back to top
गुरूवार, मई 2, 2024
होमकिसान समाचारयह बिजनेस शुरू करने के लिए सरकार दे रही है 90 फीसदी...

यह बिजनेस शुरू करने के लिए सरकार दे रही है 90 फीसदी लोन और 10 लाख रुपये तक का अनुदान

देश में किसानों की आमदनी बढ़ाने और ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार सृजन के लिए सरकार कृषि एवं संबंधित क्षेत्रों में बिजनेस शुरू करने के लिए कई योजनाएँ चला रही हैं। इसके लिए इच्छुक व्यक्तियों को अनुदान के साथ ही बैंक ऋण भी उपलब्ध कराया जा रहा है। इस कड़ी में अधिक से अधिक व्यक्तियों को योजना का लाभ दिया जा सके इसके लिए राजस्थान के प्रमुख शासन सचिव ने 22 फरवरी के दिन बैठक आयोजित की।

प्रमुख शासन सचिव, कृषि एवं उद्यानिकी वैभव गालरिया की अध्यक्षता में पंत कृषि भवन में प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना (पी.एम.एफ.एम.ई.) की बैठक राज्य के प्रमुख बैंकों के स्टेट हैड के साथ आयोजित की गई। प्रमुख शासन सचिव द्वारा बैंक अधिकारियों को इस योजना के प्रति संवेदनशील रहते हुए योजना के लक्ष्य अर्जित करने के लिए निर्देशित किया गया।

यह बिजनेस शुरू करने के लिए दिया जाएगा अनुदान

सरकार द्वारा राज्य में प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना (पी.एम.एफ.एम.ई.) का क्रियान्वयन किया जा रहा है। योजना के अंतर्गत आटा मील, दाल मील, प्रोसेसिंग यूनिट, ग्रेडिंग क्लिनिंग यूनिट, आचार व पापड़ के उद्योग, दूध व खाद्य पदार्थों से सम्बन्धित इकाइयों की स्थापना के लिए अनुदान दिया जा रहा है। योजना का उद्देश्य खाद्य से सम्बन्धित योजना में अनुदान प्रदान कर इकाइयों को बढ़ावा देना है।

यह भी पढ़ें   पहली बार सेबिया और सफेदा अमरूद का विदेश में किया गया निर्यात, किसानों को मिलेगा फायदा

बैंकों से दिया जा रहा है ऋण और सब्सिडी 

प्रमुख शासन सचिव, कृषि एवं उद्यानिकी ने जानकारी देते हुए बताया कि बैंकों द्वारा छोटे व मंझोले खाद्य प्रसंस्करण उद्यमियों को अधिक से अधिक किस प्रकार लाभान्वित करवाया जा सकता हैं। उन्होंने बताया कि इस योजना में नई व पुरानी खाद्य इकाईयों को स्थापित करने के लिए केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा 35 प्रतिशत या अधिकतम 10 लाख रूपये का अनुदान दिया जा रहा हैं तथा इस योजना के तहत विभिन्न बैंकों की ओर से खाद्य इकाई लगाने पर 90 प्रतिशत तक की ऋण सहायता दी जा रही है।

उन्होंने कहा कि राज्य में योजना को जन-जन तक पहुंचाने एवं आवेदकों की सहायता हेतु हेल्पलाइन नम्बर 9829026990 कार्यरत है। योजना में आवेदनों की संख्या बढ़ाने की दृष्टि से रोलिंग प्रक्रिया के द्वारा अधिक से अधिक डिस्टिक रिसोर्स पर्सन सूचीबद्ध किये जा रहे हैं। सामान्य प्रक्रिया के तहत डिस्टिक रिसोर्स पर्सन के लिए आवेदन पत्र पी.एम.एफ.एम.ई. राजस्थान पोर्टल पर उपलब्ध है।

यह भी पढ़ें   बकरी पालन के लिए किसानों को दिया गया 7 दिनों का प्रशिक्षण

निःशुल्क किया जा सकता है आवेदन

बैठक में राजस्थान राज्य कृषि विपणन बोर्ड के जनरल मैनेजर श्रीमती आशु चौधरी ने बताया कि इस योजना का संचालन विपणन बोर्ड द्वारा विगत 3 वर्षो से किया जा रहा है जिसमें भारत सरकार तथा राज्य सरकार द्वारा सम्मिलित रूप से खाद्य प्रसंस्करण उद्योग लगाने के लिए अनुदान दिया जा रहा है। इसके लिए राज्य में एक प्रबंध यूनिट का संचालन भी किया जा रहा है। यह यूनिट इकाई को मशीन, आवेदन, ब्राण्डिंग व मार्केटिंग में भी सहयोग करती है। इस योजना में आवेदन पूर्ण रूप से निःशुल्क है तथा डिस्टिक रिसोर्स पर्सन को 20 हजार रूपये की राशि का भुगतान भी राजस्थान राज्य कृषि विपणन बोर्ड द्वारा किया जाता है।

6 टिप्पणी

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
यहाँ आपका नाम लिखें

ताजा खबरें

डाउनलोड एप