जानें बैंगन की उन्नतशील किस्में, लगाने का समय, उपज की अवधि एवं उससे होने वाली आय
किस्म :- पूसा पर्पल लाग
लगाने का समय | बीज डालने क समय – मध्य जून जुलाई, नवम्बर –जनवरी, अप्रील-मई,पौधा लगाने का समय- जुलाई-अगस्त, दिसम्बर- फरवरी, मई- जून, गर्मी के दिनो के लिये उपयुक्त |
उपयुक्त भूमि | उपरी (टांड) एंव मध्यम |
उपयुक्त मिटटी | बलुई दोमट से दोमट |
औसत उपज | 300 किव./हे. |
संभव उपज | 300 किव./हे. |
वानस्पतिक गुण | फल लम्बा,बैगनी,चमकदार,कोमल |
अवधि | पौधा लगाने के 60-65 दिनों के बाद पहली तुड़ाई |
सिंचाई की आवश्यकता | सिंचाई 5-7 दिनों के अंतराल पर, आवश्कतानुसार |
विशिष्ट गुण | बहुत कम दिनों में फल देने वाला |
लागत | रू. 30,000 /- हे. |
शुद्ध आमदनी | रू. 85,000 /- प्रति हे. |
पूसा हाईब्रीड-6
लगाने का समय | बीज डालने का समय – मध्य जून जुलाई, नवम्बर –जनवरी, अप्रील-मई, पौधा लगाने का समय- जुलाई-अगस्त, दिसम्बर- फरवरी, मई- जून, गर्मी के दिनों के लिये उपयुक्त |
उपयुक्त भूमि | उपरी (टांड) एंव मध्यम |
उपयुक्त मिटटी | बलुई दोमट से दोमट |
औसत उपज | 450 किव./हे. |
संभव उपज | 450 किव./हे. |
वानस्पतिक गुण | पौधा – काँटा रहित , अर्द्ध सीधा शाखाएँ, पुष्ट, नवजात पट्टों तथा वृद्धि वाले शाखाओं के अग्र भाग पर आंशिक रेंज उत्पन होता हैं । फल – गोल,चमकदार, बैंगनी, आकर्षक । फल का वजन (200-250ग्राम) |
अवधि | पौधा लगाने के 60-65 दिनों के बाद पहली तुड़ाई |
सिंचाई की आवश्यकता | सिंचाई 8-10 दिनों के अंतराल पर |
विशिष्ट गुण | — |
लागत | रू. 30,000 /- प्रति हे. |
शुद्ध आमदनी | रू. 1,20,000 /-प्रति हे. |
पूसा पर्पल राउंड
लगाने का समय | बीज डालने का समय – मध्य जून-जुलाई, नवम्बर –जनवरी, अप्रील-मई, पौधा लगाने का समय- जुलाई-अगस्त, दिसम्बर- फरवरी, मई- जून, गर्मी के दिनो के लिये उपयुक्त |
उपयुक्त भूमि | उपरी (टांड) एंव मध्यम |
उपयुक्त मिटटी | बलुई दोमट से दोमट |
औसत उपज | 300 क्वीं./हे. |
संभव उपज | 400 क्वीं./हे. |
वानस्पतिक गुण | पौधा- लम्बा , फल – बैगनी, चमकदार, गोल, फल का वजन (250-300 ग्राम) |
अवधि | पौधा लगाने के 50-55 दिनों के बाद पहली तुड़ाई |
सिंचाई की आवश्यकता | सिंचाई 8-10 दिनों के अंतराल पर दें । |
विशिष्ट गुण | —– |
लागत | रू. 30,000 /-प्रति हे. |
शुद्ध आमदनी | रू. 9,000 /- प्रति हे. |
पूसा पर्पल क्लस्टर
लगाने का समय | बीज डालने क समय – मध्य जून- जुलाई, नवम्बर –जनवरी, अप्रील-मई, पौधा लगाने का समय- जुलाई-अगस्त, दिसम्बर- फरवरी, मई- जून, गर्मी के दिनो के लिये उपयुक्त |
उपयुक्त भूमि | उपरी भूमि |
उपयुक्त मिटटी | बलुई दोमट से दोमट |
औसत उपज | 250 क्वीं./हे. |
संभव उपज | 300 क्वीं./हे. |
वानस्पतिक गुण | तना- बैगनी, चमकदार, पत्ता – बैगनी, हरा, काँटा रहित, फल -10-12 से.मी. लम्बा, 4-9 फल प्रति गुच्छा में । |
