देश में किसानों को नई तकनीक से जोड़ने के लिए एवं नई तकनीक से खेती-किसानी के कामों को आसान बनाने के लिए कृषि विश्वविद्यालयों के द्वारा कई प्रयास किए जा हैं। इस कड़ी में छत्तीसगढ़ के इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय द्वारा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित “क्रॉप डॉक्टर 2.0″ एप विकसित किया गया है। एप में किसानों को फसलों में लगने वाले कीट–रोगों, मौसम की जानकारी एवं स्मार्ट फार्मिग सहित कई जानकारी उपलब्ध है। हाल ही में इस एप को “राष्ट्रीय ई–गवर्नेंस पुरस्कार 2023″ स्वर्ण से सम्मानित किया गया है।
क्रॉप डॉक्टर 2.0 मोबाइल एप्लीकेशन इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय द्वारा एनआईसी रायपुर के सहयोग से विकसित किया गया है। राष्ट्रीय ई–गवर्नेंस पुरस्कार 2023 ‘स्वर्ण’ पुरस्कार इस एप्लीकेशन के माध्यम से कृषि में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के प्रयोग से उन्नत एवं परिवर्तनकारी स्मार्ट खेती को प्रोत्साहित करने के लिए भारत सरकार द्वारा प्रदान किया गया है।
क्रॉप डॉक्टर एप पर उपलब्ध है यह जानकारी
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस AI आधारित इस एप के माध्यम से 36 प्रकार की फसलों के रोगों की पहचान, हानिकारक कीटों की पहचान करने, मौसम की जानकारी, कृषि यंत्रों को किराये पर देने और किसानों को ऑनलाइन मार्केटिंग प्लेटफॉर्म की सुविधा आसानी से उपलब्ध कराई जाती है। एआई का उपयोग करने से इस एप के माध्यम से किसानों को खेती–किसानी के लिए सटीक जानकारी मिल सकेगी। जिससे ‘स्मार्ट कृषि’ को बढ़ावा मिल सकेगा। इस एप से अभी तक 8 लाख किसान जुड़े हैं और इसका लाभ खेती–किसानी में ले रहे हैं।