गेहूं का भण्डारण:- फसल की कटाई के बाद उसका सुरक्षित भंडारण अति आवश्यक है, क्योकि कई बार अचानक मौसम परिवर्तन के कारण या अन्य कारणों से फसल को नुकसान होने की सम्भावना बनी रहती है| कई बार भंडारण कर बिक्री के लिए ले जाने से फसल के दाम भी अच्छे मिलते हैं इसलिए सुरक्षित भंडारण हमेशा कारगर होता है आइये जानते हैं गेंहूँ के सुरक्षित भण्डारण के लिए क्या करें ?
सावधानियां
भण्डारण में अन्न की सुरक्षा के लिए उन्हें खूब सुखाकर ही रखें। भण्डार की सफाई अच्छी तरह करें । भूसा आदि को इकट्ठा कर जला दें। फर्श या दीवारों की दरारों की अच्छी तरह बन्द कर दें। पुरानी बोरियॉं इस्तेमाल करने से पहले पानी में आधा घंटा उबालें। बोरियॉं को भण्डार में सीधे फर्श पर न रखें। तख्ता या पोलीथिन की चादर बिछाकर रखें।
कीटनाशक का प्रयोग
भण्डार में अन्न रखने से पहले मालाथियान 50 ई.सी. एक भाग एवं 300 भाग पानी में घोलकर अच्छी तरह भण्डार में छिड.काव करें। बीज के लिए रखी अन्न की बोरियॉं पर मालाथियान धूल का भुरकाव कर दें। अगर कीडे. लग जाये तब अन्न को शीघ्र बेच दें या प्रधुमन करें। इसके लिए वायुरोधी बर्तन में ई.डी.बी. 3 मि.ली. प्रति क्विंटल की दर से काम में लायें।
देशी उपाय
एक सौ किलोग्राम अनाज में 5 किलोग्राम सूखी हुई नीम या सदाबहार या कनेर की पत्तियॉं अच्छी तरह से मिलाकर रखने से कीटों से बचाव होता है।