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शनिवार, अप्रैल 27, 2024
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देश में यहाँ होता है सबसे अधिक मखाने का उत्पादन, विदेशों में होता है निर्यात

राष्ट्रीय मखाना महोत्सव-2023

राज्य में 1 से 2 दिसंबर के दौरान दो दिवसीय राष्ट्रीय मखाना महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। शुक्रवार 1 दिसंबर के दिन बिहार के कृषि सलाहकार डॉ. मंगला राय तथा कृषि सचिव संजय कुमार अग्रवाल के द्वारा ज्ञान भवन, पटना में इसका शुभारंभ किया गया। साथ ही इस अवसर पर उन्होंने मखाना पर आधारित कॉफ़ी टेबल बुक का भी विमोचन किया। इस अवसर पर कृषि सलाहकार डॉ. मंगला राय ने कहा कि मखाना के मूल्य संवर्धन पर काम करने की आवश्यकता है।

बिहार में पूरे विश्व का 85 प्रतिशत मखाना उत्पादन किया जाता है। मखाना की खेती गेहूं और धान की तुलना में तीन गुना अधिक लाभ देती है। जिसको देखते हुए बिहार सरकार राज्य में मखाना की खेती को बढ़ावा दे रही है। पूर्णिया के भोला पासवान शास्त्री कृषि कॉलेज में मखाना के लिये सेंटर ऑफ़ एक्सिलेंस की स्थापना की जा रही है। मिथिला मखाना को जीआई टैग भी मिल गया है। मखाना की मार्केटिंग के लिए कृषि विभाग किसानों को जोड़ने की तैयारी में है।

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अमेरिका और यूरोप के देशों में होता है निर्यात

मखाना महोत्सव में कृषि सचिव संजय अग्रवाल ने कहा कि बिहार पूरे विश्व का 85 प्रतिशत मखाने का उत्पादन करता है। बिहार के कई जिलों में मखाना की खेती नहीं होती है, अब वैसे जिलों में भी मखाना की खेती होगी। आज देश से मखाना का निर्यात यूरोपियन देशों, अमेरिका तथा गल्फ़ कंट्री में किया जा रहा है। हम अरब देशों में माँग के अनुसार मखाना उपलब्ध नहीं करा पा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि इस वर्ष दीपावली में मिठाई की जगह मखाना को गिफ्ट किया गया, अब यह सुपर फ़ूड बन गया है। कृषि सचिव ने कहा कि राज्य में चयनित एक्सपोर्ट ओरिंटेड 7 सेक्टर में मखाना को शामिल किया गया है। व्यक्तिगत निवेशकों के लिए प्रोजेक्ट कॉस्ट का 15 प्रतिशत, प्रोड्यूसर कंपनी के लिए प्रोजेक्ट कास्ट का 25 प्रतिशत कैपिटल सब्सिडी देने का प्रावधान किया गया है। कृषि सचिव ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2012-13 की तुलना में वित्तीय वर्ष 2021-22 में 171 रक़बा एवं मखाना पॉप उत्पादन में 152 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।

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विटामिन की गोली की जगह खाएँ मखाना

इस अवसर पर इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान के अधीक्षक डॉ. मनीष मंडल ने कहा कि सरकार को मेडिकल काउंसिल ऑफ़ इंडिया को अनुशंसा भेजनी चाहिए कि चिकित्सक विटामिन की टैबलेट लिखने की जगह मखाना खाने की अनुशंसा करें, क्योंकि इसमें एंटीआक्सीडेंट अधिक होता है।

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