पीएम-किसान योजना की तीसरी किस्त
कृषि कर्मण आवर्ड के साथ ही कर्नाटक की धरती एक एतिहासिक उपलब्धि की गवाह बनी है | प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत 8 करोड़ वें किसान साथी के खाते में पैसा जमा किया गया है | इतने कम समय में ये उपलब्धि हासिल करना बहुत बड़ी बात है | इतना ही नहीं, इस कार्यक्रम में ही, एक साथ देश के 6 करोड़ किसान परिवारों के बैंक खाते में 12 हजार करोड़ रूपये जमा करवाए गए हैं |
दरसल, प्रधामंत्री किसान सम्मान निधि योजना को लागु हुए 11 माह होने जा रहा है | इसके बाजूद भी योजना के मुताविक किसानों को सभी किश्त नहीं मिल पाई है | इसके लिए कुछ राज्यों के तरफ से उदासीनता अपनाई गई तो केंद्र सरकार की तरफ से फंड नहीं दिया गया था | योजना के धीमी रफ्तार के कारण लोगों के द्वारा सवाल उठाये जाने लगे थे |
योजना के लागु करते समय यह बताया गया था की इसके अंतर्गत 12 करोड़ किसान परिवार जिनके पास 2 हेक्टेयर से कम भूमि है उनको शामिल किया गया है बाद में इस योजना के 2 हेक्टेयर से अधिक भूमि वाले किसानों को भी शामिल किया गया | जिससे किसानों की कुल संख्या 14 करोड़ हो जाती है |
अभी तक पीएम किसान योजना के कुल लाभार्थी
02/01/2020 को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में अभी तक 8 करोड़ 55 लाख 88 हजार 78 किसानों ने ही आवेदन किये हैं | जो कुल किसान परिवार का 60 प्रतिशत ही होता है | इसमें से केवल 5 करोड़ 96 लाख 57 हजार 666 किसानों को ही तीसरी किश्त मिली है जबकि चौथी किश्त 2 करोड़ 90 लाख 2 हजार 545 किसानों को मिली है |
यहाँ पर यह जानना जरुरी है कि पश्चिम बंगाल से एक भी किसानों को इस योजना का लाभ नहीं दिया गया है | इस राज्य से किसी भी किसान का आवेदन प्राप्त नहीं हुआ है |ऐसे में यह जरुरी था की कम समय में अधिक से अधिक किसानों को योजना का लाभ दिया जाए क्योंकि अगले माह से केन्द्रीय बजट शुरू हो जायेगा | फिर से इस योजना के लिए अलग से पैसा आवंटन किया जायेगा |
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में कहा है कि देश में एक दौर भी था जब देश में गरीब के लिए एक रुपया भेजा जाता था तो सिर्फ 15 पैसे पहुंचते थे | बाकी के 85 पैसे बिचौलिये मार जाते थे | आज जितने भेजे जा रहे हैं उतने, पुरे के पुरे सीधे गरीब के खाते में पहुंच रहे हैं |
प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी द्वारा आज पी एम किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत 6 करोड़ किसान परिवारों को 12 हज़ार करोड़ रूपए की एक किश्त एक साथ जारी करना पारदर्शिता एवं सुशासन का अनुपम उदहारण है। pic.twitter.com/aawoY3KGUm
— Narendra Singh Tomar (@nstomar) January 2, 2020