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शुक्रवार, अप्रैल 19, 2024
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हरी खाद के लिए 80 प्रतिशत की सब्सिडी पर ढैंचा बीज लेने के लिए आवेदन करें

अनुदान पर ढैंचा बीज हेतु आवेदन

खेती में लगातार फसलें लेने एवं रासायनिक खादों के प्रयोग से मिट्टी की उर्वरा शक्ति में लगातार गिरावट हो रही है। जिससे किसानों को हर वर्ष अधिक रासायनिक खाद का प्रयोग करना पड़ता है। गर्मी में अधिकांश किसानों के खेत खाली रहते हैं ऐसे में किसान “हरी खाद” के लिए फसल लगा सकते हैं ओर मिट्टी की उत्पादन क्षमता को बढ़ा सकते हैं। हरियाणा सरकार ने राज्य में हरी खाद के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए ढैंचा के बीज किसानों को अनुदान पर उपलब्ध कराने जा रही है| ढैंचा का उपयोग किसान पशुओं के चारा तथा हरी खाद बनाने के लिए कर सकते हैं। 

हरियाणा सरकार ने खरीफ-2022 के दौरान हरी खाद को बढ़ावा देने के लिए ढैंचा बीज वितरण करने का निर्णय लिया है। इसके लिए 35,000 क्विंटल ढैचा बीज वितरण का लक्ष्य रखा गया है। इस योजना को लागू करने के लिए राज्य सरकार ने 16.80 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है।

किसानों को कितने बीज दिए जाएँगे

हरियाणा सरकार इस सीजन में किसानों को 35,000 क्विंटल ढैंचा के बीज उपलब्ध कराने जा रही है| यह बीज प्रति एकड़ 12 किलोग्राम के हिसाब से किसानों को दिए जाएँगे। इस योजना के तहत एक किसान को अधिकतम 120 किलोग्राम बीज दिया जाएगा, यानि एक किसान 10 एकड़ का बीज अनुदान पर प्राप्त कर सकता है।

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किसानों को बीज पर कितनी सब्सिडी दी जाएगी

हरियाणा सरकार इस वर्ष राज्य के किसानों को 80 प्रतिशत की सब्सिडी पर ढैचा के बीज उपलब्ध कराने जा रही है। यानि ढैंचा बीज का 80 प्रतिशत पैसा कृषि विभाग द्वारा दिया जायेगा तथा 20 प्रतिशत लाभार्थी किसान को देना होगा | ढैंचा बीज की लागत मूल्य 60 रुपए प्रति किलो है, इस पर अधिकतम 48 रुपए की सब्सिडी सरकार द्वारा एवं शेष हिस्सा जो 12 रुपए है किसानों को देना होगा। अर्थात् एक एकड़ के लिए किसानों को 12 किलोग्राम जिसका अनुमानित मूल्य 720 रुपये में से 120 रुपये ही किसान को देना होगा।

किसान अनुदान पर बीज लेने के लिए कहाँ करें आवेदन

राज्य के किसानों को अनुदान पर ढैंचा बीज लेने के लिए “मेरी फसल–मेरा ब्यौरा” पोर्टल  पर ऑनलाइन आवेदन करना होगा। आवेदन की अंतिम तारीख 25 मार्च 2022 तक है | किसान आवेदन के बाद बीज हरियाणा बीज विकास निगम के सभी केन्द्रों से प्राप्त कर सकते हैं | किसान “मेरी फसल– मेरा ब्यौरा” पोर्टल पर आवेदन के बाद उसका पंजीयन रसीद के साथ आधार कार्ड, वोटर कार्ड, किसान क्रेडिट कार्ड की कॉपी हरियाणा बीज विकास निगम के बिक्री केंद्र पर जमा करवाना होगा | 

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हरी खाद से किसानों को क्या लाभ होगा

ढैंचा फसल को हरी खाद के रूप में लेने से मृदा के स्वास्थ्य में जैविक, रासायनिक तथा भौतिक सुधार होते है व जलधारण क्षमता बढ़ती है। ढैंचा की पलटाई कर खेत में सड़ाने से नाइट्रोजन, पोटाश, गंधक, कैलिशयम, मैगनीशियम, जस्ता, ताबा, लोहा आदि तमाम प्रकार के पोषक तत्व प्राप्त होते हैं। धान-गेहूं फसल चक्र के कारण मृदा की कम होती उर्वरा शक्ति बढ़ेगी तथा आने वाली फसलों का उत्पादन भी बढ़ेगा। फसल विविधिकारण को बढ़ावा देने हेतु किसानों को गांव स्तर पर कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा ढैंचे की बिजाई करने हेतु पूर्ण जानकारी दी जाएगी।

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