नि:शुल्क औषधीय पौधे का वितरण
औषधीय फसलों की खेती की देश में जरुरत तो ज्यादा है लेकिन इसकी खेती अभी भी कम मात्रा में होती है | इसकी खेती के लिए अभी भी जंगलों या फिर आदिवासियों के द्वारा ही किया जाता है | इसकी खेती में किसानों को कम खर्च में भी अधिक मुनाफा होता है परन्तु इसके कम प्रचार – प्रसार के करण किसानों के बीच जागरूकता कम है | औषधीय पौधा का सबसे बड़ा फायदा यह है की एक बार लगाने पर एक से अधिक वर्ष तक चलता है |
कहाँ किये जा रहा है औषधीय पौधे का वितरण
छत्तीसगढ़ सरकार औषधीय पौधा को बढ़ावा देने के लिए पौधों को नि:शुल्क वितरण कर रही है | यह सुविधा होम हर्बल योजना के तहत प्राप्त हो सकेगी | राज्य में इसकी अधिक संभावना होने के कारण इस योजना के तहत किसानों को औषधीय पौधा उपलब्ध कराया जा रहा है | छत्तीसगढ़ राज्य औषधीय पादप बोर्ड कार्यालय परिसर ने आज नि:शुल्क औषधीय पौधा वितरण की शुरुआत की गई |
यह योजना पहले से ही चल रही है लेकिन इस वर्ष पुरे राज्य के 18 वनमंडलों (बिलासपुर, कोरबा, मरवाही, कटघोर, दुर्ग, कबीरधाम, रायपुर, राजनांदगाँव , गरियाबंद, मुंगेली, बलौदाबाजर, जांजगीर चांपा, सूरजपुर, अंबिकापुर, जशपुर, कोरिया, पश्चिम भानुप्रतापपुर एवं पूर्व भानुप्रतापपुर) में लगभग 25.00 लाख औषधीय पौधों का नि:शुल्क वितरण का लक्ष्य रखा गया है |
कौन – कौन सी पौधों को वितरण किया जायेगा ?
इस योजना के तहत आँवला, नीम, हर्रा, बहेड़ा, जामुन, निर्गुण्डी, बेल, तुलसी, एलोवेरा, ब्रह्मही, केवकंद , सतावर, मंडूकपर्णी एवं अन्य कई प्रकार के औषधीय पौधा शामिल है | रायपुर शहर में रायपुर वनमंडल, बोर्ड कार्यालय (0771-2522056/99818-35527) से सम्पर्क कर निःशुल्क औषधीय पौधे प्राप्त किया जा सकता है।