अनुदान पर खजूर का बगीचा स्थापित करने हेतु अनुदान योजना
देश में किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा बागवानी फसलों के उत्पादन को बढ़ावा दिया जा रहा है। इस कड़ी में राजस्थान सरकार राज्य में खजूर के बगीचे लगाने हेतु किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए भारी अनुदान दे रही है। राजस्थान उद्यान विभाग द्वारा राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2023-24 में टिश्यूकल्चर तकनीक एवं ऑफशूट से उत्पादित खजूर पौधे रोपण करने के लिए राज्य के 17 जिलों का चयन किया गया है।
योजना के बारे में अधिक जानकारी देते हुए सहायक निदेशक उद्यानिकी, जैसलमेर ने बताया कि किसानों को न्यूनतम 0.5 हेक्टेयर से अधिकतम 4 हेक्टेयर क्षेत्रफल तक खजूर का बग़ीचा स्थापित करने पर अनुदान दिया जाएगा। खजूर पौधरोपण के लिए प्रति हेक्टेयर 148 मादा पौधे व 8 नर पौधों की आवश्यकता होगी। खजूर की मादा किस्मों जैसे बरही, खूनेजी, मेडजूल, खलास, सगई, जामली, खदरावी एवं हलावी तथा नर किस्मों जैसे कि अल–इन–सिटी व घनामी पर ही अनुदान दिया जाएगा।
खजूर के पौधों पर दिया जाने वाला अनुदान Subsidy
चयनित जिलों के किसान खजूर बगीचे की स्थापना ऑफशूट अथवा टिश्यू कल्चर से तैयार पौधों से कर सकते है। वहीं खजूर बगीचा स्थापना के लिए ड्रिप संयंत्र स्थापित करना अनिवार्य होगा, ड्रिप संयंत्र पर विभागीय दिशा–निर्देशानुसार पृथक से अनुदान दिया जाएगा। टिश्यू कल्चर तकनीक से उत्पादित खजूर पौध रोपण करने पर किसानों को प्रति पौधा 3000 रुपये या प्रति पौधा इकाई लागत का 75 प्रतिशत जो भी कम हो, अनुदान दिया जायेगा।
ऑफशूट तकनीक से उत्पादित खजूर पौधे रोपण पर किसानों को अनुदान सहायता मातृ पौधे से अलगाव के तुरंत बाद के ऑफशूट खजूर प्रति पौधा खरीद मूल्य 1000 रुपये का 75 प्रतिशत एवं जड़ विकसित/जमाव उपरांत प्लास्टिक थैली सहित खजूर पौधे के खरीद मूल्य 1500 रुपये का 75 प्रतिशत अनुदान दिया जायेगा।
आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेज
किसानों को योजना का लाभ लेने के लिये अपने फोटो सहित आवेदन पत्र के साथ आवश्यक दस्तावेज जैसे शपथ पत्र, खेत की जमाबंदी, नक्शा ट्रेस, स्थाई सिंचाई स्त्रोत का प्रमाण पत्र, पृथक से ड्रिप संयंत्र स्थापित करने का प्रमाण, मिट्टी–पानी की जाँच रिपोर्ट, बैंक पासबुक की प्रति, आधार कार्ड/जनाधार कार्ड/भामाशाह कार्ड संलग्न करने अनिवार्य होंगे। योजना का लाभ लेने के इच्छुक किसानों को आगामी 7 दिनों में आवश्यक दस्तावेजों सहित आवेदन पत्र तैयार करके कार्यालय उपनिदेशक उद्यान में पंजीयन करवाना होगा।
किसान यहाँ से ले सकते है खजूर के पौधे
आवेदन करने के बाद यदि किसान का चयन हो जाता है तब किसान राजकीय फार्म सगरा भोजका, जैसलमेर, मेकेनाइज्ड कृषि फ़ार्म, खारा, बीकानेर व राज्य के कृषि विश्विद्यालयों से तथा ऐसे कृषक जिन्होंने पूर्व में खजूर के बगीचे स्थापित किये है तथा गुणवत्तायुक्त ऑफशूट उपलब्ध कराने में सक्षम है, से ऑफशूट पौधे प्राप्त कर सकते है।
टिश्यू कल्चर के पौधे कृषक डिपार्टमेंट ऑफ़ बायोटेक्नोलॉजी से एक्रिडिएटेड प्रयोगशालाओं, अतुल राजस्थान डेटपाम लिमिटेड, चोपासनी, जोधपुर तथा विभाग द्वारा निविदा उपरांत चयनित आपूर्तिकर्ता फर्म यथा नेकॉफ तथा एनएफसीडी से ले सकते है।
खजूर का बगीचा स्थापित करने के लिए इच्छुक कृषकों को निर्धारित प्रारूप में आवेदन करना होगा एवं किसानों का पंजीयन “पहले आओ–पहले पाओ” के आधार पर किया जाएगा। योजना से जुड़ी अधिक जानकारी के लिए किसान अपने जिले के उद्यानिकी विभाग में संपर्क कर सकते हैं।