। साथ ही कुछ स्थानों पर ओला वृष्टि भी हो सकती है।

छत्तीसगढ़ के इन जिलों में हो सकती है बारिश एवं ओलावृष्टि

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के रायपुर केंद्र के अनुसार 29 मई के दौरान छत्तीसगढ़ राज्य के सरगुजा, जशपुर, कोरिया, सूरजपुर, बलरामपुर, बिलासपुर, रायगढ़, मुंगेली, कोरबा, जांजगीर, रायपुर, कबीरधाम, राजनंदगाँव जिलों में वहीं 29 से 30 मई के दौरान गरियाबंद, धमतरी, महासमुंद वहीं 29 से 31 मई के दौरान बस्तर, कोंडागांव, दंतेवाडा, सुकमा, कांकेर, बीजापुर एवं नारायणपुर जिलों में अनेक स्थानों पर गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम वर्षा होने की सम्भावना है। साथ ही कुछ स्थानों पर ओला वृष्टि भी हो सकती है।

पंजाब एवं हरियाणा के इन जिलों में हो सकती है बारिश एवं ओलावृष्टि 

भारतीय मौसम विभाग चंडीगढ़ केंद्र के द्वारा जारी चेतावनी के अनुसार 29 से 31 मई के दौरान के दौरान पठानकोट, गुरदासपुर, अमृतसर, तरन-तारण, होशियारपुर, नवांशहर, कपूरथला, जालंधर, फिरोजपुर, फाजिल्का, फरीदकोट, मुक्तसर, मोगा, भटिंडा, लुधियाना, बरनाला, मनसा, संगरूर, फतेहगढ़ साहिब, रूपनगर, पटियाला एवं सास नगर जिलों में अधिकांश स्थानों पर तेज हवाओं के साथ ही गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है। वहीं कुछ स्थानों पर ओला वृष्टि होने की सम्भावना है।

वहीँ हरियाणा राज्य में 29 से 31 मई के दौरान चंडीगढ़, पंचकुला, अम्बाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल, महेंद्र गढ़, रेवारी, झज्जर, गुरुग्राम, मेवात, पलवल, फरीदाबाद, रोहतक, सोनीपत, पानीपत, सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, जींद, भिवानी एवं चरखी दादरी जिलों में अधिकांश स्थानों पर तेज हवाओं के साथ ही गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है। वहीं कुछ स्थानों पर ओला वृष्टि होने की सम्भावना है।

उत्तर प्रदेश के इन जिलों में हो सकती है बारिश एवं ओला वृष्टि 

भारतीय मौसम विभाग के लखनऊ केंद्र के द्वारा जारी पूर्वानुमान के अनुसार 29 से 31 मई के दौरान उत्तर प्रदेश के आगरा, मथुरा, मैनपुरी, फ़िरोज़ाबाद, अलीगढ़, एटा, हाथरस, कासगंज, बरेली, बंदायू, पीलभीत, शाहजहांपुर, चित्रकूट, बाँदा, महोबा, झाँसी, जालौन, ललितपुर, कानपुर नगर, कानपुर देहात, इटावा, औरैया, कन्नौज, फ़र्रुखाबाद, लखनऊ, लखीमपुर खीरी, हरदोई, उन्नाव, सीतापुर, मेरठ, बागपत, बुलंदशहर, गौतम बुद्ध नगर, ग़ाज़ियाबाद, हापुड़, मुरादाबाद, बिजनौर, रामपुर, अमरोहा, संभल, प्रयागराज, फ़तेहपुर, सहारनपुर, मुज्जफरनगर एवं शामली, ज़िलों में कहीं-कहीं कुछ स्थानों पर तेज हवा आंधी के साथ हल्की से मध्यम वर्षा एवं कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि होने की संभावना है। 

झारखंड के इन जिलों में हो सकती है बारिश एवं ओला वृष्टि 

भारतीय मौसम विभाग के राँची केंद्र के द्वारा जारी चेतावनी के अनुसार 29 से 31 मई के दौरान झारखंड राज्य के बोकारो, चतरा, देवघर, धनबाद, दुमका, पूर्वी सिंहभूम, गढ़वा, गिरिडीह, गोड्डा, गुमला, हज़ारीबाग़, जामताड़ा, खुटी, कोडरमा, लातेहार, लोहरदग्गा, पाकुड़, पलामू, रामगढ़, राँची, साहिबगंज, सराइकेला खरसावाँ, सिमडेगा एवं पश्चिमी सिंहभूम जिलों में अनेक स्थानों पर तेज हवाओं के साथ गरज-चमक एवं बारिश होने की सम्भावना है।

गाय की इन नस्ल पालने वाले किसानों ने जीता 2 लाख रुपए का पुरस्कार, जानिए कितना दूध देती हैं यह गाय

उन्नत नस्ल की दुधारु गायों के विजेता को मिला पुरस्कार

देश में देसी गोवंश के संरक्षण एवं किसानों को इन गायों को पालने के लिए प्रोत्साहित करने हेतु सरकार द्वारा कई योजनाएँ चलाई जा रही है। इसमें मध्य प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश एवं देश की देसी गायों को पालने वालों को प्रोत्साहित करने के लिए “मुख्यमंत्री पशुपालन विकास योजना” चलाई जा रही है। योजना के तहत राज्य में 1 फरवरी से लेकर 15 फरवरी के दौरान प्रतियोगिता आयोजित की गई थी। जिसमें राज्य स्तर पर जितने वाले किसानों को 28 मई के दिन पुरस्कृत किया गया।

मध्य प्रदेश के पशुपालन एवं डेयरी मंत्री श्री प्रेमसिंह पटेल ने बड़वानी जिले के ग्राम धाबाबावड़ी के भीमा नायक प्रेरणा केन्द्र में रविवार को मुख्यमंत्री पशुपालन विकास योजना में गो-पालकों को राज्य स्तरीय पुरस्कार वितरित किये। इसमें सबसे अधिक दूध देने वाली देसी गाय पालने वालों को पुरस्कार दिया गया।

