अधिक वर्षा से फसल क्षति का मुआवजा
उत्तर भारत में पिछले कुछ दिनों से बहुत अधिक बर्षा होने से बाढ़ की स्थिति बनी हुई है जिसके चलते जहाँ जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है तो वहीं फसलों को काफी नुकसान हुआ है | देश के कई राज्यों के अलग-अलग जिलों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है | जिसके कारण किसानों की खरीफ फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई है | इस देखते हुए राजस्थान सरकार ने राज्य में हुए फसलों की नुकसानी का सर्वे कराया है | इस सर्वे में राज्य के 12 जिलों में फसल नुकसानी की सुचना मिल रही है |
कृषि मंत्री श्री लालचन्द कटारिया ने प्रदेश में अतिवृष्टि से खराब हुई फसलों का सर्वे कर प्रभावित किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत मुआवजा दिलवाकर राहत प्रदान करने के लिए कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं। कृषि विभाग की प्रारंभिक सर्वे रिपोर्ट के अनुसार राज्य में अब तक 3 लाख 69 हजार 174 हेक्टेयर क्षेत्र में फसल प्रभावित होना आंका गया है।
किस जिले में कितनी फसल को हुआ है नुकसान
राजस्थान सरकार ने अतिवृष्टि से हुए फसलों की नुकसानी की जानकारी दी है | कृषि मंत्री के अनुसार राज्य में 3 लाख 69 हजार हेक्टेयर भूमि में खरीफ फसल की नुकसानी होने का अनुमान है | इसमें जिलों के अनुसार अलग–अलग फसलों खराब हुई है | प्रारंभिक सर्वे के अनुसार कोटा, बारां एवं बूंदी जिलों में सोयाबीन एवं उड़द एवं सवाई माधोपुर जिले में बाजरा एवं उड़द की फसल को काफी नुकसानी हुआ है |
सर्वे रिपोर्ट के अनुसार:-
- कोटा जिले में 1 लाख 3 हजार 257 हेक्टेयर,
- बूंदी जिले में 99 हजार 26 हेक्टेयर,
- बारां जिले में 76 हजार 199 हेक्टेयर,
- सवाई माधोपुर 61 हजार 387 हेक्टेयर,
- जयपुर जिले में 2 हजार 920 हेक्टेयर,
- सीकर जिले में 3 हजार 992 हेक्टेयर,
- नागौर जिले में 7 हजार 357 हेक्टेयर,
- करौली जिले में 9 हजार 664 हेक्टेयर,
- टोंक जिले में 4 हजार 140 हेक्टेयर,
- भरतपुर जिले में 764 हेक्टेयर,
- झालवाड़ जिले में 398 हेक्टेयर,
- अलवर जिले में 70 हेक्टेयर |
राज्य में अतिवृष्टि से हुए फसलों की नुकसानी में सोयाबीन, उड़द तथा बाजरा प्रमुख फसल है | राज्य में सोयाबीन 1 लाख 60 हजार 264 हेक्टेयर एवं उड़द 98 हजार 660 हेक्टेयर क्षेत्र में प्रभावित हुई है |
राज्य में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की स्थिति
राजस्थान इस वर्ष खरीफ सीजन में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का क्रियान्वयन किया जा रहा है जिसके तहत राज्य के 26,77,609 किसानों ने 55,55,360 हेक्टेयर के लिए बीमा कराया है | इसके लिए किसानों ने 302.15 करोड़ रुपये का प्रीमियम दिया है | राज्य में फसल बीमा के लिए 7 कंपनियों ने भाग लिया है |
फसल नुकसान होने पर किसान क्या करें
फसल बीमा योजना के तहत किसानों ने जिस बीमा कंपनी से बीमा करवाया है किसान उस फसल बीमा कंपनी के टोल फ्री नम्बर पर 72 घंटे के अन्दर सूचित कर सकते हैं | इसके अतिरिक्त किसान लिखित में 7 दिनों के अन्दर अपने बैंक अथवा बीमा एजेन्ट अथवा कृषि विभाग के अधिकारियों को सूचित कर अपनी फसलों का सर्वे करवा सकते हैं |
किसान एग्रीकल्चर इन्श्योरेन्स कम्पनी ऑफ इण्डिया लिमिटेड, 1800116515, एचडीएफसी एर्गो जनरल इन्श्योरेंस कम्पनी लिमिटेड, 18002660700, बजाज एलाईंस जनरल इन्श्योरेन्स कम्पनी लिमिटेड, 18002095959, एसबीआई जनरल इन्श्योरेन्स कम्पनी लिमिटेड, 18001232310, फ्यूचर जनरल इन्श्योरेन्स कम्पनी लिमिटेड, 18002664141, यूनिवर्सल सोम्पो जनरल इंश्योंरेस कम्पनी लिमिटेड, 18002005142 एवं रिलायंस जनरल इन्श्योरेन्स कम्पनी लिमिटेड, 18001024088 नम्बर पर सूचित कर सकते हैं।