फसल नुकसान का मुआवजा
इस वर्ष देश में मानसून सीजन के दौरान कई राज्यों में बहुत अधिक वर्षा एवं जल भराव से किसानों की फसलों को काफी नुक़सान हुआ था। इन राज्यों में हरियाणा राज्य भी शामिल है। जुलाई महीने में हुई भारी बारिश के चलते हरियाणा राज्य के कई जिलों में बाढ़ के हालात बन गए थे जिससे यहाँ रहने वाले लोगों की परिसंपत्तियों को क़ाफ़ी नुक़सान हुआ था। लोगों को हुए इस नुक़सान की भरपाई के लिए सरकार ने मुआवजा राशि जारी कर दी है।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बताया कि जुलाई महीने में हुई भारी बारिश व बाढ़ के कारण लगभग 12 जिलों में हुए फसली, संपत्ति, पशुधन व वाणिज्यिक संपत्तियों सहित हुए भारी नुकसान के लिए नागरिकों को मुआवजा दिया गया। इसी कड़ी में सरकार ने 34,511 किसानों को मुआवजा स्वरूप 97 करोड़ 93 लाख 26 हजार रुपये की राशि दी है।
दोबारा बुआई करने वाले किसानों को भी दिया गया मुआवजा
पत्रकार वार्ता के दौरान मुख्यमंत्री ने जानकारी देते हुए बताया कि किसानों को दी गई मुआवज़ा राशि में 49 हजार 197 एकड़ का वह क्षेत्र भी शामिल है, जिसकी पुनः बिजाई कर दी गई थी। ऐसे क्षेत्र के लिए 7 हजार रुपये प्रति एकड़ की दर से मुआवजा देने की घोषणा पहले ही की गई थी। उन्होंने कहा कि अभी दिए गए मुआवजे में कपास की फसल शामिल नहीं है। इसका सर्वे अभी चल रह है।
इन जिलों के किसानों को दिया गया मुआवजा
मुख्यमंत्री ने कहा कि 25 प्रतिशत से लेकर 100 प्रतिशत तक फसलों के नुकसान के लिए यह मुआवजा दिया गया है। अंबाला जिले में लगभग 12.81 करोड़ रुपये, फतेहाबाद में 18.65 करोड़ रुपये, कुरुक्षेत्र में 26.95 करोड़ रुपये, भिवानी में 23.60 लाख रुपये, चरखी दादरी में 5.57 करोड़ रुपये, फरीदाबाद में 1.35 करोड़ रुपये, हिसार में 15.43 लाख रुपये, झज्जर में 1.48 करोड़ रुपये, जींद में 9.89 लाख रुपये, कैथल में 7.99 करोड़ रुपये, करनाल में 3.09 करोड़ रुपये, महेंद्रगढ़ में 10.78 करोड़ रुपये, पलवल में 5.40 करोड़ रुपये, मेवात में 53 हजार रुपये, पंचकूला में 23.31 लाख रुपये, पानीपत में 19.88 लाख रुपये, रोहतक में 2.53 करोड़ रुपये, सिरसा में 3.20 करोड़ रुपये, सोनीपत में 5.15 करोड़ रुपये, यमुनानगर में 2.61 करोड़ रुपये और रेवाड़ी में 7 लाख रुपये मुआवजा दिया गया है।
इन जिलों को किया गया था बाढ़ प्रभावित घोषित
जुलाई महीने में राज्य के 12 जिलों जिनमें अंबाला, फतेहाबाद, फरीदाबाद, कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल, पंचकुला, पानीपत, पलवल, सोनीपत, सिरसा और यमुनानगर जिले शामिल है, में 1469 गांवों और 4 शहरों को बाढ़ प्रभावित घोषित किया गया था। बाढ़ को देखते हुए क्षतिपूर्ति पोर्टल पर फसलों के नुकसान के अलावा पशुधन, घरों, शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में वाणिज्यिक संपत्तियों की क्षति, कपड़ों, बर्तनों व अन्य घरेलू सामान की क्षति को शामिल किया गया।
112 करोड़ 21 लाख रुपये की मुआवजा राशि दी गई
मुख्यमंत्री ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में पशुधन, घरों, वाणिज्यिक संपत्तियों की क्षति, कपड़ों, बर्तनों व अन्य घरेलू सामान की क्षति के लिए 5 करोड़ 96 लाख 83 हजार रुपये की राशि 11 अक्टूबर 2023 को डी.बी.टी. के माध्यम से सीधे ही बैंक खातों में डाली गई है। उन्होंने कहा कि बाढ़ में 47 लोगों की मृत्यु हुई थी। सरकार ने उनके परिजनों को 4-4 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की थी। इनमें से 40 लोगों के परिजनों को 1 करोड़ 60 लाख रुपये की राशि दी जा चुकी है। शेष 7 लोगों का सत्यापन किया जा रहा है। जनहानि की मुआवजा राशि 1 करोड़ 60 लाख रुपये दी गई। इस प्रकार अलग-अलग नुकसान के लिए अभी तक कुल 112 करोड़ 21 लाख रुपये की राशि मुआवजा स्वरूप दी जा चुकी है।