प्रदेश की मालवी नस्ल की गाय को मिला प्रथम पुरस्कार

मंत्री श्री पटेल ने प्रदेश की मूल गो-वंशीय नस्ल की गायों की प्रतियोगिता में मालवी नस्ल की गाय द्वारा प्रतिदिन औसत 14.760 लीटर दूध देने पर गो-पालक शाजापुर निवासी श्री आशीष शर्मा को 2 लाख रूपये का प्रथम पुरस्कार, मालवी नस्ल की गाय द्वारा 12.882 लीटर दूध देने पर गो-पालक बांदरबेला, बड़नगर निवासी श्री घनश्याम प्रजापत को एक लाख रूपये का द्वितीय पुरस्कार तथा निमाड़ी नस्ल की गाय द्वारा प्रतिदिन औसत 11.96 लीटर दूध देने पर गो-पालक पटलावद, धरमपुरी निवासी श्री दीपक वर्मा को 50 हजार रूपये का तृतीय पुरस्कार, प्रमाण-पत्र एवं प्रतीक-चिन्ह देकर पुरस्कृत किया। कार्यक्रम में संचालक पशुपालन एवं डेयरी डॉ. आर.के. मेहिया भी मौजूद थे।

देश की गिर नस्ल की गाय को मिला प्रथम पुरस्कार

वहीं भारतीय उन्नत नस्ल की दुधारू गायों की प्रतियोगिता में गिर नस्ल की गाय द्वारा प्रतिदिन औसत 25.21 लीटर दुग्ध उत्पादन करने पर नयागाँव जिला छतरपुर निवासी गो-पालक श्री राजमणी यादव को 2 लाख रूपये का प्रथम, गिर नस्ल की गाय द्वारा प्रतिदिन औसत 22.45 लीटर दुग्ध उत्पादन पर ग्वालटोली जिला नीमच के गोपालक श्री नीलू मुरारी दीवान को एक लाख रूपये का द्वितीय पुरस्कार और साहीवाल नस्ल की गाय द्वारा प्रतिदिन औसत 20.99 लीटर दुग्ध उत्पादन करने पर कथुरा बेढ़न जिला सिंगरौली निवासी गो-पालक श्री रावेन्द्र कुमार पाण्डे को तृतीय पुरस्कार 50 हजार रूपये, प्रमाण-पत्र एवं प्रतीक-चिन्ह देकर पुरस्कृत किया।

कार्यक्रम में इन्हें भी किया गया सम्मानित

पशुपालन मंत्री श्री पटेल ने बड़वानी जिले के प्रगतिशील कृषक सर्वश्री जगदीश, संजय भाई, अन्नू मेहता, महेन्द्र गोस्वामी, संतोष पाटीदार, हितेन्द्र पाटीदार और राधेश्याम धनगर को शॉल-श्रीफल देकर सम्मानित किया। उन्होंने उत्कृष्ट कार्य करने वाले पशुपालन विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों को भी सम्मानित किया। कार्यक्रम में जन-प्रतिनिधि, प्रशासनिक अधिकारी, पशुपालन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी और बड़ी संख्या में पशुपालक मौजूद थे।

क्या है मुख्यमंत्री पशुपालन विकास योजना

पशुपालन विभाग द्वारा मध्यप्रदेश की मूल नस्ल की गाय- मालवी, निमाड़ी और केनकथा के साथ भारतीय उन्नत नस्ल के गो-पालन को बढ़ावा दिया जा रहा है। मध्य प्रदेश की मूल गोवंश एवं भारतीय उन्नत नस्ल की दुधारू नस्लों को शामिल किया गया है। जिसमें मध्य प्रदेश की मूल गौवंशीय नस्ल प्रतियोगिता 15 जिलों आगर-मालवा, शाजापुर, राजगढ़, उज्जैन, इंदौर, खंडवा, खरगोन, बुरहानपुर, बड़वानी, धार, दमोह, पन्ना, टीकमगढ़, छतरपुर और निवाड़ी में की जाती है। प्रदेश की मूल गौवंशी नस्ल-मालवी, निवाड़ी और केनकथा नस्ल गाय का प्रतिदिन दुग्ध उत्पादन 4 लीटर या अधिक और भारतीय गाय का 6 लीटर या उससे अधिक होना चाहिए। इस प्रतियोगिता में भी ज़िला स्तर एवं राज्य स्तर पर प्रथक पुरस्कार दिए जाते हैं।

दोनों प्रकार की गायों में जितने वालों ज़िला स्तर पर एवं प्रादेशिक स्तर पर पुरस्कार दिए जाने का प्रावधान किया गया है। जिसमें दोनों प्रतियोगिताओं में जिला स्तरीय प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार क्रमश: 51 हजार, 21 हजार और 11 हजार रूपये दिया जाता है। इसी तरह राज्य स्तरीय पुरस्कार भी क्रमश: 2 लाख, 1 लाख और 50 हजार रूपये का होगा। तीनों पुरस्कार के अलावा शेष प्रतियोगी गायों को प्रमाण-पत्र प्रदान किए जाते हैं। 

75 प्रतिशत तक की सब्सिडी पर अपने खेत में तालाब बनाने के लिए किसान अभी आवेदन करें

बलराम ताल योजना के तहत अनुदान हेतु आवेदन 

कृषि क्षेत्र में जोखिम कम करने एवं किसानों को सिंचाई सुविधाएँ उपलब्ध कराने के लिए सरकार द्वारा कई योजनाएँ चलाई जा रही है। अधिक से अधिक किसानों को सिंचाई की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए सरकार द्वारा प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना PMKSY के तहत सिंचाई के संसाधनों, स्त्रोत के निर्माण, सिंचाई यंत्र आदि पर आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाती है। प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना PMKSY के कई घटक है जिनमें तालाब निर्माण भी एक है ।

मध्यप्रदेश सरकार ने प्रदेश में पहले से चल रही “बलराम ताल योजना” को भी प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत शामिल कर लिया है। सरकार ने पिछले वर्ष 2022 में योजना के तहत कुछ नए संशोधन कर योजना को राज्य के सभी जिलों में लागू किया गया है। कृषि विभाग ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए लक्ष्य जारी कर दिए हैं। इच्छुक किसान योजना का लाभ लेने के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।

तालाब बनाने के लिए कितना अनुदान (Subsidy) दिया जाएगा?

