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बुधवार, मई 8, 2024
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जानें बैंगन की उन्नतशील किस्में, लगाने का समय, उपज की अवधि एवं उससे होने वाली आय

जानें बैंगन की उन्नतशील किस्में, लगाने का समय, उपज की अवधि एवं उससे होने वाली आय

किस्म :- पूसा पर्पल लाग

लगाने का समयबीज डालने क समय – मध्य जून जुलाई, नवम्बर –जनवरी, अप्रील-मई,पौधा लगाने का समय- जुलाई-अगस्त, दिसम्बर- फरवरी, मई- जून, गर्मी के दिनो के लिये उपयुक्त
उपयुक्त भूमिउपरी (टांड) एंव मध्यम
उपयुक्त मिटटीबलुई दोमट से दोमट
औसत उपज300 किव./हे.
संभव उपज300 किव./हे.
वानस्पतिक गुणफल लम्बा,बैगनी,चमकदार,कोमल
अवधिपौधा लगाने के 60-65 दिनों के बाद पहली तुड़ाई
सिंचाई की आवश्यकतासिंचाई  5-7 दिनों के अंतराल पर, आवश्कतानुसार
विशिष्ट गुणबहुत कम दिनों में फल देने वाला
लागतरू. 30,000 /- हे.
शुद्ध आमदनीरू. 85,000 /- प्रति हे.

पूसा हाईब्रीड-6

लगाने का समयबीज डालने का समय – मध्य जून जुलाई, नवम्बर –जनवरी, अप्रील-मई, पौधा लगाने का समय- जुलाई-अगस्त, दिसम्बर- फरवरी, मई- जून, गर्मी के दिनों के लिये उपयुक्त
उपयुक्त भूमिउपरी (टांड) एंव मध्यम
उपयुक्त मिटटीबलुई दोमट से दोमट
औसत उपज450 किव./हे.
संभव उपज450 किव./हे.
वानस्पतिक गुणपौधा – काँटा रहित , अर्द्ध सीधा शाखाएँ, पुष्ट, नवजात पट्टों तथा वृद्धि वाले शाखाओं  के अग्र भाग पर आंशिक रेंज उत्पन होता हैं । फल – गोल,चमकदार, बैंगनी, आकर्षक । फल का वजन (200-250ग्राम)
अवधिपौधा लगाने के 60-65 दिनों के बाद पहली तुड़ाई
सिंचाई की आवश्यकतासिंचाई  8-10 दिनों के अंतराल पर
विशिष्ट गुण
लागतरू. 30,000 /- प्रति हे.
शुद्ध आमदनीरू. 1,20,000 /-प्रति हे.

पूसा पर्पल राउंड

लगाने का समयबीज डालने का समय – मध्य जून-जुलाई, नवम्बर –जनवरी, अप्रील-मई,

पौधा लगाने का समय- जुलाई-अगस्त, दिसम्बर- फरवरी, मई- जून, गर्मी के दिनो के लिये उपयुक्त

उपयुक्त भूमिउपरी (टांड) एंव मध्यम
उपयुक्त मिटटीबलुई दोमट से दोमट
औसत उपज300 क्वीं./हे.
संभव उपज400 क्वीं./हे.
वानस्पतिक गुणपौधा- लम्बा , फल – बैगनी, चमकदार, गोल, फल का वजन (250-300 ग्राम)
अवधिपौधा लगाने के 50-55 दिनों के बाद पहली तुड़ाई
सिंचाई की आवश्यकतासिंचाई  8-10 दिनों के अंतराल पर दें ।
विशिष्ट गुण—–
लागतरू. 30,000 /-प्रति  हे.
शुद्ध आमदनीरू. 9,000 /- प्रति हे.

पूसा पर्पल क्लस्टर

लगाने का समयबीज डालने क समय – मध्य जून- जुलाई, नवम्बर –जनवरी, अप्रील-मई,

पौधा लगाने का समय- जुलाई-अगस्त, दिसम्बर- फरवरी, मई- जून, गर्मी के दिनो के लिये उपयुक्त

उपयुक्त भूमिउपरी भूमि
उपयुक्त मिटटीबलुई दोमट से दोमट
औसत उपज250 क्वीं./हे.
संभव उपज300 क्वीं./हे.
वानस्पतिक गुणतना- बैगनी, चमकदार, पत्ता – बैगनी, हरा, काँटा रहित, फल -10-12 से.मी. लम्बा, 4-9 फल प्रति गुच्छा में ।
अवधिपहला फल तुड़ाई  पौधा लगाने के 60-65 दिनों के बाद
सिंचाई की आवश्यकतासिंचाई  8-10 दिनों के अंतराल पर दें । आवश्कतानुसार
विशिष्ट गुणपहाड़ी इलाकों के लिये उपयुक्त
लागतरू. 25,000 /-प्रति हे.
शुद्ध आमदनीरू. 80,000/-.प्रति /- हे.

