back to top
मंगलवार, मार्च 19, 2024
होमपशुपालनबकरियों के आर्थिक रूप से महत्वपूर्ण रोगों से रोकथाम एवं प्रबन्धन

बकरियों के आर्थिक रूप से महत्वपूर्ण रोगों से रोकथाम एवं प्रबन्धन

वार्षिक बकरी स्वास्थ्य – सुरक्षा चक्र

(बकरियों के आर्थिक रूप से महत्वपूर्ण रोगों से रोकथाम एवं प्रबन्धन हेतु )

टीकाकरण

टीकाकरण का विवरण प्राथमिक टीकाकरण पुन: टीकाकरण
प्रथम टीका बूस्टर टीका
खुरपका – मुंहपका (F.M.D.) 3 माह की आयु प्राथमिक टीकाकरण के 3 – 4 सप्ताह के पश्चात् 6 माह / प्रतिवर्ष
बदरी प्लेग (P.P.R.) 3 माह की आयु आवश्यकता नहीं 3 वर्ष पश्चात्
बकरी चेचक 3 माह की आयु प्राथमिक टीकाकरण के 1 माह  के पश्चात् प्रतिवर्ष
आंत्र विषाक्तता इन्टेरोताक्सीमिया (E.T.) 3 माह की आयु प्राथमिक टीकाकरण के 3 – 4 सप्ताह के पश्चात् 6 माह / प्रतिवर्ष
गलाघोंटू / हिमोरेजिक सेप्टीमिया (H.S.) 3 माह की आयु प्राथमिक टीकाकरण के 3 – 4 सप्ताह के पश्चात् 6 माह / प्रतिवर्ष
कम्पनी के भेड़ों के निर्देशानुसार      भेड़ों के लिए भेद चेचक का टीका लगवायें

 

सामूहिक रोग नियंत्रण

रोग – विवरण आयु उपचार का समय विशेष विवरण
काक्सीडियोसिक

Coccidiosis

(Drenching)

1 – 3 माह पर 3 – 6 दिन तक 1 – 6 माह की आयु के बीच ही रोग का प्रभाव रहता है | काक्सीडियोसिक दवा (एम्प्रोलियम / 50 – 100 मिलीग्राम / किलोग्राम शारीरिक भार अनुसार 5 दिनों तक) निर्धारित मात्रा में पिलानी चाहिए |
अन्त: परजीवी

(Deworming)

3 माह की आयु में वर्षा ऋतू के प्रारम्भ एवं अन्त में सभी पशुओं को एक साथ दावा पिलाना चाहिए  (फेनबन्डाजोल 7.5 – 10 मिलीग्राम / किलोग्राम शारीरिक भार अनुसार) |
बाह्य परजीवी

(Dipping)

समस्त आयु वर्गों में शरद ऋतू के प्रारम्भ एवं अन्त में सभी पशुओं को एक साथ नहलाना चाहिए |
डिपिंग में मौसम का विशेष ध्यान रखें (वर्षा के दिनों को छोड़ दें) तथा सुबह 9 बजे से 11 बजे तक का समय ही उपयुक्त है |

नियमित आवश्यक परिक्षण (screening)

रोग (बीमारियाँ) अवधि / अन्तराल विशेष विवरण
ब्रूसेल्लोसिक 6 माह / प्रतिवर्ष संक्रमण पशुओं को तुरन्त वध कर गहरे गड्डे में दफ़न करें |
जोहन्स बीमारी 6 माह / प्रतिवर्ष संक्रमण पशुओं को तुरन्त वध कर गहरे गड्डे में दफ़न करें |
माइकोप्लाज्मा प्रतिवर्ष रोग की चिकित्सा जीवाणु नाशक दवाओं द्वारा करनी चाहिए |
थनैला प्रति ब्यांत रोग की चिकित्सा जीवाणु नाशक दवाओं द्वारा करनी चाहिए |
बाह्य व अन्त: परजीवी रोग के लिए समय – समय पर नियमित मॉल एवं शारीरिक भर की जाँच आवश्यक है |

महत्वपूर्ण :

  1. टीकाकरण के समुचित लाभ हेतु टीकाकरण से पूर्व परजीवी नाशक दावा पिलाना उपयुक्त रहता है |
  2. पहले टिन माह तक बकरी के बच्चे की सुरक्षा हेतु खीस / कीला प्रथम दूध (colostrum) को पिलाना आवश्यक है |
  3. अधिक जानकारी हेतु केन्द्रीय बकरी अनुसन्धान संस्थान, मक्टुम, फरह, मथुरा – 281122, उत्तर प्रदेश की हेल्पलाइन की सुविधा
  4. 0565 – 2763320 पर सम्पर्क करें (समय सुबह 10 से सांय 5 बजे तक, सार्वजनिक अवकाश को छोड़ कर) |

यह भी पढ़ें   यदि आपके पास पशु है तो बारिश के मौसम में करें यह काम, नहीं होगा आर्थिक नुकसान

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
यहाँ आपका नाम लिखें

ताजा खबरें

डाउनलोड एप