back to top
28.6 C
Bhopal
मंगलवार, सितम्बर 10, 2024
होमविशेषज्ञ सलाहमधुमक्खी पालन हेतु सरकार द्वारा दिया जाने वाला अनुदान

मधुमक्खी पालन हेतु सरकार द्वारा दिया जाने वाला अनुदान

मधुमक्खी पालन हेतु सरकार द्वारा दिया जाने वाला अनुदान

क्या करें ˀ

  • मधुमक्खी पालन गरीब / भूमिहीन श्रमिकों / किसानों / ग्रामीण युवकों/ महिलाओं आदि द्वारा किया गया कृषि आधारित ग्रामीण कार्यकलाप है |
  • भारत की विविधिकृत कृषि जलवायु स्थितियां मधुमक्खी पालन के लिए बेहतर क्षमता एवं अवसर प्रदान करती है |
  • मधुमक्खी पालन से प्राकृतिक संसाधनों से छेड़छाड़ के बिना आय एवं रोजगार सृजन होता है |
  • मधुमक्खी पालन / मधुमक्खी या मधु उत्पादन और अन्य छत्ते के उत्पादों द्वारा नेक्टर एवं पोलन (अन्यथा बेकार जाते) को भोजन में बदलते हैं |
  • मधुमक्खी पालन से उच्च मूल्य मधुमक्खी छते उत्पाद अर्थात रायल जेली, प्रोपोलिस, बी पोलन, बी वेनोम, बी ब्रेड आदि का भी उत्पादन होता है |
  • मधुमक्खी परागण सहायता प्रदान करते हुए विभिन्न बागवानी फसलों (फलों एवं सब्जियों) और कृषि फसलों (तिलहनों, दलहनों आदि) की उपज बढ़ाने में सहायता करती हैं |
  • फसलों के मधुमक्खी परागण के माध्यम से उपज में कई गुना वृद्धि दर्ज की गयी है |

क्या पायें ˀ

क्र.संघटक एमआईडीएचके तहत अनुमोदित सहायता दर (एनएचएम / एचएमएनईएन)
1.मधुमक्खी स्टाक का विकास और गुणन
न्यूकिलयस (पेडिग्री) स्टाक का उत्पादनअनुसंधान संस्थानों / सार्वजनिक क्षेत्र के लिए 20.00 लाख रुपया / परियोजना |
मधुमक्खी प्रजनकों द्वारा मधुमक्खी कालोनियों का उत्पादनलागत का 40% अथवा 4.00 लाख रुपया परियोजना (जो भी कम हो)
2.8 फ्रेम बी कालोनियां (50 मधुमक्खी कालोनियां प्रति लाभार्थी) का वितरणलागत का 40% अथवा प्रत्येक मधुमक्खी कालोनी के लिए 800 रुपया (जो भी कम हो)
3.मधुमक्खी छतों, सुपर्स आदि का वितरण (50 मधुमक्खी छतों, सूपर्स आदि प्रति लाभार्थी)लागत का 40% अथवा प्रत्येक मधुमक्खी छते, सुपर्स आदि के लिए 800 रुपया  (जो भी कम हो)
4.मधुमक्खी उपकरणों का वितरण [(एसएस (4 फ्रेम) शहद एक्स्ट्राटर का एक सेट और एफजीपी / एसएस के 10 कंटेनर (30 कि.ग्रा. प्रति), 1 नेट और एक सेट अन्य टूल),] 50 मधुमक्खी कालोनियां / लाभार्थी इकाईलागत का 40% और 8000 रुपया प्रति सेट / प्रति लाभार्थी  (जो भी कम हो)
5.मानव संसाधन विकास (एचआरडी) कार्यकलापों
सम्मेलन / संगोष्टी / कार्यशाला
अंतर्राष्ट्रीय स्तर:10.00 लाख रुपया / इवेंट
राष्ट्रीय स्तर:5.00 लाख रुपया / इवेंट
राज्य स्तर:3.80 लाख रुपया / इवेंट
जिला स्तर:2.00 लाख रुपया / इवेंट
6.प्रशिक्षण
राज्य के भीतर (डब्लयूएसटी)1000 रुपया की दर पर प्रतिभागी / दिवस
राज्य से बाहर (ओएसटी)परियोजना आधारित (ओएसटी)
7.राज्य एवं भारत से बाहर दौरेपरियोजना आधारित
यह भी पढ़ें   खेत में ही बनने लगेगा यूरिया, बस किसान हरी खाद के लिए इस तरह करें ढैंचा की खेती

 

