खेती किसानी के लिए कम ब्याज पर लोन की योजना
देश को कोरोना संकट से उबारने के लिए जहाँ केंद्र सरकार ने सभी वर्गों के लिए खजाना खोला है वही इसमें किसानों के लिए भी कई अलग-अलग योजनाओं की घोषणा की गई है | जहाँ केंद्र सरकार ने किसानों को ऋण सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए 30,000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त वित्तीय सहायता देने का फैसल लिया है वहीँ राज्य सरकारें भी किसानों को ऋण उपलब्ध करवाने के लिए आगे आई हैं |सरकार द्वारा पहले ही किसानों को शून्य प्रतिशत ब्याज पर ऋण या किसान क्रेडिट कार्ड पर कम ब्याज दरों पर ऋण देने के लिए योजनायें चलाई जा रही है | कोविड-19 महामारी के इस दौर में राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत किसानों को राहत देने के लिए लगातार महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं | उन्होंने किसानों को फसल का बेहतर मूल्य दिलाने, खरीद के लिए सुगम एवं विकेन्द्रीकृत व्यवस्था करने और उपज को रहन रखकर कम ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध कराने जैसे कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों को शुक्रवार को मंजूरी दी है।
सहकार किसान कल्याण योजना में प्रतिवर्ष 50 करोड़ रूपये का अनुदान
मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने कृषक कल्याण कोष से सहकार किसान कल्याण योजना में प्रतिवर्ष 50 करोड़ रूपये का अनुदान देने का अहम फैसला किया है। इससे किसानों को अब अपनी उपज को रहन रखकर मात्र 3 प्रतिशत ब्याज दर पर ऋण मिल सकेगा, जबकि 7 प्रतिशत ब्याज राज्य सरकार द्वारा कृषक कल्याण कोष से वहन किया जाएगा। पहले राज्य सरकार द्वारा केवल 2 प्रतिशत ब्याज वहन किया जाता था।
आमतौर पर बाजार में फसल आने के समय जिंसों के भाव कम होते हैं, लेकिन आवश्यकताओं की पूर्ति और संस्थागत ऋणों को चुकाने के लिए किसान कम दामों पर ही फसल बेचने को मजबूर हो जाते हैं। फसल नहीं बेचें तो जरूरी कार्यों के लिए उन्हें साहूकारों या बिचौलियों के पास अपनी उपज रहन रखकर ऊंची ब्याज दरों पर ऋण लेना पड़ता है। इन परिस्थितियों से बचाकर किसान को तात्कालिक वित्तीय आवश्यकताओं की पूर्ति करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री ने सहकार किसान कल्याण योजना में प्रतिवर्ष 50 करोड़ रूपये का अनुदान दिया जायेगा |
किसान ले सकेगें 3 प्रतिशत ब्याज पर 3 लाख रुपये तक का लोन
योजना के तहत किसानों को उनके द्वारा रहन रखी गई उपज के बाजार मूल्य या समर्थन मूल्य, जो भी कम हो के आधार पर मूल्यांकन किया जाएगा तथा मूल्यांकित राशि की 70 प्रतिशत राशि रहन ऋण के रूप में उपलब्ध कराई जाएगी। लघु एवं सीमान्त किसानों के लिए 1.50 लाख तथा बड़े किसानों को 3 लाख रूपये तक का ऋण मात्र 3 प्रतिशत ब्याज दर पर मिल सकेगा। यह योजना किसानों के लिए बेहद उपयोगी होगी। वे अपनी कृषि उपज उचित भाव मिलने पर बेच सकेंगे। उन्हें यह सुविधा उनके ग्राम के समीप ही सुलभ हो सकेगी।
किसान को 90 दिवस की अवधि के लिए यह ऋण मिलेगा। विशेष परिस्थितियों में यह सीमा 6 माह तक हो सकेगी। निर्धारित समय में ऋण का चुकारा करने पर किसान को ब्याज अनुदान मिलेगा। किसानों की उपज को सुरक्षित करने के लिए इस योजना को ‘अ’ एवं ‘ब’ श्रेणी की उन ग्राम सेवा सहकारी समितियों में क्रियान्वित किया जाएगा जिनका नियमित ऑडिट हो रहा हो, लाभ में चल रही हो, एनपीए का स्तर 10 प्रतिशत से कम हो, सरप्लस रिसोर्सेज उपलब्ध हो तथा पूर्णकालिक व्यवस्थापक या सहायक व्यवस्थापक कार्यरत हो। इस योजना के तहत जीएसएस या लैम्पस के सभी ऋणी एवं अऋणी किसान सदस्य उपज रहन कर ऋण लेने के पात्र होंगे।
kya kisan credit card bina adhar card ke bhi bana sakte hai
सर किसान क्रेडिट कार्ड तो बैंक अकाउंट है तो उस से हो जाता है। परंतु बैंक से तो आधार लिंक रहता ही है ओर यदि नहीं है तो करा लें।
Mujhe kisan credit card banwana hai banana hai
जी जिस बैंक में किसान सम्मान निधि का पैसा आ रहा है वहां से आवेदन करें |
Hame kcc banbana hai kya kya kagaj lagenge
जिस बैंक में सम्मान निधि का पैसा आ रहा है वहां से बनवाएं 1 ही फार्म भरना होगा |