गन्ना खरीदी का भुगतान
देश के अधिकांश राज्यों में गन्ना किसानों को भुगतान के लिए बहुत अधिक इन्तजार करना पड़ता है किसानों को अक्सर यह शिकायत करते हुए सुना गया है | उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र एवं हरियाणा राज्यों के किसान यह शिकायत करते रहते हैं की चीनी मीलों के द्वारा समय पर भुगतान नहीं किया जा रहा है | इस सब के बीच अभी हरियाणा के सहकारिता मंत्री डॉ. बनवारी लाल ने कहा कि राज्य सरकार ने वर्ष 2019-20 के लिए गन्ना किसानों को भुगतान करने के लिए सरकार ने 121 करोड़ रुपये जारी कर दिए हैं |
यह राशि राज्य की दस सहकारी चीनी मिलों को तुरंत आंबटित की जाएगी ताकि किसानों की गन्ने की फसल का भुगतान समय पर किया जा सके। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार की ओर से 14 दिन से अधिक की सभी गन्ने की फसल का भुगतान कर दिया जाएगा
किस चीनी मिल में कितनी हुई गन्ने की खरीद
डॉ. बनवारी लाल ने बताया कि वर्ष 2019-20 सत्र हेतु 9 जनवरी, 2020 तक राज्य की दसों सहकारी चीनी मिलों ने कुल 95.91 लाख क्विंटल गन्ने की खरीद की है, जिसका कुल मूल्य 32606.21 लाख रुपए हैं। उन्होंने बताया कि किसानों को 9 जनवरी, 2020 तक मिलों व सरकार द्वारा कुल 19809.55 लाख रुपए का भुगतान कर दिया गया है।
पानीपत की सहकारी चीनी मिल के लिए 1585 लाख रुपए की राशि आंबटित की गई है, जबकि रोहतक की सहकारी चीनी मिल के लिए 1530 लाख रुपए की राशि निर्धारित की गई है। इसी प्रकार, करनाल की सहकारी चीनी मिल के लिए 1000 लाख रुपए की राशि, सोनीपत की सहकारी चीनी मिल के लिए 1085 लाख रुपए, शाहबाद की सहकारी चीनी मिल के लिए 1355 लाख रुपए, जींद की सहकारी चीनी मिल के लिए 1485 लाख रुपए, पलवल की सहकारी चीनी मिल के लिए 75 लाख रुपए, महम की सहकारी चीनी मिल के लिए 1450 लाख रुपए, कैथल की सहकारी चीनी मिल के लिए 1480 लाख रुपए और गोहाना की सहकारी चीनी मिल के लिए 1055 लाख रुपए की राशि आंबटित की गई है।
सहकारिता मंत्री ने बताया कि पानीपत की सहकारी चीनी मिल ने 8.34 लाख क्विंटल गन्ने की खरीद की है, जिसका कुल मूल्य 2836.15 लाख रुपए हैं। इसी प्रकार, रोहतक की सहकारी चीनी मिल ने 11.50 लाख क्विंटल गन्ने की खरीद की है, जिसका कुल मूल्य 3911.33 लाख रुपए हैं। करनाल की सहकारी चीनी मिल ने 10.45 लाख क्विंटल गन्ने की खरीद की है, जिसका कुल मूल्य 3552.32 लाख रुपए हैं। सोनीपत की सहकारी चीनी मिल ने 7.24 लाख क्विंटल गन्ने की खरीद की है, जिसका कुल मूल्य 2461.60 लाख रुपए हैं।
शाहबाद की सहकारी चीनी मिल ने 19.13 लाख क्विंटल गन्ने की खरीद की है, जिसका कुल मूल्य 6503.24 लाख रुपए हैं। जींद की सहकारी चीनी मिल ने 8.12 लाख क्विंटल गन्ने की खरीद की है, जिसका कुल मूल्य 2758.64 लाख रुपए हैं। पलवल की सहकारी चीनी मिल ने 1.24 लाख क्विंटल गन्ने की खरीद की है, जिसका कुल मूल्य 421.60 लाख रुपए हैं। महम की सहकारी चीनी मिल ने 9.39 लाख क्विंटल गन्ने की खरीद की है, जिसका कुल मूल्य 3192.60 लाख रुपए हैं। कैथल की सहकारी चीनी मिल ने 11.87 लाख क्विंटल गन्ने की खरीद की है, जिसका कुल मूल्य 4034.53 लाख रुपए हैं और गोहाना की सहकारी चीनी मिल ने 8.63 लाख क्विंटल गन्ने की खरीद की है, जिसका कुल मूल्य 2934.20 लाख रुपए हैं।