इस योजना में सामान्य कृषकों को अपने खेतों में बलराम ताल निर्माण हेतु स्वीकृत लागत की प्रावधानित अनुदान 40 प्रतिशत अधिकतम 80,000 रुपये के अतिरिक्त लगने वाली राशि का व्यय स्वयं वहन करना होगा। इसी प्रकार लघु सीमान्त कृषकों को स्वीकृत लागत के अनुसार प्रावधानित अनुदान का 50 प्रतिशत अधिकतम राशि 80,000 रुपये के अतिरिक्त लगने वाले व्यय का वहन स्वयं करना होगा। इसी प्रकार अनुसूचित जाति/जनजाति के कृषकों को स्वीकृत लागत के अनुसार प्रावधानित अनुदान 75 प्रतिशत अधिकतम राशि 1,00,000 रुपये के अतिरिक्त लगने वाले व्यय का वहन स्वयं करना होगा।

बलराम ताल योजना की पूरी जानकारी के लिए pdf डाउनलोड करें 

योजना में क्या संशोधन किया गया है?

वर्ष 2022 में मध्यप्रदेश कृषि विभाग द्वारा योजना में कुछ संशोधन कर सम्पूर्ण राज्य में लागू कर दिया गया है। योजना के तहत राज्य के वे सभी किसान जिनके खेतों में पहले से ड्रिप या स्प्रिंकलर इरिगेशन यंत्र स्थापित है अथवा वे किसान जो बलराम तालाब निर्माण के साथ या निर्माण के बाद माइक्रो इरिगेशन (ड्रिप या स्प्रिंकलर) स्थापित करेंगे उन किसानों को ही योजना का लाभ दिया जाएगा। 

सब्सिडी प्राप्त करने के लिए किसान को बनवाना होगा इस तरह का तालाब

जल संग्रहण के लिए किसानों को खेत का निचला हिस्सा सबसे उपयुक्त होता है। वैसे तो तालाब निर्माण के लिए कई आदर्श मॉडल उपलब्ध है। परंतु यह ताल किसानों की निजी भूमि में बनाना है इसलिए तालाब की लम्बाई, चौड़ाई कृषक के पास भूमि उपलब्धता पर निर्भर करती है। पर किसानों को तालाब की गहराई कुछ स्थितियों को छोड़कर 3 मीटर ही रखना होगा।

  • खुदाई स्थल की चौड़ाई 15 मीटर से कम नहीं होनी चाहिए।
  • खुदाई करते समय साइड स्लोप 1.5:1 रखना होगा ताकि मिट्टी के धसकने की आशंका न रहे।
  • खोदी गई मिट्टी की मात्रा को कृषक अपनी आवश्यकतानुसार किसी भी स्थान पर उपयोग कर सकता है। किंतु यदि मिट्टी का उपयोग बंधान के रूप में किया जाता है तो उसके कम से कम 1 मीटर की दूरी पर डाला जाए ताकि खुदाई स्तर को आसानी से नापा जा सके। ऐसा करने से बारिश के समय मिट्टी वापस ताल में नहीं आएगी।
  • तालाब के बंधान पर अरहर (तुअर) अथवा अन्य उपयुक्त फसलें लगाई जा सकती है, जिससे कि बंधान के साथ किसान को कुछ आर्थिक लाभ हो सके। तालाब में मछली एवं बतख पालन का कार्य करके भी किसान अतिरिक्त आमदनी प्राप्त कर सकते है। 
  • सुरक्षा की दृष्टि से स्थल पर बोर्ड लगाना आवश्यक होगा ताकि तालाब में गिरने जैसी गठित नहीं हो सके। यह किसान को स्वयं के व्यय से लगाना होगा। बोर्ड के अभाव में किसी भी प्रकार की दुर्घटना के लिए कृषक स्वयं ज़िम्मेदार होंगे।

किसान अनुदान पर तालाब निर्माण हेतु कहाँ आवेदन करें?

मध्यप्रदेश में बलराम तालाब योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है। राज्य के इच्छुक किसान जारी लक्ष्यों के विरुद्ध ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। किसान भाई ऑनलाइन आवेदन ई-कृषि यंत्र अनुदान पोर्टल से कर सकते हैं, किसान भाई Mponline या किसी इंटरनेट कैफ़े से जाकर भी आवेदन कर सकते हैं ।अधिक जानकारी के लिए किसान जिला कृषि विभाग में भी संपर्क कर जानकारी ले सकते हैं ।

सब्सिडी पर बलराम ताल निर्माण हेतु आवेदन करने के लिए क्लिक करें 

सभी ग्राम पंचायतों में बनाई जाएगी नमो चौपाल, कृषि वैज्ञानिक देंगे खेती-किसानी की जानकारी

नमो चौपाल का निर्माण

देश में किसानों को कृषि क्षेत्र की आधुनिक एवं उन्नत तकनीकों की जानकारी उपलब्ध कराने के लिए सरकार द्वारा समय-समय पर कृषि मेलों का आयोजन किया जाता है। इस कड़ी में मध्य प्रदेश सरकार द्वारा राज्य के अलग अलग ज़िलों में कृषि मेले का आयोजन किया जा रहा है। किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल ने उज्जैन में हुए एग्री एक्सपो (कृषि मेले) का शुभारंभ किया।

