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रविवार, जनवरी 26, 2025
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पंजाब और हरियाणा में 1 अक्टूबर से नहीं शुरू होगी धान की खरीद

समर्थन मूल्य पर धान की खरीद

पंजाब, हरियाणा एवं उत्तर प्रदेश के कुछ संभागों में 1 अक्टूबर से धान की खरीदी शुरू की जानी थी परन्तु कल शाम केंद्र सरकार ने एक पत्र जारी कर हरियाणा तथा पंजाब सरकार को 11 अक्टूबर तक धान कि खरीदी करने पर रोक लगाने के निर्देश दिये हैं | केंद्र सरकार की सरकारी एजेंसियां 1 अक्टूबर से दोनों राज्यों में खरीदी नहीं करेगी | समर्थन मूल्य पर खरीद को आगे बढ़ाने के पीछे का कारण अभी हाल ही में हुई अधिक बारिश एवं खराब मौसम बताया गया है जिससे अभी धान में काफी नमी आ गई है और धान खराब होने का खतरा है |

केंद्र सरकार की नोडल एजेंसी, भारतीय खाद्य निगम (FCI) द्वारा राज्य एजेंसियों के साथ मिलकर विभिन्न फसलों की खरीदी समर्थन मूल्य पर करती है | पत्र में कहा गया है कि किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए और उन्हें किसी भी असुविधा से बचाने के लिए, मंत्रालय ने फैसला किया है कि इन दोनों राज्यों में न्यूनतम समर्थन मूल्य के तहत धान की खरीद 11 अक्टूबर से शुरू होगी | सभी एजेंसियों को पंजाब और हरियाणा में 11 अक्टूबर से धान की खरीद के लिए आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए गए हैं |

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धान में पाई गई 22 प्रतिशत तक की नमी

हरियाणा सरकार ने भी उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के तहत खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग को पत्र लिखकर बेमौसम वर्षा की सूचना देते हुए धान में नमी की मात्रा में छूट देने का अनुरोध किया है। पंजाब और हरियाणा में एफसीआई के क्षेत्रीय कार्यालयों द्वारा नमी की मात्रा की जांच के आधार पर यह बताया गया कि धान के नमूनों में 17% की स्वीकृति योग्य सीमा के मुकाबले पंजाब में 18% से 22% और हरियाणा में 18.2 से 22.7% के बीच नमी पाई गई है।

पंजाब के मुख्यमंत्री ने लिखा पत्र

धान की खरीदी आगे बढ़ाये जाने को लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार को एक पत्र लिखा है जिसमें यह मांग की गई है कि राज्य में धान कि खरीदी तय समय से शुरू की जाए| लेकिन अभी तक केंद्र सरकार की तरफ से दोनों राज्यों को धान खरीदी की अनुमति नहीं दी गई है |

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1 अक्टूबर से खरीदी शुरू होने कि सुचना पर दोनों राज्यों के किसान ट्रेक्टर में धान लेकर मंडी में पहुँच चुके हैं| सरकार के इस फैसले से किसानों के बीच काफी असंतोष है | एक तरफ किसानों को लंम्बा इंतजार करना पड़ेगा तो दूसरी तरफ बारिश में धान भीगकर खराब हो सकती है | जिससे किसानों को काफी नुकसानी उठाना पड़ सकता है |

हरियाणा के किसान नेता गुरनाम सिंह चंढूनी ने वीडियो जारी कर के यह जानकारी दी है कि मंडी में किसानों की फसल खराब हो रही है | लेकिन सरकार खरीदी नहीं कर रही है | अगर सरकार 1 दिन में धान कि खरीदी शुरू नहीं करती है तो सत्ता पक्ष के सभी विधायकों कि आवास का घेराव किया जाए |

उल्लेखनीय है कि इस वर्ष सामन्य धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य 1940 रूपये प्रति क्विंटल है, जबकि ग्रेड-ए धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य 1960 रूपये प्रति क्विंटल है |

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