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शुक्रवार, मार्च 29, 2024
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बड़ी खबर: सरकार ने जारी किए इस वर्ष के लिए धान सहित अन्य सभी खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य

खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य MSP-2022

खरीफ वर्ष 2022–23 की शुरुआत होने वाली है, ऐसे में केंद्र सरकार ने बुआई से पूर्व ही सभी खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य जारी कर दिए हैं। जिससे किसान फसलों के मिलने वाले भाव के अनुसार फसलों का चयन कर सकें। केंद्र सरकार ने इस वर्ष भी सभी खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में भारी वृद्धि कर दी है। 

इस वर्ष केंद्र सरकार ने अलग-अलग फसलों के दामों में 92 रूपये से लेकर 523 रूपये प्रति क्विंटल तक की वृद्धि की है। सरकार ने सबसे कम वृद्धि मक्का के मूल्य में की है जो 92 रुपए है इसके अलावा धान एवं बाजरा के मूल्यों में पिछले वर्ष की तुलना में मात्र 100 रुपए की वृद्धि की है वहीं तिल के मूल्यों में सबसे अधिक 523 रूपये प्रति क्विंटल की वृद्धि की है।

खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य एवं मूल्यों की गई वृद्धि 2022-23

फसल 
एमएसपी 2021–22
रुपए/क्विंटल  
एमएसपी 2022–23
रुपए/क्विंटल  
एमएसपी में बढ़ोतरी (पूर्ण)
धान (सामान्य)

1940  

2040 

100 

धान (ग्रेड ए)

1960 

2060 

100 

ज्वार (हाईब्रिड)

2738 

2970 

232

ज्वार (मालदंडी)

2758 

2990 

232

बाजरा 

2250 

2350 

100

रागी 

3377

3578 

201 

मक्का 

1870 

1962 

92

तुअर (अरहर)

6300 

6600

300 

मूंग 

7275 

7755

480

उड़द 

6300 

6600

300

मूंगफली 

5550 

5850 

300 

सूरजमुखी के बीज 

6015 

6400

385

सोयाबीन (पीलि)

3950 

4300

350 

तिल 

7307 

7830 

523

नाइजरसीड (रामतिल)

6930 

7287 

357

कपास (मध्यम रेशा)

5726 

6080 

354

कपास (लंबा)

6025 

6380

355

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सरकार फसलों की लागत पर कितना मुनाफा दे रही है?

केंद्र सरकार ने वर्ष 2022–23 में खरीफ फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य में पिछले वर्ष की तुलना में काफी वृद्धि की गई है। सरकार की तरफ से बताया गया है कि किसानों को फसलों के मूल्य लागत का 50 प्रतिशत या उससे अधिक मुनाफा दिया जा रहा है। बाजरा, तुअर, उड़द, सूरजमुखी बीज, सोयाबीन एवं मूंगफली का एमएसपी पर लाभ अखिल भारतीय औसत उत्पादन लागत से 50 प्रतिशत अधिक है जो कि क्रमश: 85%, 60%, 59%, 56%, 53% एवं 51% है |

फसल लागत में इन ख़र्चों को किया गया है शामिल

सरकार द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि फसलों की लागत में मानव श्रम, बैल श्रम, मशीन श्रम, पट्टे पर ली गई जमीन का किराया, बीज, उर्वरक, खाद जैसी उपयोग की गई सामग्रियों पर व्यय सिंचाई शुल्क, उपकरण और कृषि भवन पर मूल्य ह्रास, कार्यशील पूंजी पर ब्याज, पम्प सेट आदि चलाने के लिए डीजल / बिजली आदि पर व्यय, मिश्रित खर्च और पारिवारिक श्रम के मूल्य को शामिल किया गया है |

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