अधिक बारिश से हुए नुकसान का मुआवजा
इस वित्तीय वर्ष में देश के कई हिस्सों में मानसून से अधिक बारिश एवं बाढ़ से बहुत अधिक नुकसान हुआ है | किसानों को हुए इस नुकसान की भरपाई फसल बीमा एवं सरकार द्वारा मुआवजा देकर किया जाना है परन्तु अधिकांश किसानों को अभी दोनों में से किसी भी रूप में मदद नहीं मिली है | मध्यप्रदेश में अति-वृष्टि और बाढ़ से सबसे ज्यादा नुकसान किसानों को हुआ है। केंद्र सरकार द्वारा भेजे गए सर्वे दल की रिपोर्ट के अनुसार लगभग 55 लाख किसानों की 60 लाख हेक्टेयर की फसलें खराब हुईं है । राज्य सरकार ने फसलों की क्षतिपूर्ति, जान-माल और अधोसंरचना के नुकसान की भरपाई के लिए केंद्र सरकार से 6,621 करोड़ 28 लाख रूपये की सहायता देने की मांग की थी जिसमें से केंद्र सरकार ने एक हजार करोड़ रुपए की राहत राशि नवम्बर माह में जारी कर दी गई थी |
बाढ़ में मृत व्यक्तियों और गंभीर रूप से घायलों के लिए राशि जारी
मध्यप्रदेश में बाढ़ एवं अति-वृष्टि में मृत व्यक्तियों और गंभीर रूप से घायलों को राहत प्रदान करने के लिये केन्द्र सरकार द्वारा 13 करोड़ 43 लाख 50 हजार रूपये की राशि प्रदान की है। प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा यह राशि शाजापुर, दतिया, श्योपुर, भिंड, सीधी, सिंगरौली, छतरपुर, शहडोल एवं भोपाल को छोड़कर शेष 43 जिलों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों के प्रशासकीय खाते में ट्रांसफर कर दी गई है।
सरकार द्वारा बाढ़ एवं अतिवृष्टि प्रभावित 43 जिलों की जन-धन हानि की जिलेवार जानकारी केन्द्र सरकार को भेजी गई थी। केन्द्र सरकार द्वारा मृतकों को 2 लाख रूपये एवं गंभीर रूप से घायलों को 50 हजार रूपये की अतिरिक्त अनुग्रह सहायता राशि स्वीकृत की गई। प्रदेश में सर्वाधिक बाढ़ प्रभावित मंदसौर एवं छिंदवाडा जिले में 84-84 लाख रूपये क्षतिपूर्ति राशि दी गई। सतना, दमोह, टीकमगढ़ एवं बालाघाट जिले में सबसे कम क्षतिपूर्ति आकलित होने पर इन्हें क्षतिपूर्ति बतौर 4-4 लाख रूपये की राशि दी गई।
Sar guna jila ka bima milega ha ya nahi
आपकी फसल का सर्वे हुआ होगा तो मिलेगा सर |
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