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बुधवार, सितम्बर 11, 2024
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छत्तीसगढ़ राज्य के किसानों को माँग के अनुसार नहीं मिल पा रही है खाद

सप्लाई प्लान के अनुरूप राज्य को नहीं मिल रही खाद

रबी फसल की कटाई शुरू होने वाली है इसके बाद किसान जायद फसलों की खेती शुरू करेंगे लेकिन फसलों की खेती के लिए किसानों को पर्याप्त मात्रा में उर्वरक नहीं मिल पा रहा है। छत्तीसगढ़ सरकार ने इसके लिए केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया है | 

छत्तीसगढ़ सरकार के तरफ से एक प्रेस रिलीज जारी कर जानकारी दी गई है कि केंद्र सरकार ने राज्य को रबी सीजन के लिए जनवरी 2022 तक कुल 2 लाख 32 हजार मेट्रिक टन रासायनिक उर्वरक की मांग के विरुद्ध मात्र 1 लाख 71 हजार 476 टन उर्वरक उपलब्ध कराई है, जो कि मात्र 74 प्रतिशत है | इसी प्रकार फरवरी माह में भारत सरकार की और से 1 लाख 20 हजार 175 टन उर्वरक की सप्लाई का प्लान मिला है, परंतु फरवरी का आधा माह बीत जाने के बाद भी राज्य को मात्र 40 हजार 686 टन उर्वरक ही मिल पाई है जो कि माँग का 34 प्रतिशत है।

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छत्तीसगढ़ राज्य को रबी सीजन में कितना उर्वरक दिया गया है ?

भारत सरकार द्वारा रबी सीजन के लिए छत्तीसगढ़ राज्य को 4 लाख 11 हजार टन उर्वरक के आबंटन की स्वीकृति दी गई है, जिसमें यूरिया की मात्रा 2 लाख टन, डीएपी 60 हजार मेट्रिक टन, एनपीके 50 हजार मेट्रिक टन, एमओपी 26 हजार मेट्रिक टन एवं एसएसपी की मात्रा 26 हजार मेट्रिक टन शामिल है |

छत्तीसगढ़ को रबी सीजन के लिए अक्टूबर से जनवरी माह तक 2 लाख 32 हजार मेट्रिक उर्वरक की मांग के विरुद्ध 1 लाख 71 हजार 476 मेट्रिक टन प्राप्त हुई है, जो मांग का 74 प्रतिशत है | इसी अवधि के लिए यूरिया की मांग 85,000 मेट्रिक टन के विरुद्ध 61,121 मेट्रिक टन, डीएपी की मांग 42,000 मेट्रिक टन के विरुद्ध 32,684 मेट्रिक टन, एनपीके की मांग 36,000 मेट्रिक टन के विरुद्ध 12,858 मेट्रिक टन, एमओपी की मांग 19,000 मेट्रिक टन के विरुद्ध 7,846 मेट्रिक टन एवं एसएसपी की मांग 50,000 मेट्रिक टन के विरुद्ध 56,967 मेट्रिक टन रासायनिक उर्वरक मिला है |

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