रबी फसलों हेतु न्यूनतम समर्थन मूल्य MSP 2021-22
वर्ष 2021–22 के रबी मौसम हेतु देश भर के किसानों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य जारी कर दिया गया है | प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्री मंडल समिति ने रबी विपणन मौसम (आरएमएस) 2021–22 की सभी अधिदेशित रबी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्यों में वृद्धि संबंधी प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है |
रबी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य ऐसे समय में जारी किया गया है, जब देश भर के किसान कृषि संबंधित बिल को लेकर आँदोलन कर रहे हैं | जहाँ किसानों के बीच इस बात की शंका है की उनकों न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं मिल पायेगा | इस आशंका को दूर करने के उद्देश्य से केंद्र सरकार ने देश के सभी राज्यों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य जारी कर दिया है |
न्यूनतम समर्थन मूल्य में 50 रुपये से 300 रुपये तक की वृद्धि
पोषण आवश्यकताओं और बदलती आहार शैली को देखते हुए और दलहनों और तिलहनों के उत्पादन में आत्मनिर्भर प्राप्त करने के लिए सरकार ने इन फसलों के लिए तुलनात्मक रूप से उच्चतर एमएसपी निर्धारित की है | न्यूनतम समर्थन मूल्य में उच्चतम बढ़ोतरी की घोषणा मसूर के लिए 300 रूपये प्रति क्विंटल के साथ – साथ चना तथा रेपसीड और सरसों प्रत्येक के लिए 225 रूपये प्रति किन्टल तथा कुसुम में 112 रूपये प्रति क्विंटल की गई है | इसी प्रकार जौ तथा गेहूं के लिए क्रमश 75 रूपये प्रति क्विंटल तथा 50 रूपये प्रति क्विंटल की वृद्धि की घोषणा की गई है |
विपणन मौसम 2021–22 की रबी फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य MSP
फसलें | न्यूनतम समर्थन मूल्य 2020 – 21 | न्यूनतम समर्थन मूल्य 2021 – 22 | उत्पादन का लागत | एमएसपी में वृद्धि (रूपये / प्रति क्विंटल) | लगत के ऊपर मुनाफा प्रति क्विंटल |
गेहूं | 1925 | 1975 | 960 | 50 | 106 |
जौ | 1525 | 1600 | 971 | 75 | 65 |
चना | 4875 | 5100 | 2866 | 225 | 78 |
मसूर | 4800 | 5100 | 2864 | 300 | 78 |
रेपसीड एवं सरसों | 4425 | 4650 | 2415 | 225 | 93 |
कुसुम | 5215 | 5327 | 3551 | 112 | 50 |
कृषि लागत में इन व्यय को शामिल किया गया है
वर्ष 2020–21 का न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित कर दिया गया है | सरकार के तरफ से बताया गया है कि लागत मूल्य में कृषि में सभी प्रकार के खर्च को शामिल किया गया है | जो इस प्रकार है :-
- मानव श्रम
- बैल श्रम/मशीन श्रम
- पट्टा (भूमि के लिए दिया गया किराया)
- बीज
- उर्वरक / खाद
- सिंचाई प्रभार (सिंचाई उपकरण, विधुत, तथा डीजल, विधि व्यय)
इन योजनाओं के तहत की जाएगी दलहन/तिलहन की खरीदी
केंद्र सरकार तथा राज्य सरकार के द्वारा देश के सभी राज्य में विभिन्न प्रकार की योजनाएं चलाये जा रही हैं | इन सभी योजनाओं के तहत दलहन की खरीदी न्यूनतम समर्थन मूल्य पर की जाएगी | दलहन की खरीदी के लिए इन सभी योजनाओं को शामिल किया जायेगा | प्रधानमंत्री अन्नदाता आय संरक्षण अभियान (पीएम-आशा) जिसमें मूल्य समर्थन योजना (पीएसएस), भावन्तर भुगतान योजना (पीडीएस) और प्रयोगिक निजी खरीद तथा भंडारण योजना (पीपीएसएस) शामिल है | यह सभी योजना के तहत दलहन तथा तिलहन की खरीदी किया जायेगा |
गेहूं का समर्थन मूल्य 2१००₹होना चाहिए तभी किसान खुशहाल होगा आमदनी दुगनी होगी लागत ज्यादा मुनाफा कम किसान को चाहिए उसका भाव गेहूं का
Gehu panjiyan kb honge
जी अभी समय है जब भी पंजीयन होंगे हम जानकारी अपडेट करेंगे |
भाई हरियाणा में सरसो का पंजीकरण कब से होगा
जी जल्द ही शुरू होंगे |
Bhai nazara ka kya tere hai
जी सवाल स्पष्ट करें |
Mater(pee) rate
https://kisansamadhan.com/todays-market-rate/ दी गई लिंक पर देखें |
Hii
जी सर क्या जानकारी चाहिए ?
गेहूं का भाव कम क्यों है
समर्थन मूल्य है सर | आप पंजीकरण करवाएं समर्थन मूल्य पर बेचने के लिए |
गेहूं का भाव क्या है
सर आगामी सीजन के लिए समर्थन मूल्य 1975 रुपये है | ताजा मंडी भाव https://kisansamadhan.com/todays-market-rate/ दी गई लिंक पर देखें |