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शनिवार, अप्रैल 27, 2024
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किसान अब मात्र 100 रुपये में करा सकेंगे ड्रोन से यूरिया का छिड़काव, यहाँ करना होगा पंजीकरण

ड्रोन से यूरिया छिड़काव के लिए किसान पंजीयन

देश में सरकार फसलों का उत्पादन बढ़ाने के साथ ही उनकी लागत कम करने के लिए ड्रोन के उपयोग को बढ़ावा दे रही है। ऐसे में अधिक से अधिक किसान ड्रोन का उपयोग कर यूरिया सहित अन्य दवाओं का छिड़काव आसानी से कर सकें इसके लिए सरकार द्वारा नई योजनाएँ भी लाई जा रही है। इस कड़ी में हरियाणा सरकार ने राज्य के किसानों को सस्ती दरों पर ड्रोन की मदद से यूरिया छिड़काव के लिए योजना शुरू की है।

हरियाणा सरकार ने किसान हित में एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए यूरिया के छिड़काव में ड्रोन तकनीक उपलब्ध करवाने का निर्णय लिया है। सरकार ने कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए है कि हर किसान के खेत तक यह सुविधा पहुंचनी चाहिए। इससे नैनो यूरिया के छिड़काव के लिए किसानों को आसानी होगी।

किसान को देना होगा प्रति एकड़ देनी होगी 100 रुपये की राशि

कृषि विभाग के एक सरकारी प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि किसान को ड्रोन से छिड़काव के लिए प्रति एकड़ सौ रुपये का शुल्क देना होगा। उदाहरण के लिए किसान पांच एकड़ में छिड़काव करना चाहता है तो उसे पांच सौ रुपये का शुल्क देना होगा। ड्रोन कृषि विभाग की ओर से निशुल्क उपलब्ध करवाया जा रहा है।

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इस समय किसानों द्वारा सरसों व गेहूं में यूरिया का छिड़काव किया जा रहा है। किसान बड़ी संख्या में नैनो यूरिया का प्रयोग भी कर रहे हैं। विभाग की ओर से नैनो यूरिया भी किसानों को उपलब्ध करवाया जा रहा है। सरकार ने इस तकनीक को जल्द किसान तक पहुंचाने के लिए प्रत्येक जिले का लक्ष्य निर्धारित किया है।

ड्रोन से यूरिया छिड़काव से होगा यह लाभ

किसान ड्रोन एक बार में 10 लीटर तक लिक्विड लेकर उड़ सकता है और इससे आसानी से खेतों में स्प्रे किया जा सकता है। फसल में यूरिया के छिड़काव को एक जगह खड़े होकर ड्रोन की सहायता से कम समय में अधिक दूरी तक पहुंचाया जा सकता है। अहम बात यह है कि स्प्रे का दुष्प्रभाव भी मानव शरीर पर नहीं पड़ेगा। एक दिन में आसानी से 20 से 25 एकड़ में किसान कीटनाशक स्प्रे का छिड़काव भी ड्रोन की मदद से कर सकता है। खेतों में स्प्रे करते समय जहरीले जीव जन्तु के काटने का डर भी नहीं रहेगा। साथ ही किसान को खेत में फसल के बीच नहीं जाना पड़ेगा और फसल के टूटने का खतरा भी नहीं रहेगा।

ड्रोन से यूरिया छिड़काव के लिए किया जाएगा जागरूक

इस योजना को ज्यादा से ज्यादा किसानों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी कृषि विभाग को सौंपी गई है। विभाग के अधिकारी हर गांव तक किसानों को जानकारी उपलब्ध करवांएगे और उन्हें कम समय में यूरिया के छिड़काव व नैनो यूरिया के लाभ बताएंगे। इससे किसान का छिड़काव में लगने वाला समय कम होगा। प्रत्येक जिले में किसानों को जागरूक करने के लिए गांव स्तर पर तैनात एडीओ इसका प्रचार कर रहे है। 

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ड्रोन से यूरिया छिड़काव के लिए पंजीयन कहाँ करें?

हरियाणा में मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर 2023-24 के अगस्त महीने तक खरीफ फसल के लिए 8.87 लाख किसानों द्वारा पंजीकरण करवाया गया है। प्रदेश की 60.40 लाख एकड़ भूमि का पोर्टल पर पंजीकरण हो चुका है। एक सरकारी प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि नैनो यूरिया का छिड़काव ड्रोन से करने की सुविधा सभी को उपलब्ध करवाने का फैसला लेते हुए उसे किसानों को बड़े पैमाने पर उपलब्ध करवाने की सरकार ने तैयारी कर ली है।

इसके लिए किसानों को ऑनलाइन पंजीकरण कराना होगा। किसान यह पंजीकरण अपने मोबाइल या फिर सीएससी सेंटर से जाकर करा सकते हैं। इच्छुक किसानों को इसके लिए मेरी फसल मेरा ब्यौरा के पोर्टल fasal.haryana.gov.in पर पंजीकरण करना होगा। इस पंजीकरण के दौरान ही उसे नैनो यूरिया के लिए भी आवेदन करना होगा और ऑनलाइन आवेदन के साथ ही फीस भी जमा करवानी होगी।

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