  • मधुमक्खी पलकों / किसानों से अन्यों के बीच वैज्ञानिक मधुमक्खी पालन करने का अनुरोध किया जाता है | जिसमें केवल शहद / सुपर चेम्बर से शहद निकालना, रानी एक्सकूलडर का उपयोग, फ़ूड ग्रेड प्लास्टिक शहद कंटेनरों का उपयोग, एसएस से बने शहद एक्स्ट्राक्लटर आदि शामिल हैं जिनके लिए एमआईडीएच के तहत उपलब्ध सहायता ली जा सकती है |
  • मधुमक्खी कालोनियों में कभी भी एंटीबायोटिक्स का उपयोग नहीं करना चाहिए |
  • केवल सील्ड शहद को निकालना चाहिए |
  • वैज्ञानिक मधुमक्खी पालन के लिए एनबीबी द्वारा जरी की गई परामर्शिकाओं को अपनाया जा सकता है |

किससे संपर्क करें ˀ

  • जिला बागवानी अधिकारी
  • राज्य सरकार के निदेशक, बागवानी
  • प्रबंधक निदेशक, राष्ट्रीय मधुमक्खी बोर्ड, बी विंग, दूसरी मंजिल, जनपथ भवन, जनपथ रोड, नई दिल्ली, फोन न: 011 – 23325265

यदि आपको जानकारी अच्छी लगी हो तो लाल घंटी को दबाएँ 

यह भी पढ़ें   किसान गर्मी में हरे चारे के लिये लगाएं लोबिया की यह उन्नत किस्में
download app button
google news follow
whatsapp channel follow

52 टिप्पणी

    • सर यदि मधुमक्खी पालन करना है तो प्रशिक्षण कृषि विज्ञान केंद्र या अपने ब्लॉक या ज़िले के उध्यनिकी विभाग से सम्पर्क करें।

    • सर अपने जिले के कृषि विज्ञानं केंद्र में संपर्क करें, वहां और भी किसान मधुमक्खी पालन कर रहे होंगे उनकी जानकारी लेकर आप शुरू कर सकते हैं |

    • अपने जिले के उद्यानिकी विभाग से या जिला कृषि विज्ञानं केंद्र से सम्पर्क करें | वहां आपको मधुमक्खी पालन पर प्रशिक्षण के साथ अन्य जानकारी भी मिल जाएगी |

    • सर जगह तो मधुमक्खी की संख्या पर निर्भर करती है | आप अपने खेत में कर सकते हैं मधुमक्खी पालन | अप अभी जहाँ हैं उस जिले के कृषि विज्ञानं केंद्र या उद्यानिकी विभाग के वैज्ञानिकों से मिले | वहां आपको सम्पूर्ण जानकारी मिल जाएगी |

    • सर अपने यहाँ के उद्यानिकी विभाग या जिला कृषि विभाग में सम्पर्क कर प्रोजेक्ट बनायें | बैंक में किसान क्रेडिट कार्ड पर या प्रोजेक्ट अप्रूव होने पर लोन हेतु आवेदन करें |

  1. बँकने हमारी फाईल एक साल बाद रिजेक्ट कर दी
    बँक मॅनेजर ने रिजेक्ट रिपोर्ट मे जो लिखा है। वह पढकर किसी का भी समाधान नही हो सकता। हमे अब मधूमक्खिपालन का काम करना छोड देना चाहिए। हम मदत की अपेक्षा कर रहे है।
    विद्यानंद अहिरे, महाराष्ट्र
    9067101381

    • सर प्रोजेक्ट बनायें, अपने जिले के उद्यानिकी विभाग कार्यालय में या कृषि विज्ञानं केंद्र में सम्पर्क करें | प्रोजेक्ट अप्रूव होने पर बैंक में लोन हेतु आवेदन करें |

    • प्रोजेक्ट बनायें, अपने यहाँ के पशु चिकित्सालय या जिला पशुपालन विभाग से समपर्क कर आवेदन करें, प्रोजेक्ट अप्रूव होने पर बैंक से लोन हेतु आवेदन करें |

    • लोन के लिए तो बैंक में ही जाना होगा | मधुमक्खी सम्बन्धी योजनाओं का लाभ लेने के लिए जिले के उद्यानिकी विभाग या कृषि विज्ञान केंद्र में सम्पर्क करे |

    • इसके लिए प्रशिक्षण कृषि विज्ञानं केंद्र से ले सकते हैं | योजना के लाभ के लिए जिला उद्यानिकी विभाग से आवेदन कर सकते हैं |

कोई जवाब दें

कृपया अपनी टिप्पणी दर्ज करें!
यहाँ आपका नाम लिखें

ताजा खबरें