अनुदान पर मिट्टी की जाँच के लिए प्रयोगशाला की स्थापना
देश में किसानों को मिट्टी के स्वास्थ्य की सही-सही जानकारी उपलब्ध कराने के लिए सरकार द्वारा खेतों की मिट्टी की जाँच कराई जाती है। जिसके बाद किसान को मृदा स्वास्थ्य कार्ड दिया जाता है, जिसके अनुसार किसान अपनी फसलों में आवश्यकता अनुसार पोषक तत्वों की पूर्ति के लिए खाद-उर्वरक का छिड़काव कर सकते हैं। ऐसे में किसान आसानी से अपने खेतों की मिट्टी की जाँच करा सकें इसके लिए सरकार पंचायत स्तर पर मृदा परीक्षण के लिए प्रयोगशालाएँ खोल रही है।
इसके लिए ग्राम के बेरोजगार युवा, उद्यमी आदि को योजना के तहत मिट्टी परीक्षण प्रयोगशाला खोलने के लिए सरकार अनुदान दे रही है। इस कड़ी में राजस्थान के जयपुर ज़िले में इस वर्ष विभिन्न ग्राम पंचायतों में मिट्टी परीक्षण लैब खोलने के लिए कृषि विभाग द्वारा आवेदन माँगे गये हैं। इच्छुक व्यक्ति 15 जनवरी 2024 तक इसके लिए आवेदन कर सकते हैं।
इन पंचायतों में खोली जाएगी मृदा परीक्षण प्रयोगशाला
कृषि विभाग इस वर्ष जयपुर ग्रामीण जिले में मृदा नमूना विश्लेषण एवं सॉयल हैल्थ कार्ड जारी करने के लिए आमेर, आंधी, बस्सी, गोविन्दगढ, जालसू, जमवारामगढ, झोटवाड़ा, जोबनेर, किशनगढ रेनवाल, कोटखावदा, माधोराजपुरा, सांभर एवं तूंगा पंचायत समिति मुख्यालयों पर 01-01 ग्राम स्तरीय मृदा परीक्षण प्रयोगशालाओं की स्थापना करने जा रही है। जिसके लिये जिले के इच्छुक व्यक्ति आवेदन कर सकते हैं।
मिट्टी परीक्षण प्रयोगशाला के लिए कितना अनुदान दिया जाएगा?
ग्राम स्तरीय मृदा परीक्षण प्रयोगशाला की विश्लेषण क्षमता लगभग 3000 मिट्टी नमूने प्रतिवर्ष होगी। नमूना विश्लेषण लागत राशि 300 रुपये प्रति नमूना की दर से योजना के तहत वहन की जाएगी। लाभार्थी, ग्राम स्तरीय उद्यमी के लिए पात्र व्यक्ति 18 वर्ष से कम एवं 27 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए। लाभार्थी उद्यमी की योग्यता 10वीं विज्ञान उत्तीर्ण एवं कम्प्यूटर का ज्ञान आवश्यक है। अभ्यर्थी को कम्प्यूटर सम्बंधी प्रमाण पत्र, पेन कार्ड, आधार कार्ड, भवन कागजात, किराया एग्रीमेंट आदि प्रस्तुत करने होंगे। आवेदन के जिला स्तरीय एवं राज्य स्तरीय क्रियान्वयन समिति के अनुमोदन होने के पश्चात उद्यमी को 1 लाख 50 हजार रुपये की एक बारगी सहायता दी जायेगी।
मिट्टी परीक्षण प्रयोगशाला के लिए आवेदन कहाँ करें?
जयपुर के संयुक्त निदेशक कृषि (विस्तार) श्री राकेश कुमार पाटनी ने बताया कि केन्द्रीय प्रवर्तित योजना आरकेवीवाई-सॉयल हेल्थ एंड फर्टिलिटी की वार्षिक कार्य योजना 2023-24 अंतर्गत स्थापित की जाएगी। इन प्रयोगशालाओं को स्थापित किये जाने हेतु इच्छुक व्यक्तिगत उद्यमियों, ग्रामीण युवा एवं कम्यूनिटी आधारित उद्यमियों, स्वयं सहायता समूह, प्राथमिक कृषि साख समिति, विद्यालय, कृषि विश्वविद्यालय सोमवार, 15 जनवरी 2024 तक अपने आवेदन प्रस्तुत कर सकते हैं।
इच्छुक आवेदक कार्यालय संयुक्त निदेशक कृषि (विस्तार) अकादमिक भवन, श्याम दुर्गापुरा के कमरा न. 303 में आवश्यक दस्तावेजों के साथ आवेदन प्रस्तुत कर सकते हैं। प्राप्त आवेदनों में से जिला स्तरीय क्रियान्वयन समिति द्वारा प्रत्येक ग्राम स्तरीय मृदा परीक्षण प्रयोगशाला हेतु एक उद्यमी का चयन किया जायेगा।
Madhy pradesh ke Satna distt me Mitty परीक्षणprayogshala खोलना है।
सर जब एमपी में आवेदन होंगे तब जानकारी दी जाएगी
Mitti ki jaanch karani hai gehun ki kheti acchi nahin ho rahi
https://soilhealth.dac.gov.in/soil-lab दी गई लिंक पर अपने नज़दीक की मिट्टी परीक्षण प्रयोगशाला देखें।
I’m interested in this field.
बिहार में मिट्टी जाँच के लिए प्रयोशाला खोलने के लिए https://kisansamadhan.com/government-is-giving-huge-grant-subsidy-to-open-agricultural-clinic-apply-here/ दी गई लिंक पर जानकारी देखें।
Me ek Civil Engineer hu
नंदुरबार जिल्हा मध्ये अक्कलकुवा व धडगांव, तळोदा, शहादा, नवापूर तालुक्यातील अतिदुर्गम भागातील शेतकऱ्यांना माती परिक्षण करण्यासाठी मार्गदर्शन करण्यासाठी प्रयोग शाळा गरज आहे
अपने ज़िले के कृषि विभाग कार्यालय या कृषि विज्ञान केंद्र में संपर्क करें।
Sir ji esme kese pata chlega form nikla h aapna