सभी किसानों की कर्ज माफी में क्यों हो रही है देरी
लगता है की लोकसभा चुनवा तथा सरकार के पास पैसा कमी के कारण किसानों का कृषि कर्ज माफ़ी अधुरा रह सकता है | जब किसानों के कर्ज माफ़ी की घोषणा किया गया था उस समय सरकार 1.80 लाख करोड़ रूपये की कर्ज में था , जो प्रदेश की आर्थिक कमजोरी को दर्शाता है | दूसरी तरफ किसानों के कर्ज माफ़ी की घोषणा के कारण प्रदेश के लगभग 51 लाख किसानों ने आवेदन किया है | जिसकी रकम लगभग 50,000 करोड़ रुपया होती है | एक तरफ राज्य की आर्थिक कमजोरी तो दूसरी तरफ किसानों के द्वारा किया गया आवेदन इतने ज्यादा है की सरकार के लिए यह पैसा जूटा पाना मुश्किल हो रही है |
क्या है पूरा मामला
मध्य प्रदेश की मुख्यमंत्री कमल नाथ ने यह कहा है की 8 मार्च तक 25 लाख किसानों का कर्जा माफ़ कर दिया जायेगा, लेकिन अभी इसकी प्रक्रिया चल रही है | किसानों को चुनाव से पहले 25 लाख किसान को नो – डीयूज का प्रमाण पत्र दे देने की दावा किया जा रहा है | सबसे बड़ी समस्या बैंकों को नो – डीयूज करने की है | इसके लिए सरकार चरणबध तरीके से बैंकों का कर्जा माफ़ कर रही है | सबसे पहले सहकारी बैंकों का कर्जा माफ़ किया जा रहा है |
जिस किसान का कर्जा एक बैक से ज्यादा बैंकों में है उसे पहले सहकारी बैंक का कर्जा माफ़ किया जा रहा है, बाद में 2 लाख रूपये तक का कर्ज रहने पर दुसरे बैंकों का भी कर्जा माफ़ किया जा रहा है | इसलिए बैंकों का डाटा अपलोड करने में तथा अन्य बैंकों का सत्यापन करने में काफी समय लग रहा है |
कितना समय लगेगा
इसी बीच लोकसभा चुनाव आ जाने के कारण एक सप्ताह में आचार संहिता लगने वाला है, जिसके कारण सरकार को लगभग 3 माह के लिए कर्ज माफ़ी का समय मिल जायेगा है | सरकार यह चाहती है की चुनाव के कारण जो तीन माह का समय मिलेगा उससे किसनों के लिए पैसा जुटा लिया जायेगा | एसे सरकार ने किसानों के कर्ज माफ़ी के लिए बजट में 5,000 करोड़ रुपया का प्रवधान किया है | इस पैसे से केवल सहकारी बैंक का ही कर्जा माफ़ हो सकेगा |
इसका मतलब यह हुआ की सभी किसानों का कृषि कर्ज माफ़ी मार्च माह में होना मुश्किल है | इसके लिए किसानों को मई माह तक इंतजार करना होगा | बहुत एसे किसान भी हैं जिनका कर्ज माफ़ी में गलत तरह से नाम आ चूका है | कुछ किसानों ने कर्ज नहीं लिया है लेकिन फिर भी सूचि में किसानों का नाम कर्ज माफ़ी में आया है, इसकी संख्या लगभग 5 लाख है | सरकार किसानों का नाम गलत तरह से आने पर सुधार के लिए अपील करने का मौका दिया है | इसके लिए विभागीय स्तर पर एक कमिटी बनाया गया है यहाँ पर किसान कर्ज माफ़ी के किसी भी समस्या का अपील कर सकते हैं | इसके लिए किसानों को 3 माह का समय रहेगा |