इस अवसर पर उन्होंने कहा कि प्रत्येक ग्राम पंचायत मुख्यालय पर नमो चौपाल का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि नमो चौपाल पर किसान, ग्रामीण और कृषि वैज्ञानिक खेती-किसानी पर सामूहिक चर्चा करेंगे। साथ ही कृषि मंत्री ने एग्री एक्सपो में लगाये गये विभिन्न स्टाल का अवलोकन किया।

विश्वविद्यालयों में अब जैविक एवं प्राकृतिक खेती के बारे में पढ़ाया जाएगा

कृषि मंत्री ने कहा कि किसानों से आधुनिक खेती, उन्नत खेती, जैविक खेती आदि की चर्चा के लिये कृषि मेलों का आयोजन किया जा रहा है। किसानों के हित में मंडियों का सुदृढ़ीकरण किया गया है। उन्होंने कृषि सम्बन्धित योजनाओं का विस्तार से जिक्र करते हुए किसानों से आहवान किया कि वे अधिक से अधिक योजनाओं का लाभ लें।

उन्होंने कहा कि पहले कृषि विश्वविद्यालयों में प्राकृतिक खेती एवं जैविक खेती सम्बन्धित विषयों को पढ़ाया नहीं जाता था, परन्तु अब उन्हें निर्देशित किया गया है कि वे इस सम्बन्ध में पढ़ाने का कार्य करें, जिससे हमारे किसान अधिक से अधिक प्राकृतिक एवं जैविक खेती कर सकें।

किसान अब शून्य प्रतिशत ब्याज दर योजना के तहत 31 मई तक जमा कर सकते हैं लोन

शून्य प्रतिशत ब्याज दर पर ऋण जमा करने के लिए लास्ट डेट

किसानों को विभिन्न फसलों की खेती के लिए आवश्यक पूँजी निवेश के लिए बैंक से लोन दिया जाता है। किसानों को यह लोन अल्पावधि के लिए खरीफ एवं रबी फसलों के लिए वर्ष में दो बार मिलता है। मध्य प्रदेश सरकार यह ऋण राज्य के किसानों को सहकारी बैंक के माध्यम से बिना किसी ब्याज के उपलब्ध कराती है। मध्य प्रदेश सरकार ने किसानों को राहत देते हुए खरीफ-2022 सीजन के अल्पकालीन ऋण को जमा करने की तिथि 31 मई तक बढ़ा दिया है। यह रियायत उपार्जन की समयावधि में फसल विक्रय करने वाले किसानों को मिलेगी। पूर्व में यह तिथि 30 अप्रैल 2023 थी।

सचिव सहकारिता श्री विवेक पोरवाल ने समयावधि बढ़ाने संबंधी आदेश जारी कर बताया है कि उपार्जन में फसल विक्रय पर किसानों को तकनीकी आदि कारणों से राशि मिलने में होने वाले विलंब को ध्यान में रख यह निर्णय लिया गया है।

इन किसानों को दी गई है लोन जमा करने की अवधि में छूट

योजना के तहत ऐसे सभी किसानों को शामिल किया गया है जिनके द्वारा समर्थन मूल्य पर अपने विभिन्न फसलों जैसे गेहूं, चना, मसूर, सरसों आदि  समय पर बेचा गया है। परंतु तकनीकी आदि कारणों के कारण उन्हें राशि विलम्ब से प्राप्त हुई है। जिस कारण किसानों को शून्य प्रतिशत ब्याज दर योजना के अंतर्गत खरीफ 2022 सीजन हेतु निर्धारित ड्यु डेट 30 अप्रैल से बढ़ाकर 31 मई 2023 किया गया है।

अतः केवल उपार्जन की समयावधि में फसल विक्रय करने वाले किसानों के लिए खरीफ 2022 सीजन में वितरित किए गए अल्पकालिक फसल ऋण की देय तिथि 30 अप्रैल, 2023 से बढ़ाकर 31 मई, 2023 की गई है। योजना की शेष शर्तें यथावत रहेंगी। 

मुख्यमंत्री श्री चौहान का कृषि मंत्री श्री पटेल ने जताया आभार

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान का किसानों को दी गई राहत के लिये किसान-कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल ने आभार माना है। शासन ने प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों द्वारा खरीफ-2022 सीजन में वितरित अल्पकालीन ऋण की देय तिथि को 30 अप्रैल से बढ़ा कर 31 मई करने संबंधी आदेश जारी किया है।

मंत्री श्री पटेल ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान के निर्देश पर जारी किये गये आदेश से किसानों को फसल ऋण जमा कराने के लिये अतिरिक्त समय मिल गया है। इसका लाभ उपार्जन की समयावधि में फसल विक्रय करने वाले कृषकों को मिलेगा।

610 किसानों को सब्सिडी पर दिए गए ट्रैक्टर एवं अन्य कृषि यंत्र

ट्रैक्टर एवं अन्य कृषि यंत्रों की खरीद पर अनुदान

देश में कृषि क्षेत्र में श्रमिकों की प्रतिदिन घटती संख्या के कारण मजदूरी दर के साथ साथ कृषि लागत में भी इजाफा हो रहा है, जो किसानों की परेशानी का सबसे बड़ा कारण है। खेत की जुताई से लेकर फसलों की कटाई तक कृषि श्रमिकों का उपयोग होता है। ऐसे में कृषि श्रमिकों का समय पर न मिलना और अधिक मज़दूरी के चलते किसानों को काफी परेशानी होती है। इस समस्या को दूर करने के लिए सरकार द्वारा किसानों को कृषि यंत्रों की खरीद पर भारी सब्सिडी दी जाती है।

