समर्थन मूल्य पर धान की खरीद
सभी राज्यों में अभी धान सहित अन्य खरीफ फसलों की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदी जोरों पर चल रही है | सभी पंजीकृत किसान अपनी उपज MSP पर बेच सकें इसके लिए कुछ राज्य सरकारों के द्वारा खरीद की अवधि को आगे बढाया जा रहा है | छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने राज्य के किसानों के हित को ध्यान में रखते हुए एक बड़ा फैसला लिया है | मुख्यमंत्री ने धान खरीदी की निर्धारित अवधि में एक सप्ताह की वृद्धि किए जाने का एलान किया। राज्य में अब 7 फरवरी तक किसानों से धान खरीदी की जाएगी।
24 लाख से अधिक किसानों ने कराया है धान बेचने के लिए पंजीयन
राज्य में 21 जनवरी तक 78.92 लाख मीट्रिक टन धान का उपार्जन किया जा चुका है, जो कि इस साल के अवमानित लक्ष्य का 75 प्रतिशत है। इस साल धान बेचने के लिए 24 लाख 5 हजार किसानों ने पंजीयन कराया है। धान का पंजीकृत रकबा 30 लाख 21 हजार हेक्टेयर है। इस साल पंजीकृत किसानों की संख्या में 2 लाख 52 हजार तथा रकबे में 2 लाख 28 हजार हेक्टेयर की वृद्धि हुई है, जो कि गत वर्ष की तुलना में क्रमशः 11.76 प्रतिशत एवं 8.20 प्रतिशत अधिक है।
अभी तक 19 लाख किसानों ने बेचीं है समर्थन मूल्य पर धान
राज्य में अब तक लगभग 19 लाख किसान धान बेच चुके हैं। समर्थन मूल्य पर क्रय किए जा चुके धान का मूल्य 15 हजार 335 करोड़ रूपए है। किसानों को शत-प्रतिशत राशि का भुगतान किया जा चुका है। किसानों द्वारा इस साल 71 हजार गठान बारदाना धान खरीदी के लिए उपलब्ध कराया गया, जिसकी कुल राशि 88.20 करोड़ रूपए का भुगतान किया जा चुका है।
धान खरीदी के लिए राज्य में पर्याप्त बारदाना उपलब्ध है। राज्य में अब शेष अवधि में धान की खरीदी के लिए 1.30 लाख गठान बारदाने की आवश्यकता होगी, जबकि इसके लिए 1.52 गठान बारदाना उपलब्ध है। इस साल उपार्जित धान के एवज में एफसीआई में लगभग 6 लाख मीट्रिक टन तथा नान में 4.63 लाख मीट्रिक टन इस प्रकार कुल 10.57 लाख मीट्रिक टन जमा कराया जा चुका है।
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