बाजरा की खरीद पर किसानों को भावांतर का भुगतान
खरीफ फसलों की कटाई के साथ ही कई राज्य सरकारों ने न्यूनतम समर्थन मूल्य MSP पर इनकी खरीदी भी शुरू कर दी गई है। इस कड़ी में हरियाणा सरकार ने बाजरा की खरीद शुरू कर दी है। सरकार ने इस वर्ष बाजरे का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2350 घोषित किया है परंतु मंडियों में बाजरे की खरीद 1850 से 1900 रुपये प्रति क्विंटल पर हो रही है। ऐसे में किसानों को काफी नुकसान हो रहा है, जिसे देखते हुए सरकार ने किसानों को होने वाले इस नुकसान की भरपाई के लिए भावांतर भरपाई योजना की शुरुआत करने की घोषणा की है।
हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर ने घोषणा करते हुए कहा कि किसानों को किसी भी प्रकार का नुकसान न हो इसके लिए सरकार इसकी भरपाई भावांतर योजना के तहत करेगी। राज्य सरकार भावांतर भरपाई योजना के तहत किसानों को 450 रुपये का भुगतान करेगी।
अभी तक हुई 59,414 मीट्रिक टन बाजरे की खरीद
मुख्यमंत्री ने कहा कि हैफेड द्वारा भी बाजरे की खरीद की जा रही है। मंडियों में व्यवस्था ठीक है और खरीद सुचारू रूप से चल रही है। मौसम खराब होने की वजह से फसल खरीद में थोड़ी-बहुत दिक्कतें आई। इस कारण किसान अपनी फसल मंडियों में जल्दी लेकर आ गये। 10 अक्तूबर, 2022 तक प्रदेश में 59,414 मीट्रिक टन बाजरे की खरीद हुई है।
किसान एप पर देख सकेंगे मंडियों में खरीदी सम्बंधित जानकारी
सरकार ने किसानों की सुविधा के लिए ई-खरीद हरियाणा मोबाइल एप लॉन्च की है। इसमें किसानों को पंजीकृत फसलों की संख्या, गेट पास और खरीद के लिए लायी जा सकने वाली फसल की मात्रा के बारे में वास्तविक जानकारी मिल रही है। कोई भी किसान मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर पंजीकृत अपने मोबाइल नंबर दर्ज करके ये विवरण प्राप्त कर सकता है। इस एप पर किसान अपनी शिकायत भी दर्ज करवा सकते हैं।
इसके अलावा, इस ऐप के माध्यम से किसान तुरंत कहीं भी, कभी भी जे-फॉर्म डाउनलोड कर सकते हैं। वह भुगतान की स्थिति भी देख सकते हैं। किसानों की मदद के लिए एक टोल फ्री नंबर भी साझा किया गया है। ऐप में जिला-विशिष्ट सूचनाएं भेजने की सुविधा भी है।