इस कड़ी में छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा कृषि यांत्रिकीकरण योजना के माध्यम से सामान्य वर्ग के किसानों के साथ ही अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति तथा महिला कृषकों को भी 40 से लेकर 50 प्रतिशत तक अनुदान पर कृषि यंत्र उपलब्ध करा रही है। साथ ही किसानों को कृषि यंत्र खरीदने के लिए बैंक ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है।

किसानों को अनुदान पर दिए गए 610 ट्रैक्टर एवं अन्य कृषि यंत्र

छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिलें में सरकार द्वारा संचालित कृषि यांत्रिकीकरण की योजना-कृषि यांत्रिकीकरण सबमिशन व अन्य सहभागी योजनाओं के माध्यम से पिछले 4 वर्षों में 610 कृषकों को ट्रेक्टर एवं शक्ति चलित कृषि यंत्र उपलब्ध कराकर राशि 5 करोड़ 90 लाख 42 हजार रुपए का अनुदान राशि प्रदान कर लाभान्वित किया गया है। इसमें वर्ष 2019-20 में ट्रेक्टर, पावर टिलर, थ्रेसर रोटावेटर, सीडकम फर्टिलाइजर ड्रिल, मिनीराईस मिल, रीपर पर 58 लाख 59 हजार रुपए का अनुदान 99 किसानों को दिया गया है।

वर्ष 2020-21 में कृषकों की संख्या बढ़ते क्रम में ट्रेक्टर, पावर टिलर, थ्रेसर रोटावेटर, सीडकम फर्टिलाइजर ड्रिल, मिनीराईस मिल, रीपर पर 110 कृषकों को 1 करोड़ 39 लाख 96 हजार रूपए का अनुदान प्राप्त हुआ है। वर्ष 2021-21 में ट्रेक्टर एवं अन्य शक्ति चलित कृषि यंत्रों पर 121 कृषकों द्वारा 1 करोड़ 55 लाख 65 हजार रूपए का अनुदान लाभ प्राप्त किया। वर्ष 2022-23 में 168 ट्रेक्टर, 7 पैडीट्रांसप्लांटर, 26 रीपर, 8 कम्बाईन हार्वेस्टर, 7 मिनीराईस व दाल मिल, 25 थ्रेसर, पावर टिलर, 32 सीडकम फर्टिलाइजर ड्रिल, 6 अन्य यंत्र, बेलर, कल्टीवेटर, लेबलर, हेरो एवं पावर वीडर कुल 280 कृषकों द्वारा 2 करोड़ 36 लाख 22 हजार रूपए का अनुदान लाभ प्राप्त किया है। 

किसानों को कृषि यंत्र खरीदने के लिए बैंक से दिया जा रहा है ऋण

प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्ष 2019 के पूर्व वर्षों की तुलना में कृषि यंत्र का लाभ लेने वाले किसानों की संख्या में चार गुना अनुदान राशि वितरण में डेढ़ गुना अधिक वृद्धि हुई है। सरकार द्वारा कृषि यंत्र खरीदी हेतु आर्थिक रूप से कमजोर किसानों को उनकी उपयोगिता के अनुसार कृषि यंत्र प्रदान कराने के लिए ट्रेक्टर एवं अन्य शक्ति चलित कृषि यंत्रों पर बैंकों के माध्यम से आसानी से ऋण भी उपलब्ध कराया जा रहा है।

28 मई को आयोजित किया राज्य स्तरीय पुरस्कार वितरण समारोह, देसी नस्ल की गाय पालने वालों को मिलेगा 2 लाख रुपए का ईनाम

देसी नस्ल की गाय पालकों को पुरस्कार वितरण समारोह

देश में देसी नस्ल के गोवंश को संरक्षण प्रदान करने के लिए सरकार द्वारा कई योजनाएँ चलाई जा रही है। इस कड़ी में देसी गाय पालने वालों को प्रोत्साहित करने के लिए मध्य प्रदेश सरकार ने इस वर्ष देश प्रदेश की उन्नत नस्लों की गाय पालने वालों के लिए प्रतियोगिता का आयोजन किया था। जिसमें राज्य स्तर पर विजेताओं को पुरस्कार का वितरण 28 मई को किया जाएगा।

बता दें कि मध्य प्रदेश सरकार द्वारा राज्य में प्रदेश की मूल गो-वंशीय नस्ल एवं भारतीय उन्नत नस्ल की दुधारु गायों को पालने वाले पशु पालकों के लिए “मुख्यमंत्री पशुपालन विकास योजना” चलाई जा रही है। योजना के अंतर्गत राज्य स्तरीय पुरस्कार वितरण समारोह 28 मई को बड़वानी जिले के ग्राम धाबाबावड़ी में होगा। पशुपालन एवं डेयरी मंत्री श्री प्रेमसिंह पटेल विजेताओं को पुरस्कृत करेंगे।

15 फरवरी तक आयोजित की गई थी प्रतियोगिताएँ

पशुपालन विभाग द्वारा मध्यप्रदेश की मूल नस्ल की गायें- मालवी, निमाड़ी और केनकथा के साथ भारतीय उन्नत नस्ल के गो-पालन को बढ़ावा देने के लिये प्रदेश के सभी जिलों में 1 फरवरी से 15 फरवरी 2023 तक प्रतियोगिताएँ की गई थीं। 

प्रतियोगिताओं में जिला स्तर पर जितने वाले किसानों को प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार क्रमश: 51 हजार, 21 हजार और 11 हजार रूपये दिया जाता है । वहीं राज्य स्तर पर जितने वाले पशुपालकों को प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार के रूप में क्रमश: 2 लाख, 1 लाख और 50 हजार रूपये दिया जाएगा। तीनों पुरस्कार के अलावा शेष प्रतियोगी गायों को प्रमाण-पत्र प्रदान दिए जाएँगे।

