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शनिवार, अप्रैल 27, 2024
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मटर की उन्नत खेती के लिए किसानों को दिया गया प्रशिक्षण एवं खाद-बीज

किसानों को मटर की खेती के लिए प्रशिक्षण एवं खाद बीज का वितरण

विभिन्न फसलों का उत्पादन एवं किसानों की आय बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा किसानों को प्रशिक्षण के साथ-साथ उन्नत किस्मों के बीज दिए जाते हैं। इस कड़ी में राजस्थान सरकार ने डिस्ट्रिक्ट मिनिरल फाउण्डेशन ट्रस्ट मद से मटर उत्पादन पायलट प्रोजेक्ट के अन्तर्गत पंचायत समिति निम्बाहेड़ा के परिसर में किसानों को मटर उन्नत खेती पर प्रशिक्षण एवं मटर बीज व आदान वितरण किया गया। इस अवसर पर समारोह के मुख्य अतिथि सहकारिता मंत्री श्री उदयलाल आंजना ने किसानों को संबोधित करते हुए राज्य सरकार द्वारा किसानों के हित में चलाई जा रही योजनाओं का लाभ लेकर अपनी आय में वृद्धि करें।

सहकारिता मंत्री ने कृषकों को राजस्थान के अन्य जिलों में कृषि के क्षेत्र में नई ईजाद हुई कृषि तकनीक के ज्ञान वृद्धि हेतु डीएमएफटी मद से भेजने के लिए निर्देशित किया। सहकारिता मंत्री ने आह्वान किया कि जिस किसान का मटर खेती हेतु चयन किया गया है वह बुवाई से लेकर कटाई तक आय-व्यय के ब्यौरे का विवरण डायरी में नोट करें, ताकि अंत में गेहूं, जौ एवं चना आदि फसलों से फायदे की तुलना की जा सके। 

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किसानों को प्रशिक्षण के साथ ही दिए गए खाद-बीज

योजना के अनुसार चयनित कृषकों को 0.1 हेक्टेयर (आधा बीघा) क्षेत्रफल हेतु मटर का 10 किलोग्राम उन्नत बीज किस्म सोना 1010 एवं 250 मिलीलीटर जैविक कल्चर की बोटल, 5 किलो यूरिया उर्वरक एवं 25 किलोग्राम सिंगल सुपर फास्फेट उर्वरक, 5 किलोग्राम सूक्ष्म पोषक तत्व मिक्सर, कीटनाशी रसायन का फसल अवधि के दौरान आवश्यकतानुसार उपलब्ध कराया जाएगा। इस अवसर पर उप निदेशक कृषि (विस्तार) जिला परिषद् चित्तौडगढ़ डॉ. शंकर लाल जाट द्वारा डीएमएफटी मद से मटर उत्पादन हेतु लिए गये पायलट प्रोजेक्ट के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।

मटर उत्पादन हेतु डिस्ट्रिक्ट मिनिरल फाउण्डेशन ट्रस्ट मद अन्तर्गत जिले की पंचायत समिति निम्बाहेड़ा के 500 कृषकों को उन्नत खेती करने हेतु पायलट प्रोजेक्ट लिया गया है। जिला कलक्टर ने निर्देशित किया कि चयनित कृषकों को वाट्सप ग्रुप बनाकर 20-20 किसानों का समूह बनाते हुए एक कृषि पर्यवेक्षक कों पर्यवेक्षण हेतु लगाया जाए जिससे वास्तविक परिणाम प्राप्त किए जा सके।

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किसानों को दी गई फसलों की उन्नत खेती की जानकारी

इस अवसर पर उप निदेशक कृषि (आइपीएम) चित्तौडगढ़ श्री ओम प्रकाश शर्मा द्वारा कृषकों को रबी फसलों की बुवाई एवं उन्नत खेती एवं कृषि शष्य क्रियाओं के बारे में जानकारी दी गई। सहायक निदेशक उद्यान चित्तौडगढ़ डॉ. शंकरसिंह राठौड़ द्वारा किसानों को उद्यान विभाग से कृषक हित में संचालित योजना जैसे सौलर ऊर्जा संयत्र, ड्रिप संयत्र, पोली हाउस की स्थापना एवं बगीचे स्थापना पर राज्य सरकार द्वारा दिये जा रहे अनुदान के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। कृषि विज्ञान केन्द्र के मुख्य उद्यानिकी वैज्ञानिक डॉ. राजेश जलवानिया द्वारा मटर की उन्नत खेती के बारे में कृषकों को विस्तृत जानकारी देते हुए उन्नत तकनिकी अपनाने के बारे में जानकारी प्रदान की गई।

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