अवधि | पहला फल तुड़ाई पौधा लगाने के 60-65 दिनों के बाद |
सिंचाई की आवश्यकता | सिंचाई 8-10 दिनों के अंतराल पर दें । आवश्कतानुसार |
विशिष्ट गुण | पहाड़ी इलाकों के लिये उपयुक्त |
लागत | रू. 25,000 /-प्रति हे. |
शुद्ध आमदनी | रू. 80,000/-.प्रति /- हे. |
स्वर्ण प्रतिभा
लगाने का समय | बीज डालने का समय – मध्य जून-जुलाई, नवम्बर –जनवरी, अप्रील-मई, पौधा लगाने का समय- जुलाई-अगस्त, दिसम्बर- फरवरी, मई- जून, गर्मी के दिनो के लिये उपयुक्त । |
उपयुक्त भूमि | उपरी भूमि |
उपयुक्त मिटटी | 600-650 क्वीं./हे. |
औसत उपज | 800 क्वीं./हे. |
संभव उपज | पौधा लगाने के 60-65 दिनों के बाद पहला फल की तुड़ाई |
वानस्पतिक गुण | पौधा- लम्बा (015-20 सेंमी), फल – बैगनी, चमकीला, औसत फल का वजन (150-200 ग्राम) |
अवधि | आवश्कतानुसार सामान्य स्थिति में सिंचाई 8-10 दिनों के अंतराल पर दें । |
सिंचाई की आवश्यकता | आवश्कतानुसार सामान्यता सिंचाई 8-10 दिनों के अंतराल पर दें । |
विशिष्ट गुण | —– |
लागत | रू. 30,000 /- प्रति हे. |
शुद्ध आमदनी | रू. 1,50,000/- प्रति हे. |
स्वर्ण श्यामली
लगाने का समय | बीज डालने का समय – मध्य जून जुलाई, नवम्बर –जनवरी, अप्रील-मई, पौधा लगाने का समय- जुलाई-अगस्त, दिसम्बर- फरवरी, मई- जून, गर्मी के दिनो के लिये उपयुक्त |
उपयुक्त भूमि | उपरी (टांड) एंव मध्यम |
उपयुक्त मिटटी | बलुई दोमट से दोमट |
औसत उपज | 600 किव./हे. |
संभव उपज | 800 किव./हे. |
वानस्पतिक गुण | फल – गोल, फल का वजन (250-300 ग्राम) बैगनी रेंज लिये हुये हरा धारी |
अवधि | पौधा लगाने के 60-65 दिनों के बाद पहली तुड़ाई |
सिंचाई की आवश्यकता | आवश्कतानुसार सामान्यता सिंचाई 8-10 दिनों के अंतराल पर दें । |
विशिष्ट गुण | अत्यधिक उपज देने वाला |
लागत | रू. 10,000 /- प्रति हे. |
शुद्ध आमदनी | रू. 1,20,000 |
स्वर्ण मणि
लगाने का समय | बीज डालने का समय – मध्य जून जुलाई, नवम्बर –जनवरी, अप्रील-मई, पौधा लगाने का समय- जुलाई-अगस्त, दिसम्बर- फरवरी, मई- जून, गर्मी के दिनो के लिये उपयुक्त |
उपयुक्त भूमि | उपरी (टांड) एंव मध्यम |
उपयुक्त मिटटी | बलुई दोमट से दोमट |
औसत उपज | 600 किव./हे. |
संभव उपज | 800 किव./हे. |
वानस्पतिक गुण | फल- आकर्षक, चमकीला, बैगनी, और गोल |
अवधि | पौधा लगाने के 60-65 दिनों के बाद पहली तुड़ाई |
सिंचाई की आवश्यकता | सिंचाई 5-7 दिनों के अंतराल पर |
विशिष्ट गुण | बहुत कम दिनों में फल देने वाला |
लागत | रू. 30,000 /- प्रति हे. |
शुद्ध आमदनी | रू. 10,000 /- प्रति हे. |
उर्वरक प्रबंधन
- फास्फेटिक एवं पोटाश उर्वरक की सम्पूर्ण मात्रा रोपनी के पहले खेत में डालें I
- नत्रजनी आधा खेत की अन्तिम जुताई के समय एवं आधा रोपनी के 30 दोनों के बाद I
पोषक तत्व | मात्रा |
नत्रजन | 150 |
स्फूर | 150 |
पोटाश | 60 |