मध्य प्रदेश की इन नस्लों को मिलेगा पुरस्कार

मध्यप्रदेश की मूल गो-वंशीय नस्ल की गायों की प्रतियोगिता में शाजापुर जिले के श्री आशीष शर्मा की 14.760 लीटर दूध देने वाली मालवी गाय को प्रथम, उज्जैन जिले के बांदरबेला बड़नगर के श्री घनश्याम प्रजापति की 12.882 लीटर दूध देने वाली मालवी गाय को द्वितीय और धार जिले के पटलावद के श्री दीपक वर्मा की 11.96 लीटर दूध देने वाली निमाड़ी गाय को तृतीय पुरस्कार मिलेगा। 

इन भारतीय नस्लों की गाय मिलेगा पुरस्कार

भारतीय उन्नत नस्ल में छतरपुर जिले के नयागाँव के श्री राजमणि यादव की 25.21 लीटर दूध देने वाली गिर नस्ल की गाय को प्रथम, नीमच की श्रीमती नीलू मुरारी की 22.45 लीटर दूध देने वाली गिर नस्ल की गाय को द्वितीय और सिंगरौली जिले के कथुरा निवासी श्री रावेन्द्र कुमार पाण्डे की 20.99 लीटर दूध देने वाली साहीवाल नस्ल की गाय को तृतीय पुरस्कार दिया जायेगा।

सभी किसानों को पीएम-किसान योजना का लाभ दिलाने के लिए 10 जून तक चलाया जाएगा अभियान

पीएम-किसान योजना अभियान

देश में किसानों को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना चलाई जा रही है। योजना की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिसम्बर, 2018 में उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जनपद से की गई थी। परंतु आज भी कई किसान ऐसे हैं जिन तक योजना का लाभ नहीं पहुँच पाया है। ऐसे में उत्तर प्रदेश सरकार राज्य में एक विशेष अभियान की शुरुआत करने जा रही है जिसमें सभी पात्र किसानों को योजना का लाभ दिलाने के लिए आधार वेरिफ़िकेशन ईकेवाईसी आदि कार्य किए जाएँगे। 

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने लोक भवन सभागार में पीएम किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत समस्त पात्र कृषकों को लाभ दिलाने के लिए वृहद् संतृप्तीकरण अभियान का शुभारम्भ किया। यह अभियान 24 मई से 10 जून 2023 तक संचालित किया जाएगा। 

2.6 करोड़ से अधिक किसानों को मिल रहा है पीएम किसान योजना का लाभ 

मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में अब तक 2.63 करोड़ किसान प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना से जुड़ चुके हैं। बयान के मुताबिक अब तक उत्तर प्रदेश में 55 हजार 800 करोड़ की धनराशि पीएम किसान निधि सम्मान के रूप में प्रदेश के किसानों के खातों में भेजी जा चुकी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके बावजूद उन्हें कुछ किसानों से यह सुनने को मिलता था कि उन तक पैसा नहीं पहुंच रहा है, इसलिए सत्यापन (ऑथेंटिफिकेशन) की कार्यवाही को बृहद स्तर पर शुरू किया जा रहा है, ताकि शत प्रतिशत पात्र किसान इस योजना से लाभान्वित हो सकें।

सभी ग्राम पंचायतों में चलाया जाएगा अभियान

उन्‍होंने कहा कि आज से प्रदेश के सभी 55 हजार ग्राम पंचायतों में इस बड़े अभियान की शुरुआत हो रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि तकनीक का उपयोग भ्रष्टाचार पर प्रहार कर सकता है तो जरूरतमंदों को शासन की सुविधाओं का लाभ भी पहुंचा सकता है। इस अभियान में पोस्ट ऑफिस, कृषि और राजस्व विभाग के लोग जुड़कर गांव-गांव में पात्र किसानों को योजना से जोड़ने के महाअभियान में जुटेंगे। हर गांव में प्रचार के साथ इसे आगे बढ़ाने का काम शुरू किया जा चुका है।

10 जून के बाद कोई किसान वंचित नहीं रहेगा

उन्होंने कहा कि पीएम स्वामित्व योजना के माध्यम से किसान को घरौनी उपलब्ध कराके मालिकाना हक प्रदान किया गया है। उप्र में अब तक 56 लााख घरौनी उपलब्ध कराई जा चुकी है और इस वर्ष के अंत तक डेढ़ करोड़ परिवारों को घरौनियां प्रदान कर दी जाएंगी जिनके सर्वे का काम पूरा हो चुका है।

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह बृहद अभियान किसानों को सम्मान देने का महाअभियान है। उन्होंने कहा कि इस अभियान से जुड़ी सभी संस्थाएं इसे बृहद पैमाने पर लगू करेंगी जिससे किसानों की ओर से आने वाली शिकायतों का समाधान होगा। मुख्यमंत्री ने उम्मीद जताई कि 10 जून के बाद उप्र का कोई किसान इस प्रकार की शिकायत नहीं करेगा कि वह योजना के लाभ से वंचित रह गया।

कृषि क्षेत्र में पढ़ाई करने वाली छात्राओं को सरकार दे रही 40 हजार रुपए तक की प्रोत्साहन राशि, ऐसे मिलेगा लाभ 

कृषि क्षेत्र में पढ़ाई करने पर दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि

भारत प्राचीन काल से ही एक कृषि प्रधान देश है और इसे बनाए रखने में महिलाओं का महत्वपूर्ण योगदान है। बुवाई से लेकर रोपण, सिंचाई, कटाई और भंडारण जैसे कार्यों में महिलाएं अपना योगदान देती हैं। ऐसे में आधुनिक कृषि में भी महिलाएँ अपनी भूमिका निभा सके इसके लिए राजस्थान सरकार द्वारा कृषि विषय लेकर अध्ययन करने वाली छात्राओं को प्रोत्साहन राशि दी जा रही है। 

