किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) अभियान 2019-20
किसान क्रेडिट कार्ड की शुरुआत वर्ष 1998 में की गई थी | इसका मकसद यह था की किसानों को साहूकारों के चंगुल से छुटकारा दिलाना था | लेकिन 21 वर्ष बाद भी देश में कुल किसान परिवार 14.5 करोड़ में से सिर्फ 6.92 करोड़ किसान परिवारों ने ही किसान क्रेडिट कार्ड का लाभ प्राप्त कर पाये हैं , जो कुल किसान परिवार का मात्रा 40 प्रतिशत है | गुजरात, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, हिमाचल प्रदेश, जम्मू – काश्मीर और पूर्वोतर राज्यों की KCC के मामले में पिछड़े राज्यों के रूप में पहचान किया गया है |
कौन से किसान किसान क्रेडिट कार्ड बनबा सकते हैं
मौजूदा वक्त में किसान क्रेडिट कार्ड से पशुपालन, मत्स्य पालन को जोड़ देने से इसकी उपयोगिता और भी बढ़ गई है | इसका कारण यह है की अभी तक वही किसान KCC का लाभ प्राप्त कर पाता था जिसके पास भूमि रहती थी लेकिन अब वे सभी किसान इस योजना का लाभ प्राप्त कर सकते हैं जिनके पास पशु या मत्स्य पालन करनी हो |
KCC के तहत कितना लोन दिया जाता है
किसान क्रेडिट कार्ड के तहत किसान 3 लाख रुपये का लोन प्राप्त कर सकता है जो उसे 7 प्रतिशत के ब्याज पर मिलेगा | अगर किसान एक वर्ष में लौटा देता है तो उसे 3 प्रतिश का ब्याज में सब्सिडी मिलेगा | 3 लाख की लोन पर एक वर्ष में 4 प्रतिशत का ब्याज लगेगा | बिहार में किसान क्रेडिट कार्ड पर एक प्रतिशत की अतरिक्त छूट है | यह छूट राज्य सरकार की तरफ से जारी किया गया है | इसमें भी वही नियम है की 3 लाख के लोन एक वर्ष के लिए लेने पर 4 प्रतिशत का ब्याज लगेगा तथा 1 प्रतिशत का अतरिक्त सब्सिडी राज्य सरकार के तरफ से मिलेगा |
13 जून को देश के कृषि मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने सभी राज्यों के कृषि मंत्री से वीडियो कर्फेंसिंग से बात की है तथा निर्देश दिए है की किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने में तेजी लाया जा सके | इसके साथ ही कृषि मंत्री ने एक लक्ष्य दिया है की 100 दिन में 1 करोड़ किसान क्रेडिट कार्ड बनवाया जाये | इसके लिए गाँव – गाँव में प्रचार किया जाय तथा एक अभियान के तहत इस लक्ष्य को प्राप्त किया जाये |
नोट :- किसान क्रेडिट कार्ड से कोई भी व्यक्ति आदालत से किसी दुसरे व्यक्ति की जमानत ले सकता है | इसकी सीमा 1 लाख रुपया था जो बढाकर 1.6 कर दिया गया है |
नोट :- बिहार में प्रत्येक माह की 15 तारीख को सभी बैंकों में किसान क्रेडिट कार्ड बनाया जाता है | इसके लिए किसान अपने पास के बैंक से सम्पर्क कर सकते हैं |