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शनिवार, अप्रैल 27, 2024
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पहली बार सेबिया और सफेदा अमरूद का विदेश में किया गया निर्यात, किसानों को मिलेगा फायदा

सेबिया और सफेदा अमरूद का निर्यात

देश में किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए सरकार फलों के उत्पादन को बढ़ावा दे रही है साथ ही किसानों को इन फल फसलों के अच्छे दाम मिल सके इसके लिए सरकार इनके निर्यात पर भी ज़ोर दे रही है। इस कड़ी में प्रयागराज व कौशाम्बी के सेबिया एवं सफेदा अमरूद की किस्मों की पहली खेप का निर्यात किया गया है। सुर्खा जिसे सेबिया अमरूद भी कहा जाता है उसका पहली बार ओमान के साथ निर्यात शुरू हो गया है। इससे अमरूद की बागवानी करने वाले प्रयागराज मंडल के किसानों की आय दोगुनी होने का रास्ता साफ हो गया है।

उत्तर प्रदेश के उद्यान, कृषि विपणन, कृषि विदेश व्यापार तथा कृषि निर्यात राज्यमंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने सोमवार को लखनऊ के चौधरी चरण सिंह अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से प्रयागराज व कौशाम्बी का सेबिया एवं सफेदा अमरूद की पहली खेप को हरी झण्डी दिखाकर ओमान के लिये रवाना किया।

किसानों के खेत से ही अधिक भाव पर खरीदे गए अमरूद

इस अवसर पर उद्यान मंत्री ने कहा कि विश्व प्रसिद्ध अपने रंग और स्वाद के लिये पहचान बनाने वाला प्रयागराज और कौशाम्बी का सेबिया और सफेदा अमरूद ओमान भेजा गया है। गंगा-यमुना के बीच प्रयागराज और कौशाम्बी की भूमि एवं जलवायु की विशेषता में पैदा होने वाला सेबिया और सफेदा अमरूद विश्व के अन्य स्थानों पर उत्पादित अमरूद से अधिक स्वादिष्ट होता है। इस अमरूद की ओमान में अधिक माँग है और वहां की मांग के तहत अभी पहली खेप में 06 क्विंटल अमरूद कार्गो से भेजा गया है और किसानों को यहां के बाजार मूल्य से अधिक दर से भुगतान भी मिल रहा है।

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उन्होंने बताया कि किसानों के अमरूदों को निर्यात के लिए कम्पनी द्वारा सीधे किसानों के खेतों से ही खरीदा गया है। किसानों को अपने खेत पर ही यहां के बाजार भाव से अधिक दाम मिल गया और किसानों को मण्डी तक जाने की जरूरत नहीं पड़ी।

800 रुपए क्विंटल में बिके थे लखनऊ के आम

उद्यान मंत्री ने बताया कि किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए प्रदेश के किसानों के उत्पादों को विदेशी बाजारों तक पहुँचाने का कार्य किया जा रहा है। अभी हाल ही में लखनऊ के आम को रुस के मास्को भेजा गया था, जहाँ पर लखनऊ के आम की तारीफ के साथ ही यहां के 80 रूपये प्रति किलो आम के वहां पर 800 रूपये प्रति किलो तक मूल्य मिला। उन्होंने कहा कि प्रदेश के विभिन्न उत्पादों आम, अमरूद, मिर्ची की दुनिया के बाजारों में पहुंचाकर मोदी जी के किसानों की आय दुगुनी करने के सपनों को पूरा किया जा रहा है। प्रदेश के किसानों का उत्पाद दुनिया के बाजारों में अपनी पहचान बना रहा है।

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अमरूद की इन किस्मों में क्या है खास?

इलाहाबादी सेबिया अमरूद की एक किस्म है जो सेब की तरह ही दिखती है। वहीं इलाहाबाद की सबसे मशहूर सफेदा और सुर्खा प्रजाति की अमरूदों की महक विदेश के कोने-कोने तक फैली हुई है। इलाहाबादी सुर्खा की सबसे ज्यादा डिमांड है। इसकी पहचान लाल रंगत और लाजवाब स्वाद है। सर्दियों के मौसम में प्रयागराज में सेब से महंगी कीमतों पर इलाहाबादी अमरूद बिकता है। इलाहाबाद का नाम भले ही प्रयागराज हो गया है लेकिन, अमरूद की पहचान आज भी पूरी दुनिया में इलाहाबादी अमरूद के नाम से ही होती है।

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