राजस्थान सरकार ने बजट घोषणा 2023-24 में ‘राजस्थान युवा कृषक कौशल व क्षमता संवर्द्धन मिशन’ की शुरुआत की है। इसके तहत छात्राओं को दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि में तीन गुणा तक बढ़ोतरी की गई है। योजना के तहत छात्रों को 11वीं कक्षा से लेकर पीएचडी तक अध्ययन करने पर प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।

छात्राओं को कितनी प्रोत्साहन राशि दी जाएगी

राजस्थान के कृषि आयुक्त श्री कानाराम ने जानकारी देते हुए बताया कि मिशन के तहत राज्य में कृषि विषय लेकर अध्ययन करने वाली 11वीं एवं 12वीं कक्षा की छात्राओं को प्रतिवर्ष 5 हजार रुपये से बढ़ाकर 15 हजार की राशि प्रदान की जाएगी। कृषि विज्ञान से स्नातक के विषयों जैसे कि उद्यानिकी, डेयरी, कृषि अभियांत्रिकी, खाद्य प्रसंस्करण के साथ ही स्नातकोत्तर (एम.एस.सी. कृषि) में अध्ययन करने वाली छात्राओं को 12 हजार रुपये से बढ़ाकर 25 हजार रुपये प्रतिवर्ष दिये जाएंगे। इसी प्रकार कृषि विषय में पीएचडी करने वाली छात्राओं को 15 हजार रुपये से बढ़ाकर 40 हजार रुपये प्रतिवर्ष (अधिकतम 3 वर्ष) प्रोत्साहन राशि दिये जाने का प्रावधान किया गया है।

योजना का मुख्य उद्देश्य है कि बालिकाएं कृषि के क्षेत्र में नवीनतम विधाओं का अध्ययन करें और औपचारिक शिक्षण-प्रशिक्षण प्राप्त करें, जिससे न केवल परिवार की आय बढ़ेगी बल्कि वे राज्य और देश की समृद्धि में भी योगदान दें। इस मिशन के माध्यम से कृषि शिक्षा के प्रति छात्राओं का रुझान बढ़ाने एवं बालिका शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए राज्य सरकार ने प्रोत्साहन राशि में बढ़ोतरी की है।

योजना का लाभ किन छात्राओं को दिया जाएगा?

राजस्थान युवा कृषक कौशल व क्षमता संवर्द्धन मिशन का लाभ लेने के लिए छात्रा का राजस्थान का मूल निवासी होना आवश्यक है। इसके अलावा राजकीय एवं राज्य सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त विद्यालय, महाविद्यालय या विश्वविद्यालय में कृषि संकाय में अध्ययनरत होना आवश्यक है।

कृषि में अध्ययनरत छात्राओं को राजस्थान युवा कृषक कौशल व क्षमता संवर्द्धन मिशन में आवेदन करते समय आवश्यक दस्तावेज जैसे जन आधार कार्ड, गत वर्ष की अंकतालिका और मूल निवास प्रमाण पत्र ऑनलाइन अपलोड करना होगा।

योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन कैसे करें?

मिशन में आवेदन की इच्छुक छात्राएँ ई-मित्र के माध्यम से अथवा स्वयं की एस.एस.ओ. आई.डी. से राज किसान साथी पोर्टल पर प्रोत्साहन राशि के लिए आवेदन कर सकती हैं। योजना अथवा आवेदन के संबंध में कोई भी जानकारी प्राप्त करने के लिए छात्राएं निकट के किसान सेवा केंद्र पर कृषि पर्यवेक्षक या सहायक कृषि अधिकारी या जिला स्तर पर उप निदेशक कृषि (विस्तार) से भी सम्पर्क कर सकती हैं।

मौसम चेतावनी: 24 से 26 मई के दौरान इन जिलों में हो सकती है बारिश एवं ओला वृष्टि

24 से 26 मई के लिए मौसम का पूर्वानुमान

वैसे तो देश में 25 मई से नौतपा शुरू हो जाएगा परंतु इस वर्ष नौतपे में अधिक गर्मी पड़ने की संभावना बहुत ही कम है। मौसम विभाग की माने तो इस वर्ष देश के अधिकांश उत्तर भारतीय राज्यों में नौतपे की शुरुआत बारिश से हो सकती है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग IMD की मानें तो देश में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है। जिसके चलते देश के अधिकांश राज्यों में 24 से 26 मई के दौरान अधिकांश स्थानों पर तेज हवाओं के साथ ही गरज-चमक एवं वर्षा होने की संभावना है। इसके अलावा कुछ स्थानों पर ओला वृष्टि हो सकती है।

मौसम विभाग के मुताबिक़ पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल सिक्किम, छत्तीसगढ़ राज्यों के अधिकांश जिलों में तेज हवाओं के साथ गरज चमक एवं बारिश होने की संभावना है। वहीं कुछ स्थानों पर बारिश एवं ओलावृष्टि हो सकती है।

राजस्थान के इन जिलों में हो सकती है बारिश एवं ओला वृष्टि

भारतीय मौसम विभाग के जयपुर केंद्र के द्वारा जारी चेतावनी के अनुसार 24 से 26 मई के दौरान राजस्थान के अजमेर, अलवर, बारां, भरतपुर, भीलवाड़ा, बूंदी, चित्तौरगढ़, दौसा, धौलपुर, जयपुर, झालावाड़, झुंझुंनू, करौली, कोटा, राजसमंद,  सवाई माधोपुर, सीकर, टोंक, बाड़मेर, बीकानेर, चूरु, हनुमानगढ़, जैसलमेर, जोधपुर, नागौर, पाली एवं श्री गंगानगर ज़िलों में अधिकांश स्थानों पर तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम वर्षा होने के साथ ही कुछ स्थानों पर ओला वृष्टि होने की संभावना है।

