देश के अधिकांश राज्यों में अभी गेहूं के साथ-साथ रबी की अन्य मुख्य फसलों जैसे चना, मसूर और सरसों की खरीदी भी की जा रही है। इस कड़ी में राजस्थान में न्यूनतम समर्थन मूल्य चल रही चना और सरसों की खरीद में की जा रही तुलाई को लेकर राजफैड ने स्पष्टीकरण दिया है। राजफैड ने बारदाना के वजन और उपज में नमी को लेकर स्थिति साफ कर दी है। राजफ़ैड के मुताबिक़ नये और पुराने बारदाने के वजन में अन्तर होता है जिसके अनुसार ही तुलाई मान्य होगी।
इस संबंध में राजफैड के प्रबंध निदेशक नारायण सिंह ने बताया कि सरसों खरीद में प्रयोग में लिये जा रहे पिछले वर्ष के बारदाना का वजन 989 ग्राम है जबकि नये बारदाना का वजन 775 ग्राम है। इसलिये गत वर्ष के बारदाना के साथ सरसों की तुलाई करते समय 50 किलो 989 ग्राम तथा नये बारदाना के साथ 50 किलो 775 ग्राम की ही तुलाई मान्य है।
सरसों में कितनी नमी होगी मान्य
राजफैड के प्रबंध निदेशक ने जानकारी देते हुए बताया कि सरसों में नमी की मात्रा अधिकतम 8 प्रतिशत तक ही मान्य है। उन्होंने सभी खरीद केन्द्र प्रभारियों को निर्देश दिये हैं कि खरीद केन्द्रों पर एफ.ए.क्यू. से संबंधित मापदण्डों का स्पष्ट रूप से प्रकाशन करवाया जाना सुनिश्चित करें ताकि किसानों को किसी प्रकार की परेशानी न हो।
प्रबंध निदेशक ने बताया कि समर्थन मूल्य पर सरसों या चना का विक्रय करने के लिये स्वयं के वाहन से तुलाई कांटे तक लाने के लिये लगने वाली मजदूरी का भुगतान संबंधित किसान द्वारा ही किया जायेगा। यह मजदूरी राशि संबंधित मण्डी की धारा के अनुसार होगी। उन्होंने कहा कि राज्य में समर्थन मूल्य पर सरसों या चना के विक्रय के संबंध में समस्याओं के निराकरण हेतु हेल्पलाइन नम्बर 18001806030 स्थापित किया हुआ है जहां से किसान खरीद संबंधी समस्याओं का समाधान प्राप्त कर सकते हैं।