इस वर्ष बेमौसम बारिश एवं ओला वृष्टि से कई स्थानों पर गेहूं की फसल को काफी नुकसान हुआ है जिसका असर उसके दानों की गुणवत्ता पर पड़ा है। ऐसे में किसानों को किसी प्रकार का नुकसान न हो इसके लिए मध्य प्रदेश सरकार ने किसानों से 30 प्रतिशत तक का चमक विहीन गेहूं न्यूनतम समर्थन मूल्य MSP पर खरीदने का निर्णय लिया है। ख़ास बात यह है कि चमक विहीन गेहूं बेचने वाले किसानों को भी गेहूं पर बोनस का लाभ दिया जाएगा।
इस कड़ी में जबलपुर कलेक्टर दीपक सक्सेना ने यह जानकारी देते हुए बताया कि किसानों से समर्थन मूल्य पर 30 प्रतिशत तक चमक विहीन गेहूँ खरीदने का निर्णय लिया गया है। इस बारे में खाद्य, नागरिक आपूर्ति विभाग एवं संरक्षण विभाग द्वारा दिशा-निर्देश जारी कर दिये गये हैं। बता दें कि इस वर्ष सरकार द्वारा घोषित गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2275 रुपये प्रति क्विंटल है जिस पर राज्य सरकार किसानों को 125 रुपये प्रति क्विंटल की दर से बोनस देगी।
30 प्रतिशत तक चमक विहीन गेहूं खरीदेगी सरकार
जबलपुर कलेक्टर ने उपार्जन व्यवस्था से जुड़े सभी अधिकारियों तथा उपार्जन केंद्र एवं भंडारण केंद्र प्रभारियों को किसानों से 0 से 30 प्रतिशत तक चमक विहीन गेहूँ खरीदने के बारे में खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने की हिदायत दी है।
कलेक्टर सक्सेना ने बताया कि किसानों से बारिश से प्रभावित हुई गेहूँ की फसल 125 रुपये बोनस राशि सहित पूर्ण समर्थन मूल्य पर खरीदी जायेगी। किसानों से खरीदे गये 30 प्रतिशत तक चमक विहीन गेहूं के बोरों पर “Z” मार्क लगाकर पृथक से स्टेकिंग की जायेगी। इसके साथ ही उपार्जन केन्द्र के लॉगिन से चमक विहीन गेहूँ की मात्रा एवं प्रतिशत की जानकारी पोर्टल पर दर्ज की जायेगी तथा किसानवार चमक विहीन गेहूँ के प्रतिशत का रिकार्ड भी रखा जायेगा।