सौदा पत्रक योजना के तहत उपज की बिक्री
कोरोना वायरस लॉक डाउन के बीच रबी फसल की खरीदी 15 अप्रैल से चल रही है | इसके अंतर्गत पहले पंजीकृत किसानों को केंद्र सरकार के द्वारा घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं, चना, सरसों एवं अन्य रबी फसलों को मंडियों में ख़रीदा जा रहा है | इस बार गेहूं तथा अन्य रबी फसल बेचने के लिए उत्तर भारत के सभी राज्य किसानों को एसएमएस के माध्यम से सूचित कर रही है | लॉक डाउन के कारण इस बार प्रत्येक दिन कुछ किसानों को ही मंडी में आकर फसल बेचने की अनुमति दी गई है |
मध्य प्रदेश राज्य सरकार शुरू में एक खरीदी केंद्र पर 6 किसानों को गेहूं बेचने के लिए बुला रहा थी जिसे 20 अप्रैल से बढ़ाकर 20 छोटे तथा 3 बड़े किसान कर दिया है | मध्य प्रदेश राज्य सरकार ने अधिक से अधिक रबी फसल कम समय में खरीदने के लिए वर्ष 2009 की योजना को लागु किया है | यह योजना का नाम सौदा पत्रक योजना है | इस योजना का लाभ मध्य प्रदेश के किसान उठा रहे हैं |
सौदा पत्रक योजना क्या है ?
योजना के अंतर्गत किसान मंडी तथा सोसायटी खरीदी केंद्र के बाहर ही पंजीकृत व्यापारी को आपसी समझोता से अपनी फसल को बेच सकते है | इसकी सुचना व्यापारी के द्वारा मण्डी को देना अनिवार्य रहता है | इस योजना के अंतर्गत किसान अपने उत्पाद को किसी भी मूल्य पर बेचने के लिए स्वतंत्र रहता है | इसमें सरकार तथा किसी भी एजेंसी की कोई हस्तक्षेप नहीं रहता है |
इस योजना से किसान को लाभ होगा या नहीं ?
सौदा पत्रक योजना के अंतर्गत किसान को लाभ तथा घटा दोना होता है | इसलिए किसान समधन इस योजना की स्पष्ट जानकारी लेकर आया है | योजना के अनुसार कोई भी पंजीकृत व्यापारी तथा किसान आपसी समझौते से अपने कृषि उत्पाद को मण्डी के बाहर ही बेच सकता है | इसके लिए किसान के ऊपर कोई दवाब नहीं रहता है | सबसे बड़ा लाभ यह है कि फसल उत्पादन बेचने पर पैसा तुरंत मिल जाता है | इसके साथ ही बाजार भाव अधिक रहने पर किसान को केंद्र सरकार के द्वारा घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य से ज्यादा भाव मिल सकता है |
31 जून तक किसान कर सकेगें आवेदन
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने किसानों से कहा है कि चिंता नहीं करें, सरकार आपकी उपज का एक-एक दाना खरीदेगी। उन्होंने कहा है कि 31 मई तक उपार्जन केन्द्रों पर गेहूँ की खरीदी होगी। साथ ही, सौदा पत्रक से 30 जून तक किसान अपनी फसल बेच पाएंगे। मुख्यमंत्री ने किसानों से कहा है कि लॉकडाउन का पालन करें। किसानों की सुविधा के लिये मंडियों के अलावा, सौदा पत्रक के माध्यम से कृषि उपज निजी खरीदी केन्द्रों एवं व्यापारियों को घर से बेचने की भी व्यवस्था की गयी है। मुख्यमंत्री ने किसानों से आग्रह किया है कि इन व्यवस्थाओं का अधिक से अधिक उपयोग करें।