राजनीति नहीं किसान हित की बात करेगें : राष्ट्रीय किसान संगठन
राष्ट्रीय किसान संगठन के त्रि-दिवसीय चले सम्मलेन के समापन पर सम्मलेन के मुख्य उद्देश्य किसानों को बताया गया | संगठन के अध्यक्ष ने कहा की हमारे बेंनर तले किसी भी तरह की राजनीती नहीं की जाएगी | हमारा संगठन किसान हित के लिए ही हमेशा कम करेगा | मध्य प्रदेश के सूखी सेवनिया में हो रहे राष्ट्रीय किसान संगठन के तीन दिवसीय अधिवेशन के अंतिम दिन से किसानों से संबंधित कई मुद्दे उठाए गए।
“किसानों को समानता तो दूर जीने का अधिकार भी नहीं मिल रहा है : भास्कर राव”
त्रि-दिवसीय सम्मलेन में किसानों को लेकर कई मुद्दे उठाये गए साथ ही राज्यपाल को ज्ञापन सौपा गया |
- राष्ट्रीय अधिवेशन में किसानों के आत्महत्या, न्यूनतम समर्थन मूल्य एवं कर्ज़ से संबंधित कई समस्याओं पर बात करते हुए संगठन के द्वारा पूर्व की उपलब्धियों और भविष्य के योजनाओं के बारे में बताया गया।
- मध्य्पर्देश में गन्ना किसानों को उचित मूल्य दिया जाये |
- अधिवेशन में राजस्थान, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर, हरियाणा, गुजरात जैसे देश के विभिन्न राज्यों से आकर किसानों ने अपनी समस्याओं को सब के बीच साझा किया।
- सभी राज्यों के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्यों ने अपने राज्य में किए गए महत्वपूर्ण कार्यों का लेखा-जोखा प्रस्तुत किया।
- संगठन के राष्ट्रीय महामंत्री भास्कर राव ने कहा की सरकार किसानों के लिए कुछ भी नहीं कर रही है। मंत्री राव ने किसानों की आत्महत्या पर कहा कि संविधान समानता के अधिकार की बात करती लेकिन सरकार द्वारा हमें जीने का अधिकार भी नहीं दिया जा रहा है।