समर्थन मूल्य पर मूँग एवं उड़द की खरीदी
किसानों के द्वारा गर्मी के सीजन में लगाई गई मूँग एवं उड़द के भरपूर उत्पादन के बाद भी बाजार भाव अच्छा न मिलने के चलते काफी नुकसान हो रहा है। इस परिस्थिति की देखते हुए मध्य प्रदेश सरकार ने राज्य के किसानों से गर्मी के मौसम में लगाई गई मूँग की उपज न्यूनतम समर्थन मूल्य 7275 रुपए प्रति क्विंटल एवं उड़द की खरीद 6300 रुपए प्रति क्विंटल की दर से खरीदने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने 14 जुलाई को इसकी घोषणा की थी, जिसके लिए सरकार 18 जुलाई के किसान पंजीयन शुरू करने जा रही है।
किसान 28 जुलाई तक करा सकेंगे पंजीयन
मध्यप्रदेश के किसान-कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल ने बताया है कि मुख्यमंत्री के द्वारा लिए गये निर्णय के अनुसार 18 जुलाई से ग्रीष्मकालीन मूंग की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदी के लिये किसानों का पंजीयन प्रारंभ हो जायेगा। किसानों के पंजीयन के लिये राज्य सूचना केन्द्र को सभी आवश्यक तैयारियाँ करने के निर्देश दिए गए हैं। पंजीयन कार्य 18 जुलाई से 28 जुलाई 2022 तक किया जायेगा।
इन ज़िलों में होगी मूँग एवं उड़द की समर्थन मूल्य पर खरीद
प्रदेश में ग्रीष्मकालीन मूंग की खरीदी 30 जिलों नर्मदापुरम, नरसिंहपुर, रायसेन, हरदा, सीहोर, जबलपुर, देवास, सागर, गुना, खण्डवा, खरगोन, कटनी, दमोह, विदिशा, बड़वानी, मुरैना, बैतूल, श्योपुरकला, भिण्ड, भोपाल, सिवनी, छिंदवाड़ा, बुरहानपुर, छतरपुर, उमरिया, धार, राजगढ़, मण्डला, शिवपुरी और अशोकनगर में होगी।
वहीं उड़द की समर्थन मूल्य पर खरीदी जबलपुर, कटनी, नरसिंहपुर, दमोह, छिंदवाड़ा, पन्ना, मण्डला, उमरिया और सिवनी सहित 9 जिलों में की जायेगी।
किसानों से कितना मूँग एवं उड़द खरीदा जाएगा
अभी सरकार द्वारा जारी की गई विज्ञप्ति में इस बारे में स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई है लेकिन मध्य प्रदेश में वर्ष 2022–23 के सीजन में जायद मूंग का उत्पादन लगभग 16 लाख मीट्रिक टन होने का अनुमानित है। राज्य सरकार ने 8 जून 2022 को जारी प्रेस रिलीज में यह जानकारी दी थी कि राज्य सरकार ने 4 लाख 3 हजार मीट्रिक टन मूंग खरीदी का अनुरोध किया है। इसके जवाब में केंद्र सरकार ने मूंग खरीदी का लक्ष्य 2 लाख 25 हजार 525 मीट्रिक टन दिया गया था।
उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश सरकार ने पिछले वर्ष भी राज्य के किसानों से ग्रीष्म कालीन मूंग की खरीदी की थी। जिसके तहत राज्य के 301 खरीदी केन्द्रों से 4 लाख 39 हजार 563 मीट्रिक टन मूंग की खरीदी की गई थी। इससे राज्य के 1 लाख 85 हजार किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य का लाभ प्राप्त हुआ था।