तरकारी (सब्जी) महोत्सव
कम भूमि और कम समय में अधिक मुनाफा कमाने के लिए सब्जी की खेती ज्यादा बेहतर रहती है | अक्सर देखा भी गया है की जिस किसान के पास भूमि कम है वह सब्जी की खेती के तरफ झुकाव रखते हैं | सब्जी की खेती किसी भी भूमि में की जा सकती है अंतर केवल यह रहता है कि अलग– अलग मिट्टी में अलग–अलग प्रकार की सब्जियों की खेती की जा सकती है | सब्जी की खेती के लिए बाजार की उपलब्धता जरुरी है क्योंकि इसे अधिक समय तक स्टोर नहीं किया जा सकता |
सब्जी के उत्पदान में उत्तर प्रदेश देश में पहला स्थान रखता है, इसके बाद पश्चिम बंगाल तथा बिहार का स्थान आता है | इन तीनों राज्यों की मिट्टी सब्जी की खेती के लिए ज्यादा उपयुक्त मानी जाती है | अब बिहार सरकार राज्य को सब्जी उत्पादन में प्रथम स्थान पर लाने की तैयारी कर रही है | इसके लिए सब्जी की गुणवत्तापूर्ण उत्पादन पर ध्यान दिया जा रहा है | राज्य सरकार ने तरकारी (सब्जी) महोत्सव का आयोजन किया है | इसका मुख्य उद्देश्य इस प्रकार है
तरकारी (सब्जी) महोत्सव का आयोजन के उद्देश्य
- सब्जियों की गुणवत्ता उत्पादन को बढ़ावा देना
- प्रतियोगिता के माध्यम से उद्यान में आये नवीनतम आयाम से राज्य के कृषकों को अवगत करना
- अल्प प्रचलित सब्जियों का प्रदर्शन कर उसका उत्पादन करने हेतु कृषक को प्रेरित करना |
- बेमौसमी सब्जी फसल उत्पादन तकनीक
- छत पर सब्जी की बागवानी
- सब्जियों के कीट – व्याधि के रोकथाम
- जैविक खेती के लिए किसानों को प्रेरित करना है |
- बिहार तथा बिहार के सब्जी के लिए बाजार उपलब्ध करना शामिल है |
तरकारी (सब्जी) महोत्सव में कितना पुरस्कार दिया जायेगा
सब्जी महोत्सव में विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं | जिसमें राज्य में जैविक विधि तथा सामान्य विधि से उत्पादित सब्जियों का प्रदर्शन, सब्जियों से तैयार किये गये रंगोली प्रतियोगिता शामिल हैं | इन कार्यक्रमों में प्रतिभागियों द्वारा प्रदर्शित सब्जी प्रदर्शन एवं रंगोली कला का मुल्यांकन वैज्ञानिकों की कमिटी द्वारा किया जाएगा एवं प्रत्येक वर्ग के प्रत्येक शाखा में तीन उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले कृषकों एवं कलाकारों को पुरस्कृत किया जायेगा |
चयनित प्रतिभागियों को प्रथम, दिवतीय एवं तृतीय पुरस्कार के रूप में क्रमश: – 5,000 रूपये, 4,000 रूपये, एवं 3,000 रुपये के विशिष्ट पुरस्कार से भी नवाजा जायेगा तथा एक सर्वश्रेष्ठ प्रतिभागी को 10,000 रूपये पारितोषक एवं प्रमाण – पत्र दिया जायेगा |
किसानों को उपलब्ध किया जाएगा बाजार
कृषकों द्वारा उत्पादित सब्जी के मूल्य संवर्धन हेतु इस अवसर पर सब्जी के क्रेता – विक्रेता समागम का भी आयोजन किया गया है, जिसमें इस क्षेत्र के प्रसिद्ध निर्यातकों एवं विपणनकर्ताओं को आमंत्रित किया गया है, ताकि राज्य के कृषकों द्वारा उत्पादित सब्जी को देश–विदेश के बाजार तक पहुंचाया जा सके |
प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए ऑनलाइन पंजीयन
तरकारी महोत्सव 2020 में विभिन्न जिलों से कृषकों की सहभागिता सुनिश्चित करने हेतु ऑनलाइन पंजीकरण की व्यवस्था की गयी है | ऑनलाइन पंजीकरण के माध्यम से राज्य के विभिन्न जिलों से 644 कृषकों के द्वारा कुल पांच वर्ग में 1210 प्रविष्ट प्रदर्शन के रूप में प्राप्त किये गये हैं | पंजीकरण अभी भी जारी है | जिस किसान ने पंजीयन नहीं कराया है वह भी इस महोत्सव में शामिल हो सकते हैं |
महोत्सव में इन सब्जियों को शामिल किया गया है
बिहार कृषि विश्वविध्यालय, सबौर द्वारा विभिन्न प्रकार के उत्कृष्ट तथा अल्प प्रचलित सब्जियों जैसे स्प्राटिंग ब्रोकोली (हरीएवं बैंगनी), चाईनीज कैबेज, ब्रुसेल्स स्प्राउट्स, रेड कैबेज, लेट्युस, सेलेरी, विंगड बीन एवं क्लोव बीन जैसे सब्जियों के अतरिक्त चेरी टमाटर, फ्रेंच बीन, सबौर सदाबहार बैंगन, बीज रहित खीरा, कृषकों हेतु सब्जी बीज के पैकेट के साथ इस महोत्सव में में भागीदारी की गयी है | इसके अलवा विभिन्न सब्जियों से रंगोली भी तैयार किया गया है |