प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में एप व पोर्टल लांच
देश में किसानों को प्राकृतिक आपदाओं से होने वाले नुक़सान की भरपाई के लिए “प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना” चलाई जा रही है। योजना को किसान हितैषी बनाने एवं अधिक से अधिक किसानों तक योजना का लाभ पहुँचाने के लिए सरकार द्वारा लगातार कई सुधार किए जा रहे हैं। जिसमें नई तकनीकों का भी प्रयोग किया जा रहा है। इस कड़ी में शुक्रवार, 21 जुलाई के दिन सरकार ने किसानों के लिए तीन एप जारी किए हैं।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) में किसानों को और अधिक सुविधा देते हुए सटीक उपज अनुमान एवं पंजीकरण प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने तीन महत्वपूर्ण एप– येस्टेक (प्रौद्योगिकी पर आधारित उपज अनुमान प्रणाली), विंड्स (मौसम सूचना डेटा सूचना प्रणाली) और एआईडीई (मध्यस्थ नामांकन के लिए एप) को किसानों के लिए जारी कर दिया है।
येस्टेक (Yes-Tech) एप क्या है?
यह एक उन्नत तकनीकी प्रणाली है जो सटीक उपज गणना में राज्यों की मदद करेगी। राज्यों में फसल उपज विवादों व उसके बाद पात्र किसानों को मुआवजा देने में होने वाली देरी से जुड़ी समस्याओं का समाधान करने के लिए केंद्र ने इस प्रणाली को लागू करने का निर्णय लिया है। येस्टेक प्रणाली के अंतर्गत रिमोट सेंसिंग जैसी आधुनिक तकनीकों के जरिये सटीक फसल अनुमान लगाने, पारदर्शी–सटीक उपज आकलन सुनिश्चित करने पर काम किया जाना है। यह प्रणाली उपज संबंधी विवाद प्रभावी रूप से हल करने व त्वरित दावा भुगतान सुविधा प्रदान करने में सक्षम होगी।
YES-TECH किसानों को बेहतर निर्णय लेने में सक्षम बनाता है, जैसे कि कब और कहाँ और कौन सी फसल उगानी है। यह किसानों को फसल के नुकसान से बचने में भी मदद कर सकता है। साथ ही यह एक तकनीक–आधारित मॉडल है जो मौसम डेटा और फसल विकास मॉडल का उपयोग कर सटीक फसल उपज अनुमान करता है।
विंडस (Winds) पोर्टल क्या है?
इस पोर्टल के माध्यम से किसानों के लिए मौसम संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी व आंकड़े उपलब्ध हो पाएंगे। इस योजना से सभी को लाभ होगा, विशेषतः किसान सूचित निर्णय लेने में सक्षम होंगे। अपर्याप्त बुनियादी ढांचे से सटीक मौसम संबंधी डेटा प्राप्त करने संबंधी चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए विंड्स पहल अंतर्गत मौसम केंद्रों के सशक्त नेटवर्क की स्थापना पर जोर दिया जा रहा है। इस पहल द्वारा लक्ष्य ब्लॉक व ग्राम पंचायत स्तर पर मौसम केंद्रों का व्यापक नेटवर्क स्थापित करना है।
इसका लक्ष्य मौसम की जानकारी की उपलब्धता में अंतर कम करना व जमीनी स्तर पर निर्णयकर्ताओं, किसानों व हितधारकों को सशक्त बनाना है। मौसम केंद्रों का यह व्यापक नेटवर्क मौसम के पैटर्न की सटीक निगरानी करने, प्रभावी योजना बनाने, जोखिम मूल्यांकन व मौसम संबंधी चुनौतियों का समय पर जवाब देने में सक्षम बनाएगा।
AIDE (सहायक) मोबाईल एप
एआईडीई ऐप से किसानों की नामांकन प्रक्रिया में क्रांतिकारी बदलाव आएगा, जिससे किसान घर बैठे या खेत से भी, बीमा कंपनियों के प्रतिनिधियों के जरिये पंजीकरण आसानी से पूरा कर सकेंगे। लंबी कतारों, कागजी कार्रवाई खत्म करके, यह निर्णय सभी किसानों के लिए नामांकन को सुलभ बनाएगा, जिससे सुनिश्चित होगा कि किसान आसानी से बीमा कवरेज प्राप्त कर सकें।
इन सभी पहलों से कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा सुनिश्चित किया है कि किसानों को उनके घर पर फसल बीमा लेने, पॉलिसी विवरण प्राप्त करने की सुविधा मिलें, किसान मोबाइल ऐप से ही फसल नुकसान की सूचना दे सकें, उपज–दावा आंकलन की प्रक्रिया सटीक–पारदर्शी हों व किसान को समय पर क्लेम पेमेंट मिलें।