मध्यप्रदेश के इन जिलों में हो सकती है बारिश एवं ओलावृष्टि

भारतीय मौसम विभाग के भोपाल केंद्र के द्वारा जारी चेतावनी के अनुसार 24 से 26 मई के दौरान मध्यप्रदेश के भोपाल, विदिशा, रायसेन, सिहोर, राजगढ़, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर,  आगर-मालवा, गुना, अशोक नगर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, शयोपुर कला, सिंगरौली, सीधी, रीवा, सतना, अनुपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, नरसिंगपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़ एवं निवाड़ी ज़िलों में कहीं-कहीं कुछ स्थानों पर तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम वर्षा होने के साथ ही कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि होने की संभावना है।

छत्तीसगढ़ के इन जिलों में हो सकती है बारिश एवं ओलावृष्टि 

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के रायपुर केंद्र के अनुसार 24 से 26 मई के दौरान छत्तीसगढ़ राज्य के सरगुजा, जशपुर, कोरिया, सूरजपुर, बलरामपुर, बिलासपुर, रायगढ़, रायपुर, गरियाबंद, धमतरी, महासमुंद, दुर्ग, बस्तर, कोंडागांव, दंतेवाडा, सुकमा, बीजापुर एवं नारायणपुर जिलों में कुछ स्थानों पर गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम वर्षा होने की सम्भावना है। साथ ही कुछ स्थानों पर ओला वृष्टि भी हो सकती है।

बिहार के इन जिलों में हो सकती है बारिश एवं ओलावृष्टि

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के पटना केंद्र के अनुसार 24 से 26 मई के दौरान बिहार के पश्चिम चंपारण, सीवान, सारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, सीतामढ़ी, मधुबनी, मुज़फ़्फ़रपुर, दरभंगा, वैशाली, शिवहर, समस्तीपुर, सुपौल, अररिया, किशनगंज, मधेपुरा, सहरसा, पूर्णिया, कटिहार, बक्सर, भोजपुर, रोहतास, भभुआ, औरंगाबाद, अरवल, पटना, गया, नालंदा, शेख़पुरा, नवादा, बेगूसराय, लखीसराय, जहनाबाद, भागलपुर, बाँका, जमुई, मुंगेर एवं ख़गड़िया जिलों में अनेक स्थानों पर तेज हवाओं के साथ गरज-चमक एवं बारिश होने की सम्भावना है। वहीं कुछ स्थानों पर ओला वृष्टि भी हो सकती है।

पंजाब एवं हरियाणा के इन जिलों में हो सकती है बारिश एवं ओला वृष्टि 

भारतीय मौसम विभाग चंडीगढ़ केंद्र के द्वारा जारी चेतावनी के अनुसार 24 से 26 मई के दौरान पठानकोट, गुरदासपुर, अमृतसर, तरन-तारण, होशियारपुर, नवांशहर, कपूरथला, जालंधर, फिरोजपुर, फाजिल्का, फरीदकोट, मुक्तसर, मोगा, भटिंडा, लुधियाना, बरनाला, मनसा, संगरूर, फतेहगढ़ साहिब, रूपनगर, पटियाला एवं सास नगर जिलों में अधिकांश स्थानों पर गरज-चमक के साथ बारिश हो सकती है साथ ही कुछ स्थानों पर ओला वृष्टि होने की सम्भावना है।

वहीँ हरियाणा राज्य में 24 से 26 मई के दौरान चंडीगढ़, पंचकुला, अम्बाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल, महेंद्र गढ़, रेवारी, झज्जर, गुरुग्राम, मेवात, पलवल, फरीदाबाद, रोहतक, सोनीपत, पानीपत, सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, जींद, भिवानी एवं चरखी दादरी जिलों में अधिकांश स्थानों पर गरज-चमक के साथ बारिश एवं ओला वृष्टि होने की सम्भावना है।

उत्तर प्रदेश के इन जिलों में हो सकती है बारिश एवं ओला वृष्टि  

भारतीय मौसम विभाग के लखनऊ केंद्र के द्वारा जारी पूर्वानुमान के अनुसार 24 से 26 मई के दौरान उत्तर प्रदेश के आगरा, मथुरा, मैनपुरी, फ़िरोज़ाबाद, अलीगढ़, एटा, हाथरस, कासगंज, अयोध्या, अम्बेडकर नगर, सुल्तानपुर, आज़मगढ़, अमेठी, बलिया, मऊ, बरेली, बंदायू, पीलभीत, शाहजहांपुर, बस्ती, संतकबीरनगर, चित्रकूट, बाँदा, हमीरपुर, महोबा, बहराइच, बलरामपूर, गोंडा, बाराबंकी, श्रावस्ती, गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर, महाराजगंज ज़िलों में अधिकांश स्थानों पर तेज हवा आंधी के साथ हल्की से मध्यम वर्षा एवं कुछ स्थानों पर ओला वृष्टि होने की संभावना है।

इसके अलावा झाँसी, जालौन, ललितपुर, कानपुर नगर, कानपुर देहात, इटावा, औरैया, कन्नौज, फ़र्रुखाबाद, लखनऊ, लखीमपुर खीरी, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, सीतापुर, मेरठ, बागपत, बुलंदशहर, गौतम बुद्ध नगर, ग़ाज़ियाबाद, हापुड़, मुरादाबाद, मिर्ज़ापुर, भदोही, सोनभद्र, मुरादाबाद, बिजनौर, रामपुर, अमरोहा, संभल, प्रयागराज, फ़तेहपुर, कौशाम्बी, प्रतापगढ़, सहारनपुर, मुज्जफरनगर, जौनपुर, शामली, वाराणसी, ग़ाज़ीपुर, जौनपुर एवं चंदौली ज़िलों में कहीं-कहीं कुछ स्थानों पर तेज हवा आंधी के साथ हल्की से मध्यम वर्षा एवं कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि होने की संभावना है।