ढैंचा बीज अनुदान हेतु आवेदन
जमीन की सेहत सुधारने के लिए ढैंचा की बिजाई बहुत फायदेमंद है और इससे भूमि की उर्वरा शक्ति भी बढ़ती है। ढैंचा फसल कम लागत में अच्छी हरी खाद का काम करती है। इससे भूमि को पर्याप्त मात्रा में नाइट्रोजन मिल जाती है। हरी खाद से भूमि में कार्बनिक पदार्थ बढ़ने से भूमि व जल संरक्षण तथा संतुलित मात्रा में पोषक तत्व मिलने से भूमि की उपजाऊ शक्ति बढ़ती है। हरी खाद की महत्ता को देखते हुए हरियाणा सरकार किसानों को ढैंचा बीज अनुदान पर उपलब्ध करा रही है।
हरियाणा सरकार ने रसायनिक खादों का कम से कम प्रयोग हो तथा कृषि मृदा बनाए रखने के लिए किसानों को ढैंचा बुआई कर उसे हरी खाद के रूप में एक बेहतर विकल्प उपलब्ध करवाने का क्रियान्वयन कर रही है। ढैंचा बीज प्राप्त करने के लिए किसान अब आवेदन 25 अप्रैल 2022 तक कर सकते है। इससे पूर्व आवेदन करने की अंतिम तिथि को 25 मार्च से बढ़ाकर 4 अप्रैल, 2022 तक कर दिया गया था।
ढैंचा बीज पर कितना अनुदान दिया जायेगा
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के एक प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश सरकार ने प्रदेश में 35 हजार क्विंटल ढैंचा का बीज वितरण करने का लक्ष्य निर्धारित किया है तथा एक किसान अधिकतम 120 किलोग्राम बीज प्राप्त कर सकता है। किसानों को खरीफ मौसम के दौरान ढैंचा बीज उपलब्ध करवा रही है। इस पर किसानों को 80 फीसदी अनुदान भी दिया जाएगा। योजना के अनुसार ढैंचा बीज खरीदने के लिए किसान को मात्र 20 फीसदी राशि का भुगतान करना होगा।
किसान कहाँ करें आवेदन
किसान ढैंचा बीज की खरीद के लिए 25 अप्रैल तक विभाग की वेबसाइट ‘एग्रीहरियाणा’ पर आवेदन कर सकते हैं। इस योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को ‘मेरी फसल मेरा ब्योरा’ पोर्टल पर पंजीकरण होना अनिवार्य है।
किसान इस तरह खरीद सकेंगे अनुदान पर ढैंचा बीज
आवेदन के बाद किसान ढैंचा के बीज हरियाणा बीज विकास निगम के सभी केन्द्रों से प्राप्त कर सकते हैं ।किसान “मेरी फसल– मेरा ब्यौरा” पोर्टल पर आवेदन के बाद उसका पंजीयन रसीद के साथ आधार कार्ड, वोटर कार्ड, किसान क्रेडिट कार्ड की कॉपी हरियाणा बीज विकास निगम के बिक्री केंद्र पर जमा करवाना होगा। योजना का लाभ लेने से संबंधित जानकारी प्राप्त करने के लिए टोल फ्री नंबर 1800-180-2117 या अपने संबंधित उपमंडल कृषि एवं किसान कल्याण कार्यालय से संपर्क किया जा सकता है।