back to top
मंगलवार, मई 7, 2024
होमकिसान समाचारजानिए इस वर्ष अभी तक देश में कुल कितनी हुई है खरीफ...

जानिए इस वर्ष अभी तक देश में कुल कितनी हुई है खरीफ फसलों की बुआई

खरीफ फसलों की बुआई 2020-21

इस वर्ष कोरोना वायरस महामारी के बावजूद अच्छी उपज और खरीफ फसलों की बुवाई में काफी वृद्धि हुई है | खरीफ फसलों की बुआई में यह वृद्धि इस वर्ष अच्छी वर्षा की उम्मीद के चलते हुई है | खरीफ फसलों की बुवाई का रकबा जहाँ पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान 774.38 लाख हेक्टेयर क्षेत्र था वहीँ इस वर्ष 31 जुलाई, 2020 तक खरीफ फसलों का बुवाई रकबा 882.18 लाख हेक्टेयर हो गया है, इस प्रकार देश में पिछले वर्ष की तुलना में बुवाई रकबे में 13.92 % की वृद्धि हुई है ।

खरीफ सीजन में बोई जाने वाली फसलों का रकबा

चावल: पिछले वर्ष जहाँ इस अवधि के दौरान 223.96 लाख हेक्टेयर की बुआई हुई थी वही इस वर्ष अभी तक चावल की बुवाई लगभग 266.60 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में हुई है ।

दलहन: पिछले वर्ष जहाँ इस अवधि के दौरान 93.84 लाख हेक्टेयर की बुआई की गई थी वहीँ पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष दलहन की बुवाई लगभग 111.91 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में हुई है ।

यह भी पढ़ें   अंतिम दिन: प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ लेने के लिए किसान 31 जुलाई तक करायें पंजीयन

मोटे अनाज: पिछले वर्ष जहाँ इस अवधि के दौरान 139.26 लाख की बुआई की गई थी वहीँ पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष दलहन की बुवाई लगभग 148.34 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में हुई है ।

तिलहन: पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान 150.12 लाख हेक्टेयर की तुलना में तिलहन की बुवाई लगभग 175.34 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में हुई है ।

गन्ना: पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान 51.20 लाख हेक्टेयर की तुलना में गन्ने की बुवाई लगभग 51.78 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में हुई है ।

जूट और मेस्ता: पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान 7.05 लाख हेक्टेयर की तुलना में जूट और मेस्ता की बुवाई लगभग 6.95 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में हुई है ।

कपास: पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान 108.95 लाख हेक्टेयर की तुलना में कपास की बुवाई लगभग 121.25 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में हुई है ।इसलिए, कुल मिलाकर, खरीफ फसलों के तहत बुवाई क्षेत्र कवरेज की प्रगति पर कोविड -19 का कोई प्रभाव नहीं है ।

यह भी पढ़ें   नहीं बढ़ेंगे प्याज के भाव, सरकार ने प्याज की बढ़ती कीमतों को नियंत्रित करने के लिए लिया बड़ा फैसला

किसान समाधान के YouTube चेनल की सदस्यता लें (Subscribe)करें

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
यहाँ आपका नाम लिखें

ताजा खबरें

डाउनलोड एप