विश्व मृदा दिवस: मुख्यमंत्री कृषि क्लिनिक योजना
5 दिसंबर को देश भर में विश्व मृदा दिवस मनाया गया। इस अवसर पर कृषि विभाग द्वारा मिट्टी एवं पानी बचाने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस कड़ी में मंगलवार 5 दिसंबर के दिन बिहार कृषि विभाग की और से बामेती पटना के सभागार में कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसका उद्घाटन राज्य के कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत ने किया।
इस अवसर पर कृषि मंत्री ने कहा कि आज समय की माँग है कि कम से कम लागत में अधिक से अधिक गुणवत्तायुक्त पैदावार हो, जिससे किसानों की आय अधिक हो सके। साथ ही पौधों के पोषण हेतु मृदा का स्वास्थ्य तथा पर्यावरण संतुलन बना रहे तथा किसानों एवं आम लोगों को मिट्टी के महत्व के बारे में जागरूक किया जा सके। मिट्टी जाँच कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य मृदा स्वास्थ्य कार्ड आधारित संतुलित उर्वरक प्रयोग एवं उर्वरक उपयोग क्षमता को बढ़ावा देना है।
सभी प्रखंडों में खोले जाएँगे कृषि क्लिनिक
कृषि मंत्री सर्वजीत ने कहा है कि बिहार के सभी प्रखंडों में कृषि क्लिनिक खोले जाएँगे। बिहार से पढ़ने वाले कृषि स्नातक इसमें कृषि संबंधी समस्याओं का निवारण करेंगे। प्रखंड मुख्यालयों में क्लिनिक खुलेंगे। इसका नाम मुख्यमंत्री प्रखंड कृषि क्लिनिक रखा जाएगा। मिट्टी जाँच से लेकर पौधों में आने वाले सभी तरह की बीमारियों का यहाँ समाधान किया जाएगा। इसके साथ ही कृषि मंत्री ने कहा कि यंत्रीकरण में भी बदलाव किया जाएगा। किसानों को व्यापार करने के लिए कृषि यंत्र दिए जाएँगे। किसान इसे भाड़े पर संचालित करेंगे।
मिट्टी जाँच में बढ़ी किसानों की रुचि
इस अवसर पर कृषि सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने कहा कि विश्व मृदा दिवस 2023 का उद्देश्य जलवायु अनुकूल कृषि खाद्य प्रणालियों को प्राप्त करने में मिट्टी और पानी के बीच महत्व और संबंध के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। इसमें किसानों की रुचि भी बढ़ी है।
कृषि निदेशक आलोक रंजन घोष ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में बिहार राज्य के लिए 2,00,000 मिट्टी नमूनों के लिये संग्रह किया गया एवं मृदा स्वास्थ्य कार्ड का वितरण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस निर्धारित लक्ष्य के विरुद्ध अब तक 1,27,927 मिट्टी नमूनों का संग्रहण किया जा चुका है, जिसका विश्लेषण का कार्य निरन्तर किया जा रहा है। वित्तीय वर्ष 2022-23 में 15,24,096 किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड उपलब्ध कराया गया था।
विधायकों से करवायें नहरों की सफाई
कृषि मंत्री ने कहा कि किसान अपने-अपने क्षेत्र के विधायकों से नहर की सफाई करवायें। नक्शा देकर नहरों के विलुप्त होने की जानकारी विधायकों को दें। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि कृषि विभाग ही नहीं 12-13 विभाग किसानों के लिए काम करते हैं। उन्होंने हाल ही में कृषि समन्वयकों और सलाहकारों की हड़ताल में उनकी सभी माँगें मान ली गई। मगर उनका रवैया देखते हुए उनका तबादला करने का निर्णय लिया गया। उन्होंने कहा कि कार्बनिक उर्वरक एवं जैव उर्वरक को शामिल करते हुए समेकित उर्वरता प्रबंधन को बढ़ावा दिया जाएगा। डिजिटल फ़र्टिलिटी मैप तैयार होगा।