स्वर्ण प्रतिभा

लगाने का समयबीज डालने का समय – मध्य जून-जुलाई, नवम्बर –जनवरी, अप्रील-मई,

पौधा लगाने का समय- जुलाई-अगस्त, दिसम्बर- फरवरी, मई- जून, गर्मी के दिनो के लिये उपयुक्त ।

उपयुक्त भूमिउपरी भूमि
उपयुक्त मिटटी600-650 क्वीं./हे.
औसत उपज800 क्वीं./हे.
संभव उपजपौधा लगाने के 60-65 दिनों के बाद पहला फल की तुड़ाई
वानस्पतिक गुणपौधा- लम्बा (015-20 सेंमी), फल – बैगनी, चमकीला, औसत फल का वजन (150-200 ग्राम)
अवधिआवश्कतानुसार सामान्य स्थिति में सिंचाई  8-10 दिनों के अंतराल पर दें ।
सिंचाई की आवश्यकताआवश्कतानुसार सामान्यता सिंचाई  8-10 दिनों के अंतराल पर दें ।
विशिष्ट गुण—–
लागतरू. 30,000 /- प्रति हे.
शुद्ध आमदनीरू. 1,50,000/- प्रति हे.

 

स्वर्ण श्यामली

लगाने का समयबीज डालने का समय – मध्य जून जुलाई, नवम्बर –जनवरी, अप्रील-मई,

पौधा लगाने का समय- जुलाई-अगस्त, दिसम्बर- फरवरी, मई- जून, गर्मी के दिनो के लिये उपयुक्त

उपयुक्त भूमिउपरी (टांड) एंव मध्यम
उपयुक्त मिटटीबलुई दोमट से दोमट
औसत उपज600 किव./हे.
संभव उपज800 किव./हे.
वानस्पतिक गुणफल – गोल, फल का वजन (250-300 ग्राम) बैगनी रेंज लिये हुये हरा धारी
अवधिपौधा लगाने के 60-65 दिनों के बाद पहली तुड़ाई
सिंचाई की आवश्यकताआवश्कतानुसार सामान्यता सिंचाई  8-10 दिनों के अंतराल पर दें ।
विशिष्ट गुणअत्यधिक उपज देने वाला
लागतरू. 10,000 /- प्रति हे.
शुद्ध आमदनीरू. 1,20,000

स्वर्ण मणि

लगाने का समयबीज डालने का समय – मध्य जून जुलाई, नवम्बर –जनवरी, अप्रील-मई,

पौधा लगाने का समय- जुलाई-अगस्त, दिसम्बर- फरवरी, मई- जून, गर्मी के दिनो के लिये उपयुक्त

उपयुक्त भूमिउपरी (टांड) एंव मध्यम
उपयुक्त मिटटीबलुई दोमट से दोमट
औसत उपज600 किव./हे.
संभव उपज800 किव./हे.
वानस्पतिक गुणफल- आकर्षक, चमकीला, बैगनी, और गोल
अवधिपौधा लगाने के 60-65 दिनों के बाद पहली तुड़ाई
सिंचाई की आवश्यकतासिंचाई 5-7 दिनों के अंतराल पर
विशिष्ट गुणबहुत कम दिनों में फल देने वाला
लागतरू. 30,000 /- प्रति हे.
शुद्ध आमदनीरू. 10,000 /- प्रति हे.

उर्वरक प्रबंधन

  1. फास्फेटिक एवं पोटाश उर्वरक की सम्पूर्ण मात्रा रोपनी के पहले खेत में डालें I
  2. नत्रजनी आधा खेत की अन्तिम जुताई के समय एवं आधा रोपनी के 30 दोनों के बाद I
पोषक तत्वमात्रा
नत्रजन150
स्फूर150
पोटाश60
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