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शुक्रवार, अक्टूबर 11, 2024
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10 हजार किसानों के खेतों में लगाए जाएँगे सोलर पम्प

सोलर पम्प योजना

देश में स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए सौर ऊर्जा को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसका लाभ किसानों को मिल सके इसके लिए देश भर में कुसुम योजना चलाई जा रही है। कुसुम योजना के तहत किसानों को अपने खेतों में सोलर पम्प की स्थापना पर अनुदान दिया जाता है। अभी उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा राज्य के किसानों को अनुदान पर सोलर पम्प देने के लिए आवेदन माँगे गए हैं। उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री श्री सूर्य प्रताप शाही ने लोक भवन में शुक्रवार को योजना की प्रगति की जानकारी दी।

कृषि मंत्री ने कहा कि किसानों की लागत घटाकर उनकी आमदनी बढ़ाने के लिए सरकार तेज़ी से प्रयास कर रही है। प्रधान मंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाअभियान यानी पीएम कुसुम योजना के तहत 10 हजार किसानों का चयन किया गया है। चयनित किसानों को कृषक अंश की धन राशि बैंक में जमा कराए जाने के बाद उनके खेतों में सोलर सिंचाई पम्प लगाए जाएँगे। उन्होंने बताया कि सरकार ने पाँच साल में 26,407 सोलर पम्प लगाए हैं।

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किसानों को 60 प्रतिशत की सब्सिडी पर दिए जा रहे हैं सोलर पम्प

उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा राज्य में किसानों को सोलर पम्प पर अनुदान देने के लिए 1 जुलाई 2022 से आवेदन आमंत्रित किए हैं। राज्य के इच्छुक किसान कृषि विभाग के पोर्टल upagriculture.com से ऑनलाइन बुकिंग कर सकते हैं। सरकार द्वारा चयनित किसानों को सोलर पम्प की खरीद पर 60 फ़ीसदी सब्सिडी दी जाएगी। शेष राशि किसानों को देनी होगी। योजना के तहत किसान 2hp से लेकर 10hp तक के सोलर पम्प के लिए आवेदन कर सकते हैं।

योजना की विस्तृत जानकारी के लिए क्लिक करें

प्राकृतिक खेती के लिए दी जाएगी साहीवाल गाय

कृषि मंत्री ने प्रेस वार्ता में बताया कि मिशन प्राकृतिक खेती के तहत बुंदेलखंड के 47 विकास खंडों के हर ब्लॉक में 50 हेक्टेयर के 10 क्लस्टर कार्ययोजना तैयार की गई है। इसके लिए 202 अधिकारी व विज्ञानियों को मास्टर ट्रेनर के रूप में प्रशिक्षित किया गया है। सभी 133 राजकीय कृषि प्रक्षेत्रों में 10 से 20 हेक्टेयर क्षेत्रफल में क्रमशः एक व दो हेक्टेयर में प्राकृतिक खेती की जाएगी। उन्होंने बताया कि सूबे के सभी 89 कृषि विज्ञान केंद्रों को साहीवाल गाय उपलब्ध कराने का निर्णय लिया गया है, ताकि वहाँ खरीफ से ही एक-एक एकड़ क्षेत्र में प्राकृतिक खेती का प्रदर्शन किया जा सके। 

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