चना, मसूर एवं सरसों की समर्थन मूल्य पर खरीदी
देश में कोरोना वायरस संक्रमण रोकने के लिए चल रहे लॉक डाउन के चलते इस वर्ष न्यूनतम समर्थन मूल्य पर रबी फसलों की खरीदी पर असर पड़ा है | जहाँ पहले कई राज्यों में समर्थन मूल्य पर खरीदी 1 अप्रैल से शुरू हो जाती थी वहीँ अभी 15 अप्रैल से खरीदी शुरू हुई है वह भी पूरी तरह से नहीं हुई है | राजस्थान में जहाँ 15 अप्रैल से कोटा संभाग में खरीदी शुरू है एवं अन्य जिलों में 1 मई से खरीदी शुरू होगी | वहीँ मध्यप्रदेश में 15 अप्रैल से सिर्फ गेहूं की खरीदी ही शुरू हुई है अन्य उपज अभी समर्थन मूल्य पर नहीं ख़रीदा जा रहा है | मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि समर्थन मूल्य पर चना एवं मसूर खरीदी का कार्य शीघ्र प्रारंभ किया जाएगा। इसके बाद सरसों की खरीदी भी प्रारंभ होगी |
चना, मसूर एवं सरसों खरीदी की व्यवस्था
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि समर्थन मूल्य पर किसानों से चना, मसूर एवं सरसों की खरीदी की भी शीघ्र व्यवस्था की जाए। अधिकारियों ने बताया कि चना एवं मसूर की खरीदी 28 अप्रैल से प्रारंभ की जा सकती है। उसके बाद शीघ्र ही सरसों की खरीदी भी शुरू की जा सकेगी। बारदाने के लिए जूट मिलों के बंद हो जाने से बारदानों की समस्या आ गई है परंतु सरकार द्वारा लिए गए निर्णय अनुसार पीपी बैग में ही गेहूँ की तरह चना, मसूर एवं सरसों की खरीदी का कार्य किया जा सकेगा। इसके लिए ऑडर्र दे दिए गए हैं।
क्या है चना, मसूर एवं सरसों का समर्थन मूल्य
इस वर्ष फसल खरीदी के लिए केंद्र सरकार के द्वारा समर्थन मूल्य पहले से घोषित किया जा चूका है | जो इस प्रकार हैं-:
- गेहूं- 1925 रुपये प्रति क्विंटल
- चना- 4875 रुपये प्रति क्विंटल
- मसूर- 4800 रुपये प्रति क्विंटल
- सरसों- 4425 रुपये प्रति क्विंटल
किसानों के बैंक खातों में पहुँचा गेहूँ उपार्जन का 11 करोड़
इस वर्ष रबी उपार्जन में आज तक तीन लाख 6 हजार 823 किसानों से 13 लाख 26 हजार 281 मीट्रिक टन गेहूँ की समर्थन मूल्य पर खरीदी की जा चुकी है। गेहूँ उपार्जन का लगभग 11 करोड़ रूपया किसानों के खातों में पहुंच चुका है। साथ ही, लगभग 350 करोड़ रूपए की राशि बैंकों को भिजवा दी गई है, जो कि शीघ्र ही किसानों के खातों में पहुंच जाएगी।