मछली पालक किसान क्रेडिट कार्ड
किसानों को कम दरों पर लोन उपलब्ध करवाने के उद्देश से शुरू की गई किसान क्रेडिट कार्ड योजना कई वर्ष बीत जाने के बाद भी सभी किसान योजना से अभी तक जुड़ नहीं पाए हैं | अभी भी लगभग 58 प्रतिशत किसान ही किसान क्रेडिट कार्ड से जुड़ पाए हैं | अभी भी लगभग 42 प्रतिशत किसान इस योजना से बहार हैं तथा अपनी खेती के लिए साहूकारों पर निर्भर है | सरकार ने अब पशु पालक एवं मछली पालक किसानों को भी किसान क्रेडिट कार्ड से जोड़ने का फैसला लिया था | किसान क्रेडिट कार्ड से ज्यादा किसानों को नहीं जुड़ने के कारण केंद्र सरकार ने उन सभी किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड से जोड़ने का प्रयास किया है जो प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ उठा रहे हैं | इसके चलते पिछले दिनों केंद्र सरकार के द्वारा एक अभियान के तहत पीएम किसान योजना के लाभ उठाने वाले किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड बनाया गया है |
केंद्र सरकार ने किसान क्रेडिट कार्ड से ज्यादा से ज्यादा लाभ पहुँचाने के लिए किसान क्रेडिट कार्ड से पशुपालन तथा मत्स्यपालन को जोड़ दिया गया है जहाँ पर किसान को 1.6 लाख रूपये तक का लोन बिना गारंटी के दिया जाता है | यह लोन 3 लाख रूपये तक दिया जाएगा | उत्तर प्रदेश राज्य ने राज्य के किसानों को kcc से जोड़ने के लिए एक अभियान 10 अक्तूबर तक चला रही है | इसके तहत राज्य के 1 लाख किसानों को मत्स्य पालन के लिए किसानों को कम ब्याज पर लोन दिया जायेगा | प्रदेश में किसान क्रेडिट कार्ड बनाने के लिए मत्स्य विभाग के प्रमुख सचिव निर्धारित करते हुए समस्त जिलाधिकारियों को परिपत्र प्रेषित कर दिया है |
अभी वर्तमान में राज्य में 38 लाख मछुआ समुदाय है
मतस्य विभाग के प्रमुख सचिव द्वारा प्रेषित परिपत्र में कहा गया है कि प्रदेश में लगभग 38 लाख मछुआ समुदाय के व्यक्ति निवास करते हैं तथा लगभग 1.40 लाख सक्रिय मत्स्य पालक व कुल 73,909 पट्टाधारक है , जिन्हें किसान क्रेडिट कार्ड से आच्छादित किया जा सकता है | इसके दृष्टिगत वर्तमान वित्तीय वर्ष में 1.00 लाख किसान क्रेडिट कार्ड मत्स्य पलकों को वितरित किये जाने का जनपदवार लक्ष्य निर्धारित किया गया है |
10 अक्टूबर तक 1 लाख मछली पालकों को दिए जाएगें किसान क्रेडिट कार्ड
मत्स्य विभाग उत्तर प्रदेश राज्य के अंदर एक विशेष अभियान चलाकर 1 लाख नये किसान क्रेडिट कार्ड बनाएगी | इसके लिए विभाग ने 10 अक्तूबर 2020 तक अभियान चलाने का लक्ष्य निर्धारित किया है | उत्तर प्रदेश मत्स्य विभाग ने सभी जिलों को किसान क्रेडिट कार्ड बनाने का लक्ष्य दिया है | यह लक्ष्य मंडल के आधार पर जारी किया गया है जो कुल 1 लाख किसान क्रेडिट कार्ड बनाने हैं | मंडलों को जारी लक्ष्य इस प्रकार है :-
- अलीगढ मण्डल – 2187
- आगरा मण्डल – 2863
- आजमगढ़ मण्डल – 10148
- प्रयागराज मण्डल – 7758
- कानपूर मण्डल – 5703
- गोरखपुर मण्डल – 10349
- चित्रकूट मण्डल – 4096
- झाँसी मण्डल -3321
- देवीपाटन मण्डल – 2811
- अयोध्या मण्डल – 8239
- बरेली मण्डल – 3097
- बस्ती मण्डल – 3701
- मेरठ मण्डल – 4552
- मुरादाबाद मण्डल – 8409
- लखनऊ मण्डल – 12130
- वाराणसी मण्डल – 5254
- विंध्यांचल मण्डल – 3888
- तथा सहारनपुर मण्डल 1494
यह मछली पालक ले सकते हैं किसान क्रेडिट कार्ड
अंतर्देशीय मत्स्य पालन और एक्वाकल्चर मछुआरे, मछली पालक (व्यक्तिगत और समूह / साझेदार / फसल / किरायेदार किसान), स्वयं सहायता समूह, संयुक्त देयता समूह और महिला समूह। लाभार्थियों को तालाब, टंकी, खुले जल निकाय, रेसवे, हैचरी, पालन इकाई, जैसे मछली पालन और मछली पकड़ने से संबंधित गतिविधियों के लिए आवश्यक लाइसेंस, और किसी भी अन्य राज्य विशिष्ट मत्स्य पालन और संबद्ध गतिविधियों के रूप में मत्स्य पालन से संबंधित गतिविधियों में से किसी एक का मालिक होना चाहिए।
किसान क्रेडिट कार्ड पर इतना ब्याज दर
भारत सरकार बैंकों के माध्यम से किसानों को रियायती ब्याज दरों पर फसल ऋण पर बैंकों को 2 प्रतिशत प्रतिवर्ष ब्याज माफी और किसानों को समय पर पुनर्भुगतान पर 3 प्रतिशत अतिरिक्त लाभ दिया जाता है | इस प्रकार समय पर पुनर्भुगतान पर 3 लाख रूपए तक का ऋण 4 प्रतिशत प्रतिवर्ष ब्याज दर पर सरकार किसानों को देती है |
Jitendar panjiyara simriya post korkagat thana pathrgama gila godda jharkhand
जिस बैंक में सम्मान निधि का पैसा आ रहा है वहां आवेदन करें |