मॉनसून वर्षा का दीर्घावधि पूर्वानुमान अपडेट 2020
देश में खरीफ फसलें पूरी तरह से अच्छे मानसून एवं उसके सही समय पर निर्भर करती हैं इसलिए किसानों के लिए अच्छी खबर यह है की दक्षिण पश्चिम मॉनसून (Monsoon) ने केरल में दस्तक दे दी है | इसका मतलब यह हुआ की मानसून इस वर्ष अपने तय समय पर आ रहा है | भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 15 अप्रैल को समूचे देश के लिए दक्षिण पश्चिम मॉनसून ऋतु (जून-सितम्बर )की वर्षा के लिए पहले चरण का प्रचालनात्मक दीर्घावधि पूर्वानुमान जारी किया था । जिसके अनुसार भी इस वर्ष सामान्य से अधिक वर्षा होने का अनुमान जताया गया था |
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के दुसरे पूर्वानुमान के अनुसार उत्तर भारत में “सामान्य से ज्यादा” बारिश हो सकती है, जबकि मध्य भारत और दक्षिणी प्रायद्वीप में “सामान्य” बरसात का अनुमान है | बहरहाल, पूर्वी और पूर्वोत्तरी भारत में देश के अन्य हिस्सों की तुलना में कम बारिश होने की संभावना है | जून से सितंबर तक चलने वाले इस मॉनसून की वजह से देश में 75 फीसदी बारिश होती है |
कैसी रहेगी जुलाई-अगस्त में मानसून से बारिश
समूचे देश के लिए वर्षा दोनों माह में सामान्य बारिश या इससे अधिक बारिश होने की संभावना है मौसम विभाग के अनुसार जहाँ जुलाई के महीन में 103 प्रतिशत वर्षा का अनुमान है वहीँ अगस्त महीने में 97 फीसदी बारिश हो सकती हैं |
कैसी रहेगी जून – सितम्बर में मानसून से बारिश
2020 मॉनसून में (जून से सितम्बर)की वर्षा सभी क्षेत्रों में ±8 के साथ उत्तर पश्चिम भारत में दीर्घावधि औसत के 107 प्रतिशत, मध्य भारत में दीर्घावधि औसत के 103 प्रतिशत, दक्षिणी प्रायद्वीप में दीर्घावधि औसत के 102 प्रतिशत और पूर्वोत्तर भारत में दीर्घावधि औसत के 96 प्रतिशत होने की संभावना है । इस प्रकार, मॉनसून वर्षा का स्थानिक रूप से अच्छी तरह से वितरण होने की उम्मीद है ।
IMD issues Long Range Forecast Update for 2020 Southwest Monsoon Rainfall
— India Met. Dept. (@Indiametdept) June 1, 2020
Rainfall over the country as a whole for the 2020 southwest monsoon season is most likely to be NORMAL (96% to 104% of long period average).
Details are attached here
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