गेहूं, चना एवं मसूर की सरकारी खरीद
रबी फसल की खरीदी उत्तर भरत के लगभग सभी राज्यों में शुरू हो चूकी है परन्तु कुछ राज्य ऐसे भी हैं जहाँ रबी फसलों की खरीदी अभी शुरू नहीं हुई है | इसका कारण यह है की गेहूं की कटाई चल रही है | इसमें से बिहार राज्य भी आता है जहाँ गेहूं की कटाई इस माह से हुई है| इसको देखते हुए राज्य सरकार ने मसूर, चना तथा गेहूं खरीदी की तिथि को 15 अप्रैल से बढाकर 20 अप्रैल कर दी है | राज्य सरकार केंद्र के द्वारा घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य पर चना, मसूर तथा गेहूं की खरीदी करेगी | इसके लिए राज्य में पैक्स ने 6400 खरीदी केंद्र बनाया है | किसान समाधान बिहार में रबी फसल की खरीदी की पूरी जानकारी लेकर आया है |
खरीदी कब से शुरू होगी
बिहार में गेहूं की कटाई अभी चल रही है | इस कारण अन्य राज्यों के मुकाबले बिहार में गेहूं की खरीदी देर से शुरू की जाती है | पहले मसूर, चना तथा गेहूं की सरकारी खरीदी 15 अप्रैल से किया जाना था लेकिन इसे बढ़कर 20 अप्रैल से कर दिया गया है | यह खरीदी 15 जुलाई 2021 तक किया जायेगा |
एक किसान अधिकतम बेच सकेगा 150 क्विंटल गेहूं
राज्य में गेहूं बेचने के लिए प्रति किसान अधिकतम सीमा तय कर दी गई है इसके मुताबिक जिस किसान के पास खुद की भूमि है वह अधिकतम 150 क्विंटल गेहूं बेच सकते हैं जबकि जिन किसान के पास खुद की भूमि नहीं है वह बटाई या लीज पर भूमि लेकर खेती कर रहे है उनके लिए अधिकतम 50 क्विंटल की सीमा निर्धारित की गई है |
1 लाख मीट्रिक टन गेहूं तथा 3.25 लाख मीट्रिक टन मसूर ख़रीदा जायेगा
खरीद करने वाली एजेंसियों के द्वारा राज्य में मसूर तथा गेहूं खरीदी का लक्ष्य रखा है | राज्य में मसूर को सरकारी एजेंसियों के द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर 3.25 लाख मीट्रिक टन खरीदी का लक्ष्य रखा है तथा चना की सरकारी खरीदी 2 लाख मीट्रिक टन का लक्ष्य है | गेहूं के लिए 1 लाख मीट्रिक टन की खरीदी न्यूनतम समर्थन मूल्य पर किये जाने का अनुमान रखा गया है, लेकिन गेहूं किसानों का आवक जारी रहता है तो खरीदी लक्ष्य को बढ़ाया जायेगा |
पैक्स द्वारा 6400 केन्द्रों पर की जाएगी खरीदी
बिहार में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर मसूर, चना तथा गेहूं की सरकारी खरीदी के लिए पैक्स ने 6400 खरीदी केंद्र बनाएं हैं | इन सभी केन्द्रों पर 20 अप्रैल से खरीदी शुरू कर दिया जायेगा |
चना, मसूर तथा गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य क्या है ?
केंद्र सरकार खरीफ, रबी तथा नगदी फसलों को मिलकर 23 फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य निर्धारित करती है | यह मूल्य देश के सभी राज्यों में सामान्य रूप से लागू होते है | इस वित्त वर्ष के लिए चना, मसूर तथा गेहूं का भी न्यूनतम समर्थन मूल्य तय किया है |
- गेहूं – 1975 रूपये प्रति क्विंटल
- चना – 5100 रूपये प्रति क्विंटल
- मसूर – 5100 रूपये प्रति क्विंटल
48 घंटों के अन्दर किया जायेगा किसानों को भुगतान
जिस किसान से गेहूं, चना तथा मसूर की खरीदी किया जायेगा उन सभी किसानों के बैंक खातों में डीबीटी के माध्यम से 48 घंटे तक में भुगतान कर दिया जायेगा | खरीदी में किसी भी प्रकार के बिचौलिया तथा व्यापारी शामिल नहीं किया जायेगा | किसान अपने पंचायत के एजेंसियों में ही बेच सकते हैं |
केन्द्रों पर कोरोना प्रोटोकाल लागू रहेगा
कोरोना को देखते हुए राज्य सरकार ने सभी खरीदी केन्द्रों पर कोरोना से बचने के लिए एहतियात बरत रही है | खरीदी केन्द्रों पर जाने वाले किसानों के लिए मास्क जरुरी कर दिया गया है | इसके साथ ही सेनेटाईजर, साबुन, पेयजल की व्यवस्था की गई है | किसानों को शारीरिक दुरी बनाकर रखना होगा |
किसान यह दस्तावेज ले जाएँ साथ
बिहार पैक्स में गेहूं बेचने के लिए राज्य सरकार ने कुछ दस्तावेज निर्धारित किये हैं | जिसे साथ लेकर जाना जरुरी है | इन दस्तावेजों के अनुसार ही पैक्स में आनलाइन फ़ार्म भरा जायेगा |
- फोटो पहचान पत्र (आधार कार्ड / वोटर पहचान पत्र)
- बैंक पास बुक की छाया प्रति
- भूमि संबंधित दस्तावेज