देश में किसानों को नई तकनीकों के प्रयोग के लिए प्रोत्साहित करने के लिए कई योजनाएँ चलाई जा रही है। योजना के तहत विजेता किसान को पुरस्कार भी दिये जाते हैं। इस कड़ी में राजस्थान सरकार द्वारा राज्य में कृषि उपज मंडी समितियों में कृषक पुरस्कार योजना चलाई जा रही है। योजना के तहत जीतने वाले किसान को मंडी स्तर पर, खंड स्तर पर एवं राज्य स्तर पर पुरस्कार दिया जाता है।
इस कड़ी में श्री गंगा नगर के सादुलशहर विधायक श्री जगदीश चंद्र जांगिड़ एवं एसडीएम श्री योगेश सिंह देवल, प्रशासक कृषि उपज मण्डी समिति सादुलशहर द्वारा राज्य सरकार द्वारा जारी मण्डी समितियों में संचालित कृषक उपहार योजना के अन्तर्गत किसानों को पुरस्कार राशि के चैक वितरित किये गये।
इन किसानों को दिया गया पुरस्कार
कृषक उपहार योजना के अंतर्गत 1 जुलाई से 31 दिसम्बर 2022 तक ई–पेमेन्ट पर जारी कूपनों पर विजेता लाभार्थी किसानों में कृष्णलाल पुत्र मामराज निवासी छापावाली तहसील सादुलशहर को प्रथम पुरस्कार, कैलाश चौधरी पुत्र जयसिंह निवासी ताजा पट्टी तहसील अबोहर जिला फाजिल्का (पंजाब) को द्वितीय पुरस्कार, तरजोत सिंह पुत्र श्रवण सिंह निवासी धोलीपाल तहसील व जिला हनुमानगढ़ को तृतीय पुरस्कार को क्रमशः 25 हजार, 15 हजार व 10 हजार रुपए के चैक वितरित किए।
एक किसान ने जीते 3 पुरस्कार
सहायक सचिव बलदेव सिंह राठौड़ ने बताया कि कृषक उपहार योजना के अंतर्गत 1 जनवरी से 30 जून 2023 तक ई–पेमेन्ट पर जारी कूपनों पर विजेता लाभार्थी किसानों में एक मात्र महेन्द्र सिंह पुत्र महावीर प्रसाद निवासी वार्ड नं. 1 सादुलशहर जिला श्रीगंगानगर (राजस्थान) को प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार मिला क्योंकि इस योजना में यह एक मात्र प्रतिभागी थे, जो इस योजना में शामिल हुए। इन्होंने कुल 18 कूपन प्राप्त किए। इनमें से प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान महेंद्र सिंह को मिला। प्रथम पुरस्कार 25 हजार रुपए, द्वितीय पुरस्कार 15 हजार व तृतीय पुरस्कार 10 हजार रुपए की राशि के तीन चैक विधायक श्री जगदीश चंद्र जांगिड़ ने महेन्द्र सिंह को सौंपे। इस तरह एक किसान को पुरस्कार में 50 हज़ार रुपए मिले।
कृषक उपहार योजना क्या है?
राजस्थान में मंडी समिति द्वारा किसानों को अपनी उपज ईनाम पोर्टल के माध्यम से बेचने के लिए प्रोत्साहित करने हेतु कृषक उपहार योजना चला रही है। योजना के तहत किसानों को मण्डी समिति में संचालित ई–नाम परियोजना के तहत अपनी कृषि उपज बेचने एवं ई–भुगतान प्राप्त करने पर निःशुल्क ई–उपहार कूपन मण्डी समिति के माध्यम से जारी किए जाते हैं।
जारी किए गए इन कूपनों के विरुद्ध ड्रॉ लॉटरी के माध्यम से किसानों का चयन कर उन्हें पुरस्कृत किया जाता है। किसानों को यह पुरस्कार मंडी स्तर पर, खंड स्तर पर एवं राज्य स्तर पर दिए जाते हैं। मंडी समितियों द्वारा यह अलग–अलग तारीखों पर अलग–अलग समय पर में निकाली जाती है। जिसमें जीतने वाले कृषकों को पुरस्कृत किए जाते हैं।